किसानों की जिद के आगे झुका जिला प्रशासन मोहगांव जलाशय डूब प्रभावित क्षेत्र के किसान शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। जिन्होंने कलेक्टर से मिलने की जिद को लेकर दोपहर 2:00 बजे से गेट पर ही धरना दे दिया था. किसानों को समझाने के लिए एडीएम और एसडीएम भी पहुंचे थे लेकिन किसानों ने उनकी बात नहीं सुनी. 5 प्रतिनिधियों की जगह सभी किसान जिला प्रशासन से चर्चा करने पर अड़े हुए थे. इसके चलते किसानों ने रात कलेक्ट्रेट के गेट में ही गुजारी. महिला बुजुर्गों बच्चे सभी किसान लगातार धरने पर बैठे रहे. जिन की जिद के आगे आखिर जिला प्रशासन को झुकना पड़ा.जिला पंचायत सीईओ पार्थ जयसवाल के द्वारा कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में किसानों को बुलाकर बैठक ली गई और उन्हें उनकी मांगों का निराकरण जल्द करने का आश्वासन दिया गया इसके अलावा मुआवजे के लिए फिर से एक जांच दल बनाने की अनुशंसा की गई है. सोमवार को जांच दल डूब पीड़ित किसानों के गांवो में पहुंच कर फिर से जांच करेगा.प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक के बाद किसानों ने अपना धरना समाप्त किया