सरकार अगले कारोबारी साल के बजट में पेट्रोलियम सब्सिडी एलोकेशन में आधे से ज्यादा की कटौती कर सकती है। यह बात सूत्रों ने कही। इस कारोबारी साल के लिए ऑयल सब्सिडी बजट 40,915 करोड़ रुपए तय किया गया था। सब्सिडी घटाने में ज्यादा योगदान घरेलू सिलेंडर पर सब्सिडी घटने का रह सकता है। इस कारोबारी साल की पहली छमाही में ग्लोबाल ऑयल प्राइस कम रहने से सरकार को सितंबर से डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर के तहत योग्य घरेलू उपभोक्ताओं दी जाने वाली सब्सिडी पूरी तरह से खत्म करने में मदद मिली। सरकार हर साल 1 फरवरी को अगले कारोबारी साल का बजट पेश करती है। वेबसाइट से बिजनेस को ग्रोथ देने का दावा करने वाली अमेरिकन कंपनी गोडैडी के ईमेल के बाद हंगामा हो गया है। दरअसल, इस ईमेल में कंपनी ने अपने कर्मचारियों को क्रिसमस बोनस देने का वादा किया था। उसने कर्मचारियों को अपनी पर्सनल डिटेल के साथ एक फॉर्म भरने को कहा था। बाद में कर्मचारियों को बताया गया कि आप कंपनी की ओर से हाल में किए गए फिशिंग परीक्षण में फेल हो गए हैं। हालांकि, इसके बाद कंपनी ने कर्मचारियों से माफी मांग ली। भारतीय ऑटो इंडस्ट्री अगले कारोबारी साल 2021-22 में तेज विकास दर्ज कर सकता है। नोमुरा रिसर्च इंस्टीट्यूट कंसल्टिंग एंड सॉल्यूशंस इंडिया ने एक रिपोर्ट में कहा कि इलेक्ट्रिक व्हीकल सेल्स में (खासकर 2-व्हीलर्स के मामले में) भी बढ़ोतरी दिख सकती है। इस कारोबारी साल में इंडस्ट्री को कोरोनावायरस महामारी के कारण बेहद बुरे दौर से गुजरना पड़ा है। रिपोर्ट में हलांकि कहा गया है कि निजी वाहन सेगमेंट में 2018-19 का स्तर 2022-23 में हासिल हो पाने की उम्मीद है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के मुताबिक वित्त वर्ष 2019-20 में 24 दिसंबर तक देश के 3.97 करोड़ करदाताओं ने इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किया। इसमें 2.27 करोड़ करदाताओं ने रिटर्न -1 फाइल किया। इसके अलावा 28.74 लाख ने रिटर्न -2 , 46.78 लाख ने रिटर्न -3 और 85.20 लाख ने रिटर्न -4 फाइल किया। बता दें कि इंडिविजुअल टैक्सपेयर्स द्वारा वित्त वर्ष 2019-20 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न फाइलिंग की अंतिम तारीख 31 दिसंबर है। दूसरी ओर जिन करदाताओं के अकाउंट में ऑडिट की आवश्यकता है, उनके लिए 31 जनवरी 2021 है। दिल्ली, बेंगलुरु और मुंबई जैसे महानगर ई-कॉमर्स में माहिर टॉप प्रोफेशनल्स के हॉट हायरिंग स्पॉट बन कर उभरे हैं। इस बात का जिक्र मल्टीनेशनल एनालिटिक्स कंपनी केटनॉन इंडिया ने अपनी सर्वे रिपोर्ट में किया है। एनालिटिक्स कंपनी ने यह सर्वे ई-कॉमर्स और ट्रेडिशनल इंडस्ट्रीज में 100 अलग-अलग रोल में काम करने वाले 5,000 एंप्लॉयीज पर किया है। केटनॉन इंडिया ने इस सर्वे के लिए 25 ई-कॉमर्स कंपनियों से भी बात की है।