बुधवार को कारोबार के तीसरे दिन बीएसई और निफ्टी बढ़त के साथ बंद हुए। बुधवार को कारोबार के तीसरे दिन बीएसई 199.57 अंक और निफ्टी 66.8 पॉइंट ऊपर खुला। दिनभर की ट्रेडिंग के दौरान बीएसई 177.24 अंक तक और निफ्टी 58 पॉइंट तक नीचे गिरा। कारोबार के अंत में बीएसई 86.47 अंक या 0.22 फीसदी ऊपर 38,614.79 पर और निफ्टी 34.35 पॉइंट या 0.3 फीसदी ऊपर 11,419.70 पर बंद हुआ। इससे पहले मंगलवार को बीएसई 22 अंक ऊपर और निफ्टी 11 पॉइंट की बढ़त के साथ खुला था। मंगलवार को ही सुप्रीम कोर्ट ने पीएम केयर्स फंड पर उठ रहे सवालों को खारिज करते हुए कहा था कि पीएम केयर्स फंड में जमा पैसों को राष्ट्रीय आपदा राहत कोष में ट्रांसफर नहीं किया जा सकता है। इस बीच ये सवाल भी उठ रहे हैं कि आखिरी पीएम केयर्स में कहां-कहां से डोनेशन आया है और कितना डोनेशन आया है। इस संदर्भ में ये जानना अहम है कि पिछले 5 महीनों में 38 पब्लिक सेक्टर यूनिस ने पीएम केयर्स में करीब 2105 करोड़ रुपये दान किए हैं। महारत्नों से लेकर नवरत्नों तक, 38 पब्लिक सेक्टर यूनिट ने पीएम केयर्स फंड में 28 मार्च को इसके लॉन्च होने से लेकर अब तक कुल मिलाकर 2105 करोड़ रुपये दान किए हैं। कोरोना महामारी से लड़ने के लिए पीएम केयर्स फंड की स्थापना की गई थी। पीएम केयर्स फंड में 31 मार्च 2020 तक 3,076.62 करोड़ रुपये थे, जिसमें से 3075.85 करोड़ रुपये स्वैच्छिक रूप से किया गया योगदान था। मजोर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को कम किया जिससे वायदा कारोबार में बुधवार को कच्चातेल की कीमत 0.22 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3,186 रुपये प्रति बैरल रह गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में कच्चातेल के अगस्त माह में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत सात रुपये अथवा 0.22 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3,186 रुपये प्रति बैरल रह गई जिसमें 1,847 लॉट के लिए कारोबार हुआ। कच्चातेल के सितंबर माह में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत चार रुपये अथवा 0.12 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3,216 रुपये प्रति बैरल रह गई जिसमें 1,020 लॉट के लिए कारोबार हुआ। वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट कच्चातेल की कीमत 0.75 प्रतिशत की गिरावट के साथ 42.57 डॉलर प्रति बैरल रह गई, जबकि ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.79 प्रतिशत की गिरावट के साथ 45.10 डॉलर प्रति बैरल रह गई। हाजिर बाजार में एलॉय निर्माताओं की मांग बढ़ने के कारण सटोरियों ने ताजा सौदों की लिवाली की जिससे वायदा कारोबार में बुधवार को निकेल की कीमत 0.31 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,111 रुपये प्रति किग्रा हो गई। एमसीएक्स में निकेल के अगस्त महीने में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 3.40 रुपये अथवा 0.31 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,111 रुपये प्रति किग्रा हो गई जिसमें 2,072 लॉट के लिए कारोबार हुआ। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि हाजिर बाजार में एलॉय निर्माताओं की बढ़ती मांग के कारण मुख्यत: निकेल वायदा कीमतों में तेजी आई। सैमसंग गैलेक्सी टेब एस-7 भारत में जल्द ही दस्तक दे सकता है। इसका प्रमोशनल पेज ईकॉमर्स साइट एमेजोन इंडिया पर लाइव कर दिया गया है। सैमसंग गैलेक्सी अनपैक्ड इवेंट में गैलेक्सी टैब एस7 को लॉन्च किया गया था, इसके साथ ही कंपनी ने सैमसंग गैलेक्सी टेब एस-7+ से भी पर्दा उठाया था। हालांकि, अमेजन ने फिलहाल आधिकारिक घोषणा नहीं की है कि भारत में किस दिन इसकी लांचिंग की जाएगी। अमेजन पेज पर नोटिफाई मी का ही बटन दिखेगा, जिससे यह तो साफ हो गया है कि गैलेक्सी टैब एस7 की भारत लॉन्चिंग अब ज्यादा दूर नहीं है। टैब की भारतीय कीमत की जानकारी फिलहाल साफ नहीं है। सैमसंग गैलेक्सी टैब एस7 के 6 जीबी रैम + 128 जीबी स्टोरेज मॉडल को ईयूआर 699 (लगभग 62,200 रुपए) की कीमत में लॉन्च किया गया था। देश के ग्रामीण इलाकों को बाजार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ऑनलाइन पोर्टल स्वदेश बाजार को लॉन्च किया है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में अच्छा काम करने वाले लोगों की संख्या कम नहीं है। उनका उत्पाद और गुणवत्ता बहुत अच्छी होती है, लेकिन उन्हें बाजार नहीं मिलता है। ग्रामीण इलाकों में बने अच्छे उत्पाद जब किसी ग्राहक तक पहुंचता है तो उसमें कई लोगों का मुनाफा जुडऩे के कारण इसकी कीमत बहुत ज्यादा हो जाती है। कई बार ये कीमत इतनी ज्यादा हो जाती है कि आम ग्राहक की पहुंच से बाहर हो जाती है। गडकरी ने कहा कि ऑनलाइन पोर्टल की मदद से एक तरफ ग्रामीण इलाके में बने उत्पादों को बाजार मिलेगा। वहीं, दूसरी तरफ आम उपभोक्ता को अच्छी गुणवत्ता के उत्पाद उचित कीमत पर उपलब्ध होंगे। इस काम में तकनीक की लागत भी बहुत कम होती है। सरकारी स्कूटर निर्माता कंपनी स्कूटर्स इंडिया को सरकार जल्द ही बंद करने की योजना बना रही है। 70 से 90 के दशक में लोगों के दिलों पर राज करने वाले स्कूटर लैंब्रेटा को सरकारी कंपनी स्कूटर्स इंडिया द्वारा ही बनाया जाता था। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पहले सरकार ने इस कंपनी की पूरी हिस्सेदारी बेचने की योजना बनाई थी। लेकिन किसी ने स्कूटर्स इंडिया को खरीदने में दिलचस्पी नहीं दिखाई है। इसीलिए सरकार, अब इसे बंद कर सकती है। स्कूटर्स इंडिया में सरकार की 93.87 फीसदी हिस्सेदारी है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर कंपनी के शेयर में पांच फीसदी का ऊपरी सर्किट लग गया है। स्कूटर्स इंडिया को बंद करने के लिए भारी उद्योग मंत्रालय ने प्रस्ताव तैयार किया है। इसकी सारी जमीन बेच दी जाएगी। इसकी जमीन उत्तर प्रदेश सरकार को वापस कर दी जाएगी। मशीन और प्लांट भी बेच दिए जाएंगे। यस बैंक ने अपने एमडी और सीआओ प्रशांत कुमार को 2.84 करोड़ की सालाना वेतन देने का फैसला किया है। यह वेतन एसबीआई चीफ से दस गुनी होगी। इसी साल मार्च में यस बैंक में लोन घोटाले का बड़ा मामला सामने आया था, जिसके बाद आरबीआई ने प्रशांत कुमार को नियंत्रक के तौर पर जिम्मेदारी सौंपी थी। तब से अब तक प्रशांत कुमार यस बैंक के कामकाज को देख रहे हैं। इससे पहले वह एसबीआई में चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर के तौर पर काम करते थे। यस बैंक का कामकाज संभालने के लिए उन्होंने एसबीआई के सीएफओ के पद से इस्तीफा दिया था।