क्षेत्रीय
30-May-2020

0 के दशक में नक्सलवाद ने बालाघाट के दक्षिण बैहर क्षेत्र में जड़ जमाना शुरू किया था और इनकी गतिविधि यहां सबाब पर पहुंची थी ,तब से लेकर अब तक इस क्षेत्र में पुलिस व नक्सलियों के मध्य संघर्ष चल रहा है। नक्सली उन्मूलन में जुटी पुलिस पर कई बार बेकसूरों को परेशान करने के आरोप भी लगे हैं। इस बार बैहर क्षेत्र में इसी तरह की चर्चा ने जोर पकड़ा है, पाथरी चौकी के ग्राम माड़ी (आमा टोला) में शनिवार रात्रि को पुलिस के द्वारा जमकर गोलियां चलाई गई,पुलिस के अनुसार नक्सलियों पर गोलियां चलाई गई थी ,लेकिन ग्राम के 2 बैगा जनजाति के सगे भाई सामने आकर कह रहे हैं कि गोलियां उनपर चलाई गई थी ,जिसमें वो दोनों बाल बाल बच गए... वहीं इस मामले में बालाघाट पुलिस कप्तान अभिषेक तिवारी का कहना है कि माड़ी में नक्सलियों से मुठभेड़ हुई थी इस मामले में पेंच ही पेंच हैं,पुलिस की कहानी और माड़ी के रहवासियों की बातें एक दूसरे से विपरीत हैं..लेकिन , सवाल जस का तस है,लमतु और मंगतू पर गोलियां बरसाने वाले कौन थे,नक्सलियों पर चली गोलियां क्या सच में बैगा समुदाय के इन युवकों का प्राण हरने लपकी थी? ढेरों पेंच और ढेरों प्रश्न को अपने आप मे समेटे इस प्रकरण का खात्मा आवश्यक है।


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