एक शख्स ने दिनभर पसीना बहाकर काम किया। इस उम्मीद से कि बच्चों के साथ हंसी-खुशी जिंदगी गुजारेगा लेकिन जिसके यहां काम किया उसने रुपए नहीं दिए। मेहनतकश शख्स उससे रुपए मांगता है तो उसे तरह-तरह से धमकाया और परेशान किया गया। रात-बिरात आकर घर का दरवाजा खटखटाता और बीवी बच्चों के सामने जलील करता। कहता- इसे समझा लो वरना ठीक नहीं होगा। इससे मजदूर को रुपए नहीं मिलने से ज्यादा तकलीफ जलील करने से हुई। उसने पत्नी से बात की और परिवार सहित सुसाइड करने का फैसला कर लिया। ये दर्दनाक कहानी भोपाल के शख्स की है। जिसने चार बच्चों और पत्नी के साथ जहर खा लिया। डॉक्टरों ने 5 लोगों को तो बचा लिया लेकिन एक बेटी को नहीं बचा पाए। हाल में पांचों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया है। अब भी परिवार तनाव और गम के दौर में गुजर रहा है। जबलपुर में सहकारिता विभाग में संयुक्त पंजीयक के तौर पर पदस्थ रीडर राकेश कोरी को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुआ पकड़ा गया है। कार्रवाई लोकायुक्त ने की। सुरेश सोनी ने शिकायत की थी। बताया कि वे सेवा सहकारी समिति बरगी में सहायक समिति अधिकारी के पद पर थे। वरिष्ठ होने के बाद भी जूनियर को प्रमोट कर दिया गया। पद देने के लिए रिश्वत की मांग की गई थी। हिंदू धर्म छोड़कर ईसाई धर्म अपनाने के लिए लालच दिया जा रहा है। इस पर हिंदू टाइगर फोर्स के सदस्य गांव के सरपंच के साथ हीरालाल के ठिकाने पर पहुंचे। तोमर ने दावा किया कि हीरालाल के ठिकाने पर 40 से 50 लोग प्रार्थना करके हिंदू धर्म के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करते मिले। विरोध करने पर सभी लोग झूमाझटकी करने लगे। इसके बाद पुलिस बुलाई गई। तोमर ने दावा किया कि हीरालाल भी धर्मपरिवर्तन कर चुका है। वह खुद को पॉस्टर बताता है। वह ही आदिवासियों को लालच देकर धर्म परिवर्तन के लिए उकसाता है। उज्जैन में ‘महाकाल लोक’ के लोकार्पण के बाद महाकाल का खजाना खूब भरा है। जितना दान पिछले सालभर में नहीं आया उससे ज्यादा तो तीन महीनों में आ चुका है। जानकर हैरानी होगी कि साल 2021 की तुलना में 2022 में दोगुना से ज्यादा दान आया है। इसका सबसे बड़ा कारण ‘महाकाल लोक’ के लोकार्पण के बाद भक्तों की संख्या में बढ़ोतरी है। वीकेंड में तो ये संख्या तीन गुनी हो गई। खंडवा में मस्जिद के इमाम और एक नमाजी पर चाकू से हमला हुआ है। बदमाशों ने अलग-अलग जगह दोनों की आंख में मिर्च पाउडर झोंककर वारदात की। घायल इमाम और नमाजी को देर रात ही इंदौर रेफर कर दिया गया। दोनों की हालत ठीक बताई जा रही है। घटना से नाराज मुस्लिम समाज के लोगों ने पदम नगर थाने पर प्रदर्शन कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। शहर काजी ने घटना को शहर की फिजा बिगाड़ने के लिए षड्यंत्र बताया। एडिशनल एसपी ने शहर के लोगों से अफवाहों से बचने की भी अपील की है।