1 कलेक्ट्रेट कार्यालय आने वाली जनता, कर्मचारी-अधिकारियों को अब रोजाना काढ़ा पीने मिलेगा। रेडक्रॉस सोसायटी की मदद से भवन के मुख्य दरवाजे पर काउंटर स्थापित किया गया है। जनता को काढ़ा देने से पहले कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने खुद उसका स्वाद लिया। वहीं लोगों को होम्योपैथी की दवा के अलावा संक्रमण की रोकथाम करने वाली आयुर्वेदिक गोलियों का वितरण भी किया गया। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने भी चूर्ण से बने आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन किया। उन्होंने इस अभिनव पहल के लिये रेडक्रॉस की सराहना की। रेडक्रॉस के सचिव आशीष दीक्षित की अगुवाई में आयोजित शिविर में जिला कलेक्टर ने जिला आयुष विभाग को निर्देशित किया है कि वे फीवर क्लीनिकों में भी रोग प्रतिरोधक क्षमता वृद्घि करने वाले काढ़ा का वितरण करें। 2 केंट विधानसभा के वार्ड नंबर 10 के नागरिकों ने नाली का रूका काम करवाने आज ज्ञापन सौंपा और आंदोलन की चेतावनी दी। 3 कोरोना संक्रमण के दौरान कांग्रेस शहर में अब मुखर होने लगी है। एनएसयूआई ने एक पत्रकार वार्ता में आज निजी अस्पतालों पर लूटमार का आरोप लगाया और आंदोलन की चेतावनी भी दी। उन्होने कहा कि निजी अस्पताल कोरोना के नाम पर लोगो को लूट रहे है। 4 शहर के बस ऑपरेटर्स ने बसों का संचालन तो शुरू कर दिया है, लेकिन संख्या कम होने से यात्रियों की परेशानी जस की तस है। जिन रूटों पर ट्रैफिक अधिक है, वहां भी चंद बसें चलाई जा रही हैं। बसों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रशासन ने दबाव बनाया तो ऑपरेटर्स तरह-तरह के बहाने बना रहे हैं। ऑपरेटर्स अभी 100 से 150 किमी के दायरे में ही बसें चला रहे हैं। नागपुर, छिंदवाड़ा, रीवा, इलाहाबाद, इंदौर, भोपाल रूटों पर बसों का संचालन नहीं हो रहा है। बस ऑपरेटर्स ने दावा किया था कि बसों का संचालन बंद होने से उन्होंने अपने परमिट आरटीओ में सरेंडर कर दिए थे, लेकिन, नौ दिन बाद भी पूरी तरह बसों का संचालन शुरू नहीं होने से यह स्पष्ट है कि वे बहाना बना रहे हैं। कई ऑपरेटर्स मेंटेनेंस की बात कहकर बसें नहीं चला रहे हैं। यात्रियों को अपने गंतव्य तक जाने के लिए आईएसबीटी में बसों के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। जबलपुर से छिंदवाड़ा जाने के लिए पंचमलाल पटेल सपरिवार आईएसबीटी पहुंचे, तो पता चला कि वहां के लिए कोई बस नहीं है। मंडला, डिंडोरी और शहपुरा जाने वाले यात्रियों को भी बस के लिए कई घंटे इंतजार करना पड़ रहा है। 5 माध्यमिक शिक्षा मंडल और लोक शिक्षण संचालनालय के बीच शैक्षणिक कार्य को लेकर घमासान मचा है। माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष राधेश्याम जुलानिया ने बीते दिनों स्कूल शिक्षा मंत्री की अनुशंसा पर आदेश जारी करके सभी कलेक्टर व जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि अब माध्यमिक शिक्षा मंडल एप के माध्यम से 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों की पढ़ाई कराएगा। यह आदेश जारी होने के चंद दिन बाद ही स्कूल शिक्षा विभाग के उपसचिव प्रमोद सिंह ने मंडल अध्यक्ष के आदेश को निरस्त कर दिया। अब जिला शिक्षा अधिकारियों से कहा कि ऐसे कोई आदेश मानने की जरूरत नहीं है। मंडल अध्यक्ष के आदेश निरस्त होने के बाद माध्यमिक शिक्षा मंडल और लोक शिक्षण संचालनालय के कार्यालयों में खामोशी छायी हुई है। इस संबंध में दोनों विभाग के अधिकारी कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं। 6 कोरोना के बढ़ते मरीजों के बाद अब गंभीर संक्रमितों को ऑक्सीजन सपोर्ट देने के लिए निजी अस्पतालों में सिलेंडर कम पडने लगे हैं। इसमें कोरोना मरीजों के साथ ही दूसरी बीमारियों के मरीजों को भी ऑक्सीजन मिलना मुश्किल हो रहा है। वर्तमान में कोरोना संक्रमण के बढने पर निजी व सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की माँग 60 प्रतिशत तक बढ़ गई है, माँग के अनुसार आपूर्ति नहीं होने के कारण मरीजों की जान पर संकट बना हुआ है। इसकी मुख्य वजह महारार्ष्ट्र से लिक्विड ऑक्सीजन की आपूर्ति बंद होना बताया जा रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि शासन स्तर पर इस समस्या को हल करने प्रयास किए जा रहे हैं। नर्सिंग होम एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. जीतेंद्र जामदार का कहना है कि एक दो दिन में आपूर्ति बहाल होने की संभावना है। 7 एक समय शहर में नगर निगम के 22 क्लिनिक थे जहाँ आयुर्वेद से लेकर यूनानी चिकित्सा पद्धति से उपचार किया जाता था। ये पूरी तरह से निरूशुल्क होते थे और गरीबों को कभी भी इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ता था। अब जबकि कोरोना की बीमारी के चलते सरकारी अस्पतालों में पलंग पूरी तरह भर चुके हैं और प्राइवेट अस्पतालों में लाखों रुपए माँगे जा रहे हैं ऐसे में गरीब जाएँ तो कहाँ जाएँ। बेहतर होगा कि बंद पड़े 22 दवाखानों को फिर से खोला जाए और वहाँ गरीबों को प्राथमिक उपचार तो दिया ही जाए। उपरोक्त माँग नगर निगम के पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेश सोनकर ने संभागायुक्त और नगर निगम प्रशासक महेश चंद्र चौधरी को पत्र सौंपकर की। आपने कहा कि कोरोना से शहर का बुरा हाल हो चुका है और लगातार स्थिति खराब होती ही जा रही है। 8 इंसानों को जानवरों का चावल बांटने के मामले में नया खेल शुरू हो गया है। इस मसले को खत्म करने के लिए घटिया चावल मिलर्स को लौटाकर नया अच्छा चावल लेने की कवायद जबलपुर से शुरू हो गई है। यहां 30 हजार टन घटिया चावल बदला जाएगा। जबकि अनुबंध की शर्तों के मुताबिक घटिया चावल कस्टम मिलिंग प्रोसेस के पांच दिन के भीतर बदल दिया जाना चाहिए था। दूसरी ओर, इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की मांग को लेकर नागरिक मंच के अध्यक्ष डॉ.पीजी नाजपांडे तथा डॉ. एमए खान की ओर से एक याचिका हाईकोर्ट में लगाई गई है। इस पर अगले सप्तार सुनवाई हो सकती है। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा है कि घटिया चावल के बाद अब सड़ा हुआ गेहूं सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत बांटा जा रहा है। इसमें भी भ्रष्टाचार की बू आ रही है। इस भ्रष्टाचार का पैसा आखिर किसकी जेब में जा रहा है। 9 जबलपुर स्थित बेलखेड़ा में जमीन विवाद पर कृषक उजियार सिंह पर कुल्हाड़ी से हमला कर हत्या कर दी गई, वहीं बीच बचाव करने संजय लडिया पर भी प्राणघातक हमला किया, जिससे उसके शरीर पर भी गंभीर चोटें आई है, जिसे मेडिकल अस्पताल में भरती कराया गया है. मेडिकल में संजय की हालत भी नाजुक बनी हुई है. घटना के बाद से क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है, जिसे देखते हुए पुलिस बल तैनात किया गया है. पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों को हिरासत में ले लिया है, वहीं अन्य एक फरार आरोपी की तलाश की जा रही है. 10 उजरियार सिंह की उपचार के दौरान देर रात मौत हो गई, वहीं संजय की हालत को देखते हुए भरती कर लिया गया. घटना की खबर मिलते ही बेलखेड़ा पुलिस मौके पर पहुंच गई, जहां पर पूछताछ के बाद तीन आरोपियों को सरगर्मी से तलाश करते हुए बंदी बना लिया गया, वहीं एक फरार आरोपी को हिरासत में ले लिया गया. किसान उजियारसिंह की हत्या को लेकर गांव में तनाव का माहौल व्याप्त रहा, जिसे देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. 11 बस ऑपरेटरों की हड़ताल खत्म होने के बाद धीरे-धीरे यात्री बसों का संचालन शुरू हो गया है। लेकिन शहर को अमृत योजना के तहत मिली सूत्रसेवा की सरकारी एयरकूल्ड बसों से सफर करने के लिए यात्रियों को अभी हफ्ते-दस दिन तक और इंतजार करना होगा। क्योंकि कोरोना के चलते किए गए लॉकडाउन और फिर बस ऑपरेटरों की हड़ताल के चलते पिछले करीब साढ़े पांच माह से अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) में खड़ी सूत्रसेवा की 19 बसों का बीमा समाप्त हो गया है। यही कारण है कि ऑपरेटरों की हड़ताल खत्म होने के बाद भी सूत्रसेवा की बसों का संचालन शुरू नहीं हो पा रहा है। 12 बस ऑपरेटरों की हड़ताल खत्म होने के बाद धीरे-धीरे या=ी बसों का संचालन शुरू हो Ûया है। लेकिन शहर को अमृत योजना के तहत मिली सू=सेवा की सरकारी ,यरकूल्ड बसों से सफर करने के लि, या=ियों को अभी हफ्ते-दस दिन तक और इंतजार करना होÛा। क्योंकि कोरोना के चलते कि, Û, लॉकडाउन और फिर बस ऑपरेटरों की हड़ताल के चलते पिछले करीब साढ़े पांच माह से अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (आई,सबीटी) में खड़ी सू=सेवा की 19 बसों का बीमा समाप्त हो Ûया है। यही कार.ा है कि ऑपरेटरों की हड़ताल खत्म होने के बाद भी सू=सेवा की बसों का संचालन शुरू नहीं हो पा रहा है। 13 . जिले में कोरोना वायरस का कहर जारी है। अब तो लगभग रोजाना दो सौ के करीब पॉजिटिव केस सामने आने लगे हैं। आलम यह कि अब तक कोरोना वायरस से संक्रमित होने वालों की संख्या 6 हजार के करीब पहुंचने को है। लेकिन एक अच्छी बात है कि इसमें से चार हजार से कुछ ज्यादा लोग कोरोना को मात दे चुके हैं। वहीं चिंता की बात है कि सौ से ज्यादा लोगों की जान भी इस दौरान चली गई। 14 जिले के निजी अस्पतालो में कोरोना मरीजों के इलाज में लापरवाही बरते जाने की सूचना को कमिश्नर महेशचंद्र चौधरी ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को ताकीद किया है कि बेहतर इलाज नहीं कर पा रहे तो निजी अस्पतालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा है कि यह महामारी का समय है, ऐसे में सभी को उससे लड़ने और खत्म करने की जरूरत है। सभी को मिलजुल कर काम करने की जरूरत है। कोरोना पीड़ित मरीजों को किस तरह से बेहतर से बेहतर इलाज मुहैया कराया जाए इस पर चिंतन करने की जरूत है। 15 मध्य भारत की प्राचीनतम रामलीला समितियों में से एक श्री गोविंदगंज रामलीला समिति का मंचन इस वर्ष कोरोना महामारी के चलते स्थगित कर दिया गया है। समिति द्वारा 155वें वर्ष में मंचन की जगह केवल राम चरित मानस पाठ का आयोजन रामलीला भवन में किया जाएगा। यह जानकारी रामलीला समिति के अध्यक्ष पं. अनिल तिवारी ने कटरा वाले महावीर स्वामी मंदिर में आयोजित बैठक में दी। उन्होंने बताया कि आगामी 4 अक्टूबर से रामचरित मानस पाठ प्रसंग का शुभारंभ होगा। मंदिर में मानस पाठ में कोरोना नियमों के पालन के साथ भव्यतम रूप दिया जाएगा। साउण्ड के माध्यम से पूरे क्षेत्र में प्रभु की लीलाओं का वर्णन-गायन किया जायेगा। इसके साथ ही श्रीमुकुट पूजन, रामेश्वर पूजन सहित अन्य अनुष्ठानिक आयोजन विधि-विधान से होंगे। इनके साथ ही लोगों को एलईडी स्क्रीन के माध्यम से गत वर्ष में हुए रामलीला मंचन को दिखाया जाएगा। उन्होंने बताया कि रामलीला समिति द्वारा 26 अक्टूबर को भरत मिलाप, 27 को राज्याभिषेक प्रसंग पर प्रवचन होंगे। 28 को हवन-शांति तथा 29 अक्टूबर को भण्डारा होगा।