72वें गणतंत्र दिवस के मौके पर देश के राष्ट्रपति ने तिरंगा फहराया इसके बाद राजपथ पर परेड की शुरुआत हुई । सबसे पहले हेलिकॉप्टर्स की ओर से दर्शकों पर फूल बरसाए गए और बाद में पूर्व सैनिकों की ओर से राष्ट्रपति को सलामी दी गई। परेड की शुरूआम सबसे पहले युद्धक टैंक टी-90 भीष्म की ओर से की गई। वहीं 861 मिसाइल रेजिमेंट की ब्रह्मोस मिसाइल ने भी राजपथ पर अपनी तातक का प्रदर्शन किया। इस मिसाइल का नेतृत्व कैप्टन कमरूल जमान ने किया। 861 रेजिमेंट भारतीय तोपखाना की एक प्रतिष्ठित रेजिमेंट है। इस मिसाइल को भारत और रूस के संयुक्त उद्यम से तैयार किया गया है। गणतंत्रता दिवस के मौके पर राजपथ पर होने वाली परेड में इस बार खास तौर पर पहली बार बांग्लादेश सेना की एक टुकड़ी भी शामिल हुई. बांग्लादेश सैन्य बलों की 122 टुकड़ी में उसकी सेना नौसेना और वायु सेना, तीनों के जवान और ऑफिसर शामिल हुए. इसके कमांडिंग कमांडर लेफ्टिनेंट कर्नल अबु मोहम्मद शाहनूर शॉनोन थे और उनके डिप्टी के रूप में लेफ्टिनेंट फरहान इशराक और फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिबत रहमान शामिल थे. गणतंत्र दिवस की सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनके साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीनों सेनाओं के प्रमुख भी मौजूद रहे. हर बार गणतंत्र दिवस के जश्न से पहले शहीदों को इसी प्रकार श्रद्धांजलि दी जाती है कोरोना वायरस के हालात अब नियंत्रण में हैं। पिछले सात महीनों में कोरोना वायरस के दैनिक मामलों की संख्या दस हजार से कम है। जून के बाद अब पहली बार कोरोना के 9,102 नए मामले सामने आए हैं। वहीं 117 लोगों ने इस खतरनाक वायरस के आगे अपना दम तोड़ दिया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना के अपडेट आंकड़ों की जानकारी दी। नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान आज दिल्ली के 3 बॉर्डर- सिंघु, टीकरी और गाजीपुर से ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे हैं। हालांकि, पुलिस ने गणतंत्र दिवस की परेड खत्म होने के बाद दोपहर 12 बजे से किसानों को ट्रैक्टर रैली शुरू करने का समय दिया था। लेकिन, तीनों बॉर्डर पर जुटे किसान तय समय से काफी पहले ही बैरिकेड तोड़ आगे बढ़ गए।