1 कोरोना संक्रमण के बढ़ते हुए चरण को देखकर बालाघाट शहर के कपड़ा व्यापारियों ने मंगलवार को दुकान बंद कर संकल्प लिया। इस दौरान दुकानदारों ने बताया कि जिले में आए दिन कोरोना के मरीजों की सं या बढ़ते जा रही है जिससे सरकार के द्वारा लॉकडाउन नहीं लगाया गया है जबकि लॉकडाउन लगाने के लिए गत दिनों व्यापारियों के द्वारा प्रशासन को अवगत भी कराया गया है। फिर भी प्रशासन ने इस ओर ध्यान आकर्षित नहीं कर पाया है जिससे अब शहर के ऑटो पाट्र्स, कपड़ा व्यपारियों के साथ-साथ विभिन्न व्यापारियों ने रविवार और मंगलवार को अपनी-अपनी दुकानें बंद रखने का निर्णय लिया है और इसी निर्णय के चलते २९ सित बर से आगामी समय तक शहर के कपड़ा व्यापारी अपनी दुकान प्रति मंगलवार को बंद रखेंगे। 2 बालाघाट जिले की लालबर्रा जनपद पंचायत के अंतर्गत मप्र राज्य कृषि विपणन बोर्ड से वित्तपोषित के तहत ग्राम बबरिया से घोटी पहुच मार्ग तात्कालीक प्रदेश की भाजपा सरकार के कार्यकाल में १७२.३६ लाख रूपए की लागत से मार्ग स्वीकृत कराया गया था। जिसका ठेका मे. वैनगंगा कन्सट्रक्शन कंपनी को दिया गया था जिसने ८ नवंबर २०१६ को बबरिया से घोटी पहुच मार्ग का निर्माण कार्य शुरू किया वही १८ मई २०१८ को इस मार्ग का कार्य पूर्ण कर लिया गया। लेकिन यहां यह बता देना लाजमी होगा कि हाल ही इस दोनो ग्रामो को जोडऩे के लिए बनाई गई लाखो रूपए की लागत से सडक़ का आज दो वर्षो में ही दरारे निकल आई है जिसमें ठेकेदार ने अपने कारनामे छुपाने के लिए इस सडक़ की लीपापोती की गई। इससे यह माना जा रहा है कि विगत वर्षाे मंडी बोर्ड से जिले में कराए गए निर्माण कार्यो मे भ्रष्ट्राचार किए जाने की बात सामने आ रही है। 3 28 सितंबर को देर रात तक प्राप्त रिपोर्ट में बालाघाट जिले के ५१ मरीजों के सैंपल कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं कोरोना पाजेटिव २४ मरीजों के शासन के प्रोटोकॉल के अनुसार ठीक हो जाने पर उन्हें २८ सितम्बर को डिस्चार्ज कर दिया गया है । इस प्रकार बालाघाट जिले में अब तक कुल 1045 मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं ् इनमें से ६८१ मरीज शासन के प्रोटोकाल के अनुसार ठीक होकर अपने घर जा चुके है ३५२ मरीजों का उपचार किया जा रहा है । ७ मरीजों को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज छिंदवाड़ा रेफरकिया गया है और ६ मरीजों की मृत्यु हो गई है । 4 लांजी तहसील के अंतर्गत ग्राम अधिंयाटोला में ग्राम के आदिवासी मंगल भवन निर्माण के लिए शासकीय भूमि आबंटित किए जाने की मांग को लेकर मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय पहुचकर ज्ञापन सौपा। ज्ञापन मे उल्लेखित कर बताया कि ग्राम अंधियाटोला मे आदिवासियो की संख्या जो ग्राम की कुल जनसंख्या का ६० प्रतिशत है। फिर भी ग्राम में आदिवासी वर्ग की अधिकता के कारण भी आज तक आदिवासी मंगल भवन का निर्माण नही किया गया। जबकि आदिवासियो के पास भूमिस्वामी हक की कोई भूमि नही होने के कारण ग्राम अंधियाटोला में एक खाली भूमि है जो ग्राम से लगकर ही स्थित है। जिसमें आदिवासी मंगल भवन निर्माण हेतु भुमि का आबंटन किया जाना आवश्यक है। 5 बैहर क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम टिंगीपूर में प्रधानमंत्री सडक़ नही होने के कारण ग्रामीणो को आने जाने मे काफी परेशानियो का सामना करना पड़ता है। जिस पर सडक़ की मांग को लेकर मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय पहुचकर ग्रामीणो ने कलेक्टर को ज्ञापन सौपा। ज्ञापन मे उल्लेखित कर बताया कि ग्राम टिंगीपूर अंतर्गत ग्राम स्कूल टोला ,टिंगीपूर सरईटोला से चारटोला सामुदायिक भवन तक पूर्व मे आर ई एस द्वारा गिट्टीकरण करवाया गया था। 6 पूर्व बैहर सामान्य परिक्षेत्र के अंतर्गत खुर मुंडी बीट में करंट लगाकर वन्य प्राणियों का अवैध शिकार करने वाले गिरोह को पकड़कर माननीय न्यायालय बैहर में पेश किया गया। अपराधियों में सुबेलाल पिता जोगी गोंड, मंजू पिता सुखराम गोंड, मनोज पिता सुकल गोंड, समेलाल पिता लाल सिंह गोंड एवं दिलीप पिता शिव प्रसाद गोंड सभी निवासी ग्राम सहेजना सेमरटोला के हैं। 7 जल जीवन मिशन के अंतर्गत नल जल योजना के संचयन के प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र में प्रशिक्षण के लिए कुशल युवाओं का मेसनरी, प्लंबिंग फिटिंग, इलेक्ट्रिसिटी ट्रेड के लिए चार चार युवाओं का चयन किया जाना है। इसी तरह लालबर्रा क्षेत्र के विभिन्न ग्राम पंचायतों में बगैर प्रचार प्रसार मुनादी कराये ही उक्त प्रशिक्षण हेतु चार युवाओं का चयन किए जाने के आरोप पात्र युवाओं द्वारा सरपंच- सचिव पर लगाया जा रहा है। युवाओं ने आरोप लगाते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी गौरीशंकर डेहरिया को शिकायती पत्र सौंपा गया हैं। 8 मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत 4000 की राशि प्रतिवर्ष किस्तों में किसान सम्मान निधि देने की योजना का शुभारंभ किया गया लेकिन योजना के शुभारंभ के 2 दिन बीत जाने के बाद भी किसान कल्याण योजना के एप ने कार्य करना ही बंद कर दिया है जिससे राजस्व विभाग के पटवारी तो परेशान है ही वहीं दूसरी ओर क्षेत्रीय किसान पटवारियों के दफ्तरों के चक्कर काटते नजर आ रहे हैं। जिससे किसानों के बीच में यह चर्चा आम हो गई है कि कहीं यह योजना मध्यप्रदेश उपचुनाव का चुनावी जुमला तो नहीं