बदलते परिवेश में आदिवासी कला और संस्कृति से आधुनिक समाज को अवगत कराने के लिये आदिवासी संस्कृति, व्यंजन और व्यवसाय की थीम पर आदि महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। इसी क्रम में जनजातीय कार्य मंत्रालय और ट्राईफेड के तत्वाधान में इंदौर स्थित ग्रामीण हाट बाजार में 12अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक आदि महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है । इसका उद्वाघटन ट्राइफेड अध्यक्ष रमेश चंद मीणा और जनजातीय कार्य राज्य मंत्री रेणुका सिंह और सांसद शंकर लालवनी ने दीप प्रज्जवलित कर किया । इस आदि महोत्सव में देश के विभिन्न राज्यो से आदिवासी कलाकार अपने क्राफ्ट, कल्चर और कुजिन को प्रस्तुत कर रहे है। इस महोत्सव में 20 राज्यो के करीब 80 स्टाल लगे है जिसमें करीब 150 आदिवासी कलाकार अपने हाथो से बने हेंडीक्राफ्ट और टेक्सटाईल्स के आईटम लेकर आए हैं। इस महोत्सव में भाग लेने के लिये जन जातीय कलाकार मुख्य रुप से मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, उडीसा, तेलंगाना, मणिपुर, आसाम, सिक्किम, नागालैन्ड, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, झारखण्ड, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु, कर्नाटक व उत्तराखण्ड आदि राज्यों से आये है।यहां पर स्टाल्स लगाने विभिन्न राज्यों से आए आदिवासी कलाकार का कहना है कि ट्राईफेड उन्हे एक ऐसा मंच मुहैया करवाता है जिसमें वह अपने कलाकृति और संस्कृति को लोगो तक पहुंचा सकते है।