प्रदेश में कई स्थानों पर लगातार हो रही भारी बारिश से काफी क्षति हुई है। नुकसान का आकलन करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम पहुंचकर अधिकारियों से जानकारी ली। भारी बारिश से प्रदेश में हुए नुकसान को लेकर अधिकारियों ने सीएम धामी को विस्तार से स्थिति के बारे में अवगत कराया। इस दौरान ITBP SDRF NDRF PWD UJVN सहित कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।सीएम धामी ने रुद्रप्रयाग नैनीताल पौड़ी उधमसिंहनगर जिले के डीएम से वर्चुअल माध्यम से नुकसान की जानकारी ली। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भू कानून को लेकर कहा कि भू कानून उत्तराखंड में लागू करने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह तैयार है। समिति की रिपोर्ट सरकार को मिल चुकी है और जल्द ही यह मामला कैबिनेट के समक्ष लाकर एक सख्त भू कानून उत्तराखंड में लागू किया जाएगा। आपको बता दें कि पिछले काफी समय से प्रदेश में विभिन्न संगठन सशक्त भू कानून की मांग कर रहे हैं और उसको लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने टिप्पणी की है। शिक्षक की इस विदाई का कोई मोल नही ये तस्वीरें खुद बयां कर रही है ये दृश्य न तो किसी बेटी का मायके से ससुराल जाने का था न 12 बरस में आयोजित नंदा देवी राजजात यात्रा न ही किसी राजनैतिक पार्टी का बल्कि ये दृश्य सीमांत जनपद चमोली के घाट ब्लाक के सदूरवर्ती ग्रामसभा बूरा के राजकीय प्राथमिक विद्यालय चौंजुली (बूरा) का है। ये दृश्य विद्यालय में कार्यरत शिक्षक विक्रम सिंह रावत की विदाई समारोह का था। शिक्षक विक्रम सिंह रावत ने उक्त विद्यालय में 12 साल तक अपनी सेवायें दी। शिक्षक का 12 साल की राजकीय सेवा के बाद आदर्श विद्यालय नैनीसैंण ब्लाॅक कर्णप्रयाग में स्थानांतरण होने के अवसर पर आयोजित विदाई समारोह में पूरा गांव उमड़ पड़ा। समारोह में हर कोई भावुक था। क्या बच्चे क्या बुजुर्ग सबकी आंखों में आंसुओं की अविरल धारा बह रही थी। उत्तराखंड भू कानून को लेकर राजधानी देहरादून में आज उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया। मूल निवास 1950 और धारा 371 की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए परेड ग्राउंड से आंदोलनकारी मुख्यमंत्री आवास की तरफ बड़े इस दौरान पुलिस ने उन्हें मुख्यमंत्री आवास से पहले बैरिकेड लगाकर रोक दिया। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच के आवान पर अन्य राजनीतिक दलों के नेता गण भी दिखाई दिए आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक जोत सिंह बिष्ट ने कहा कि उत्तराखंड राज्य बने 23 साल हो गए हैं लेकिन मूल निवासियों को कोई लाभ नहीं मिल पाया है उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में आज उत्तराखंड संयुक्त ट्रेड यूनियन के आह्वान पर अगस्त भारत छोड़ो आंदोलन की 81वी वर्षगांठ के अवसर पर उत्तराखंड संयुक्त ट्रेड यूनियन संघर्ष समिति ने प्रतिबंध के बावजूद गांधी पार्क पर धरना दिया। इस दौरान विभिन्न यूनियनों के लोगो ने अपने अपने विचार मंच से रखे । धरना स्थल पर लगे बैनर में मजदूर किसान विरोधी मोदी गद्दी छोड़ो इलेक्ट्रिसिटी बिल 2022 को रद्द करो ठेका मजदूरों के शोषण बंद करो न्यूनतम वेतन 26000 घोषित करो श्रम संहिता रद्द करो श्रम कानूनों को बहाल करो जैसे मुद्दे लिखे हुए दिखाई दिए । बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव की तारीख की घोषणा के साथ ही भाजपा ने पूरी तैयारी का दवा किया है। वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि उपचुनाव में पार्टी पिछली बार से जोरदार जीत दर्ज करेगी। जल्द प्रत्याशी का चयन कर ऐलान किया जाएगा। वहीं माना जा रहा है कि बागेश्वर में भाजपा सहानुभूति कार्ड खेल सकती है। साथ ही पूर्व कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास के निधन के बाद खाली हुई इस सीट पर उनके किसी परिजन को ही टिकट दे सकती हैं। बता दें कि भाजपा ने बागेश्वर उपचुनाव की तैयारी काफी पहले ही शुरू कर दी थी। इसके तहत कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा और प्रदेश महामंत्री राजेंद्र बिष्ट को चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंपी जा चुकी है।