लॉकडाउन के दौरान सरकार ने 20 अप्रैल से ऑनलाइन शॉपिंग का फैसला लिया है। सरकार ने ई-कॉमर्स वेबसाइटों को 20 अप्रैल से कडाउन में मोबाइल फोन, टीवी, रेफ्रिजरेटर, लैपटॉप और स्टेशनरी आइटम को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म जैसे अमेजन, फ्लिपकार्ट और स्नैपडील के माध्यम से बेचने और डिलीवर करने की अनुमति दी है। व्यापारियों ने सरकार के इस फैसले का विरोध करना शुरू कर दिया है । उनका तर्क है कि ऑनलाइन शॉपिंग शुरू होने से पिछले दो-तीन माह में दुकानों, गोदामों, शोरूम में रखे हुए माल का क्या होगा? अगले एक-दो महीने में गर्मी का सीजन भी खत्म हो जाएगा। ऐसे में फ्रिज, कूलर की बिक्री नहीं होने से व्यापारियों को खासा घाटा होगा। व्यापारिओं ने सरकार के इस फैसले को गलत कहा कि विषय बहुत गंभीर है। छोटे दुकानदार और छोटे व्यापारियों के बारे में सरकार को सोचना चाहिए। व्यापारी गोदाम बंद करकर घर बैठा है और सरकार ऑनलाइन कंपनियों को व्यापार के लिए छूट दे रही है। सरकार को सभी वर्गों के व्यापारियों के हितों का ध्यान रखे।