1. कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर पहूंचे छिंदवाड़ा भाजपा के केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर परासिया की जन आशीर्वाद यात्रा में शामिल होने आज छिंदवाड़ा आगमन हुआ जहां भाजपा के कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में उपस्थित होकर हवाई पट्टी पर उनका स्वागत किया। 2. सनातन को कोई नही मिटा सकता - तोमर जन आशीर्वाद यात्रा में छिंदवाड़ा पहुंचे कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कमलनाथ पर वार करते हुए कहा कि छिंदवाड़ा सिर्फ भाजपा का गढ़ रहा है आज भी वही कार्यकर्ता मौजूद है जिन्होंने भाजपा का गढ़ बनाया है। कृषि मंत्री ने सनातियों के विरुद्ध बोलने वालो को जवाब देते हुए कहा कि अचम्भव है कि कांग्रेस ऐसे लोगो का साथ दे रही है रही बात सनातन की तो सनातन को कोई मैकालाल नहीं मिटा सकता सनातन अनंत था अनंत है और अनंतकाल तक रहेगा। 3. जन आशीर्वाद यात्रा में दिखी भाजपा कि गुटबाजी नरेंद्र सिंह तोमर की जन आशीर्वाद यात्रा में एक बार फिर परासिया में भाजपा में गुटबाजी नजर आयी। इससे पहले कैलाश विजयवर्गीय के दौरे में ताराचंद बावरिया के खिलाफ नारेबाजी देखी गई थी वहीं आज कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के जन आशीर्वाद यात्रा में ज्योति डेहरिया के खिलाफ भाजपा के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की वहीं यात्रा में बस के आगे युवक लेट गया। इससे साफ दिखाई देता है कि भाजपा परासिया में दो गुटों में बटी हुई है। 4. गोटमार मेले में जमकर बरसे पत्थर प्रतिवर्ष पोला पर्व के दूसरे दिन पाढ़र्णा और सांवरगांव के बीच गोटमार मेला आयोजित होता है। जिसमे दोनो पक्ष चंडी माँ की पंजा अर्चना करने के बाद जाम नदी में पलाश के पेड़ का झंडा लगाकर इसे तोड़ने के लिए पत्थरबाजी करते है। लगभग 400 सालो से यह परम्परा जारी है। इस खूनी खेल में अब तक कई लोगो की जान भी जा चुकी है। लेकिन गोटमार की यह परम्परा आज भी जारी है। शुक्रवार को विश्व प्रसिद्ध गोटमार मेला तेज बारिश के बीच खेला गया इस मेले मे पत्थरबाजी में दोनो पक्षो से लगभग 145 से ज्यादा लोग घायल हुए जबकि आधा दर्जन से भी ज्यादा गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें नागपुर रेफर किया गया। 5. माचागोरा बांध के खुले आठ गेट प्रदेश भर में लगातार बारिश के चलते शुक्रवार को नदी नाले उफान पर आ गए हैं। वहीं माचागोरा बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है जिसके चलते डैम के सभी 8 गेट खोल दिए गए हैं। गेट खुलने से पेंच नदी भी उफान पर है जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने लोगों से नदी के किनारे नही जाने की अपील की है। 6. नशे के हालत में पुलिया से गिरा व्यक्ति बहा तामिया के वार्ड नंबर 6 मीठी गली की पुलिया मे अधिक बारिश के कारण तेज बाढ़ होने से पुलिया के ऊपर से पानी जा रहा था शराब के नशे मे व्यक्ति पुलिया से नीचे गिर गया जिसके बाद 1 घंटे रेस्क्यू कर व्यक्ति को तामिया पुलिस थाना प्रभारी सेवंती परते के मार्गदर्शन पर तामिया पुलिस के जवान ने और ग्रामीणों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया। 7. आंधी तूफान से उड़ी घर की छतें जिले की सीमा से सटा ग्राम माहुलझीर की घटना सामने आ रही है जहाँ तेज हवा तूफान से दर्जनों मकान की छत उड़ गई और सेकडो पेड़ धरासाही हो गए जानकारी के मुताबित ग्राम पंचायत माहुलझिर में दोपहर लगभग 2 बजे तेज रफ्तार से हवा तूफान चलने से सैकड़ो पेड़ एवं बिजली के खंभे रोड पर गिर गए जहाँ चावलपानी मार्ग भी बाधित हो गया। 8. बारिश में बही पुलिया चंदामेटा से भमोडी जाटा छापर पहुंच मार्ग की पुलिया भारी बारिश के कारण पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त होकर टूट गई जिससे आवा गवन बंद हो गया है। 9. शहर में जगह जगह जलभराव बारिश ने शहर की जल निकासी व्यवस्था की पोल खोल दी है। जगह-जगह भारी जलभराव होने से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। लोगों को आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। नगर के शिक्षक कॉलोनी खजरी रोड सहित विभिन्न स्थानों पर भारी जल भराव देखा गया। स्थिति यह है कि जल भराव के कारण लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया। 10. दुर्घटना में आर्मी जवान की मौत बिछुआ थाना अंतर्गत बाईक और ट्रक की बाम्ला के पास भिड़ंत हो गई। इस घटना में बाईक सवार आर्मी का जवान गंभीर रूप से घायल हो गया था। उपचार के लिए परिजनों ने छिंदवाड़ा के एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां उपचार के दौरान शुक्रवार सुबह उसकी मौत हो गई। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बिछुआ के सागौन वन निवासी जितेन्द्र पिता श्यामराव गाडरे उम्र 28 वर्ष सेना का जवान था जो चेन्नई से पिछले दिनों छुट्टियों में अपने घर सागौनवन आया था। गुरूवार को वह अपनी ससुराल सारंगबिहरी गया था। जहां से लौटते समय विपरीत दिशा से आ रहे ट्रक ने उसे टक्कर मार दिया। पुलिस ने अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर मामला जांच में लिया है। 11. पोफली वाड़ा में मना ताना पोला पर्व प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी पोला के दूसरे दिन पोफली वाडा में ताना पोला मनाया गया। ताना पोला संस्कृति और पशुधन से बच्चों को जोड़ने का पर्व है। इस दौरान बड़ी संख्या में बच्चों ने अपने छोटे-छोटे लकड़ी के बैलों को सजाकर लाए और बच्चों के सजे हुए लकड़ी के बैलों का पूजन आरती कर तोरण तोड़ी गई उसके पश्चात बच्चों की बैल दौड़ प्रारंभ हुई एवं प्रतिस्पर्धा में जो बच्चे प्रथम द्वितीय तृतीय आए उनको पुरस्कार राशि वितरित की गई।