राष्ट्रीय
05-Apr-2022

भारत में बंद होगी मुफ्त बांटने की सरकारी योजना ! श्रीलंका में महंगाई के चलते हर जगह जनता सड़कों पर उतर आई है। श्रीलंका के दिवालिया होने में सरकार की गलत नीतियां सबसे ज्यादा जिम्मेदार है. जिसमें एक बड़ी गलती जनता को लुभाने के लिए मुफ्त की योजनाए भी है, ये मुफ्त का यह खेल भारत में भी तेजी से पनप रहा है. श्रीलंका सरकार के मुफ्त के खेल ने जिस तरह से पूरे देश को दिवालिया किया है, उससे भारत के नेताओं और राजनीतिक दलों को सीख लेने की जरूरत है. क्योंकि मुफ्त की योजनाओं को लेकर देश के दो दर्जन से ज्यादा बड़े अफसरों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में चिंता जताई है। महंगाई को लेकर मोदी सरकार पर हमला कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 10 जनपथ पर एक बैठक की अध्यक्षता की कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में सोनिया गांधी ने महंगाई को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला है. देश में बेरोजगारी दर में गिरावट मार्च में भारत की बेरोजगारी दर में गिरावट देखने को मिली है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) के मासिक आंकड़ों के मुताबिक, देश में बेरोजगारी की दर फरवरी में 8.10% थी, जो मार्च में घटकर 7.60% रह गई। छत्तीसगढ़ रोजगार के मामले में सबसे आगे रहा। यहां बेरोजगारी दर देश में सबसे कम 0.60% रही। ऑनलाइन फूड एग्रीगेटर्स की जांच के आदेश कॉमिपिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) ने ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी और जोमैटो के ऑपरेशन और बिजनेस मॉडल की जांच के आदेश दिए हैं। कॉम्पिटिशन एक्ट की धारा 3(1) और 3(4) से जुड़े उल्लंघन के मामले में ये आदेश दिए गए हैं। CCI ने अपने आदेश में डायरेक्टर जनरल (DG) को इस मामले में विस्तृत जांच करने और 60 दिनों के भीतर आयोग को रिपोर्ट सौंपने को कहा है। शहरों के नाम बदलने की तैयारी शुरू योगी आदित्यनाथ के एक बार फिर से यूपी की सत्ता संभालने के बाद एक बार फिर शहरों के नाम बदलने की तैयारी शुरू हो गई है। ये मुस्लिम नाम वाले शहर हैं और इसमें लगभग दर्जनभर जिले शामिल हैं, लेकिन फिलहाल शुरुआत 6 जिलों से की जानी है। लिस्ट में पहला नाम- अलीगढ़ और उसके बाद फर्रुखाबाद, सुल्तानपुर, बदायूं, फिरोजाबाद और शाहजहांपुर हैं। सरकार से नाराज लोग हिंसक प्रदर्शन पर श्रीलंका में सरकार से नाराज लोग हिंसक प्रदर्शन पर उतर आए हैं। हालात काबू से बाहर होते जा रहे हैं। आपातकाल और कर्फ्यू का कोई डर लोगों में अब नजर नहीं आ रहा है। प्रदर्शन करते गिरफ्तार किए गए 54 लोगों को छुड़ाने के लिए 600 वकील कोर्ट जा पहुंचे। कोर्ट को 48 लोगों को छोड़ना पड़ा। वहीं, राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे अब विपक्ष से गुहार करते दिख रहे हैं कि वे सरकार के साथ मिलकर देश को इस संकट से उबारें। रूस यूक्रेन जंग का 41वां दिन रूस यूक्रेन जंग का 41वां दिन है। रूसी सेना धीरे-धीरे यूक्रेन के कुछ इलाकों से पीछे हट रही है। जिसके बाद इन जगहों की तबाही का मंजर सामने आ रहा है। बुचा शहर में रूसी नरसंहार के बाद जगह-जगह बिखरी लाशों ने पूरी दुनिया को झकझोर दिया है। उधर, यूक्रेन के प्रॉसिक्यूटर जनरल का कहना है कि बोरोड्यांका शहर के हालात बुचा से भी बदतर हैं। हालांकि, उन्होंने मरने वालों का आंकड़ा नहीं दिया।


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