1. कोरोना महामारी जिले में तेजी से फैल रही है। पिछले एक माह में जिले में सबसे अधिक लोग कोरोना से संक्रमित हुये है। महामारी के चपेट में आने से जिले के तीन और लोगों की मौत हो गई है। मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी मनोज पांड़े तीन लोगों की मौत की पुष्ठि की है। वही दूसरी और मंगलवार को जिलें में 42 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। इस प्रकार बालाघाट जिले में अब तक कुल 809 मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। 2 राज्य मंत्री रामकिशोर कावरे ने मंगलवार को जिला चिकित्सालय बालाघाट का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टनर दीपक आर्य, सहायक कलेक्टनर दिलीप कुमार, सिविल सर्जन डॉ. आर. के. मिश्रा सहित आयुष विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। मंत्री कांवरे ने जिला चिकित्सालय में बन रहे नए आईसीयू वार्ड, सेंटर लैब, एक्सरे वार्ड, डॉक्टर ड्यूटी रूम का निरीक्षण किया और अस्पताल की साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये। मंत्री कावरे जिला चिकित्सालय की सफाई एवं नई साज-सज्जा से प्रभावित हुए और कहा कि जिला चिकित्सालय बालाघाट अब सुविधाओं व स्वच्छता के मामले में प्रायवेट अस्पतालों से प्रतियोगिता कर सकता है। मंत्री कावरे ने औचक निरीक्षण के दौरान जिला चिकित्सालय में आए मरीजों से उनका हालचाल जाना और उनकी परेशानियों को सुना एवं मरीजों की परेशानियों को देखते हुए उपस्थित अधिकारियों को मरीजों की परेशानियों का निराकरण करने के निर्देश दिये । 3 पिछले कई वर्षो की तुलना पर इस वर्ष जिले के किसान बेहद चिन्तित और परेशान है और इसकी मुख्य वजह है फसलो की तबाही। किसान धरती का सीना चीर करके मेहनत मशक्कत कर अन्न उगाता है । लेकिन आज यही फसलो पर मौसमी बिमारी का अड्डा जमा होने के कारण किसानो की फसल खराब हो रही है जबकि जिले के कई किसानो की फसल बारिश और बाढ की चपेट से बच गई उन फसलो पर विभिन्न प्रकार की बिमारीयों का साया बढ गया है। 4 केन्द्र सरकार द्वारा जहां किसानो की फसल के लिए हजारो मेट्रिक टन यूरिया भेजा जाता है। जिसे विपणसंघ के द्वारा वितरण किया जाता है लेकिन उसमें भी ४५ प्रतिशत कृषि विभाग के द्वारा नीजि जगहो पर भेजा जाता है। इसी कड़ी मे वर्ष २०२०-२१ में बालाघाट जिले में २१ हजार ७२१ मेट्रिक टन यूरिया पहुचा था। जिसमें जिले की १२६ सोसायटी में भेजकर उन्हे किसानो को वितरण करने के लिए कहा गया था वही कृषि विभाग के द्वारा ४५ प्रतिशत यूरिया भेजा गया था। लेकिन लक्ष्य से ३ गुना यूरिया बालाघाट जिले में पहुचा था फिर भी हाल ही मे जिले के किसानो को आज यूरिया कमी हो चुकी है। इससे यह माना जा रहा है कि कहीं ना कहीं विपरण संघ और कृषि विभाग के द्वारा यूरिया के नाम पर चांदी काटी गई होगी। वही दूसरी ओर किसानो का यह भी कहना है कि कृषि विभाग के द्वारा अपनी दुकानदारी चलाने के लिए जिले के नीजि दुकानदारो को बेचा गया था। जिसकी जांच की जाए तो वास्तविकता सामने आ जाएगी। 5 राष्ट्रीय अंधत्व निवारण कार्यक्रम के तहत् आंखो के ईलाज के लिए़ शिविर में नेत्र रोगों से संबंधित समस्त जांच तथा मोतियाबिंद के साथ-साथ अत्यधिक आंखों से पीडि़त महिला एवं पुरूषों के लिए मोतियाबिंद का आपरेषन कार्यक्रम चलाया जाता रहा हैं,, लेकिन कोरोनाके इस दौर में यह महत्वपूर्ण योजना धराषाहीं होती नजर आ रहीं हैं।जागरूक नागरिकों ने प्रषासन से मांग करते हुये कहा है कि कोविड-19 के इस दौर में प्रदेष सरकार की गाईडलाईन के अनुसार मोतियाबिंद के साथ ही आंखो से गृसित लोगों के लिए 50-50 लोगों को बुलवाकर ईलाज मुहैया कराए जाने की मांग की है । 6 बैहर तहसील के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत नव्ही बैगा बाहुल्य है। जहां पिपरटोला लीमोटी जगला चुकाटोला भरेवाटोला जालदा आदि ग्राम आते है। चुकाटोला जगला भरेवाटोला गांव बैगा बाहुल्य गांव में पहाडीनुमा गांव है जो जंगलो में बसे हुए है। ग्राम चुकाटोला में एक ही हैंडपंप है जिससे गांव वालो को पानी की पूर्ति नही हो पाती है। मजबूरन बैगाओ को नदी नाले और झिरियां के पानी का उपयोग करना पड रहा है। वही चूकाटोला की पहाडी पर बसने वाले करीब एक दर्जन से अधिक घर वालो को हैंडपंप का पानी नसीब नही हो पा रहा है। जिसकी वजह से आधा किलोमीटर दूर बह रहे नाले के झरने से पानी लाना पड रहा है। 7 इन दिनों विद्युत विभाग के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार बिजली कटौती की जा रही है। जिससे बिजली की आंख मिचौली होने के कारण ग्रामीणजन काफी परेशान हो चुका है। जिसके चलते मंगलवार को लालबर्रा क्षेत्र के कुछ ग्रामीण कांग्रेस सेवादल के नेतृत्व में बिजली कटौती की समस्या लेकर जिला मुख्यालय पहुचें जहां उन्होने प्रशासन को ज्ञापन सौपकर यह बताया कि यदि 7 दिनो के भीतर बिजली कटौती की समस्या से निजात नही दिलाई गई तो वे आगामी 02 अक्टूबर को बिजली विभाग कार्यालय का कांग्रेस सेवादल के नेतृत्व में मोमबत्ती लॉलटेन लेकर घेराव करेगें। 8 लामता का शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गत वर्षों से शिक्षकों के अभाव में संचालित हो रहा है जिस कारण यंहा का शिक्षा स्तर भी गिर रहा है। जिसको लेकर पालक एवं अभिभावक बच्चों की पढ़ाई को लेकर बेहद चिन्तित है। जबकि इस विद्यालय में शिक्षको के २५ पद स्वीकृत है। लेकिन २३ पद रिक्त पडे हुए है और वर्तमान में यहां मात्र एक शिक्षक और एक शिक्षिका पदस्थ है जो एक शिक्षक प्राचार्य का कार्यभार दिया गया है। इस संदर्भ में उन्होने जिला शिक्षा अधिकारी खण्ड शिक्षा अधिकारी को जानकारी दे दी है लेकिन उन्हे प्रतिवर्ष आश्वासन ही मिल रहा है। 9 रोटी कपडा और मकान मानव जीवन की महत्वपूर्ण जरूरते है। इन जरूरतो को पूरी करने के लिये परिवार का मुखिया मेहनत-मजदूरी करके ऐडी चोटी का जोर लगाता है तब जाकर उसके परिवार का पालन-पोषण होता है। लेकिन सुलभ जीवन यापन कर रहे व्यक्ति पर जब मुश्बितो का पहाड टूटता है तो उसकी सारी उम्मीदो पर पानी फिर जाता है और उसके सारे सपने भी बिखर जाते है। उस समय अपने अतीत को भुलाना इतना आसान नही होता,इसी तरह का एक मामला मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय मे कटंगी तहसील के ग्राम उमरी के कुछ ग्रामीणजन पहुचकर अपनी व्यथा बताते हुए जिला प्रशासन को ज्ञापन सौपा गया। 10 तिरोड़ी तहसील अंतर्गत ग्राम अर्जुनटोला में शांति धाम तथा शासकीय तालाब की भूमि पर अर्जुनटोला निवासी दीपचंद बिटले द्वारा वृहद रूप से अवैध ईटो का निर्माण एवं परिवहन किया जा रहा है इसकी जानकारी प्रशासन को भी है फिर भी प्रशासन मूकदर्शक की भूमिका निभा रहा है जिम्मेदारों से जब इस विषय मे पूछा जाता है तब कार्यवाही करने का केवल आश्वासन दिया जाता है पर कोई कार्यवाही नहीं कि जाती जिसका फायदा उठाकर अवैध ईट का खुलेआम निर्माण एवं परिवहन कर रहे हैं प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही ना होने से इनके हौसले बुलंद है।बिना नंबर प्लेट के ट्रेक्टर से होता है परिवहन जिससे कि गाड़ी मालक की पहचान ना हो पाए। 11 खनिज नगरी के नाम से विख्यात ग्राम उकवा इस समय विधुत कटौती का दंश झेल रहा है, और इस नगर में कभी भी किसी भी समय विधुत कटौती होना अब आम बात हो गई है, अब इस नगर में बिजली जाती नही अपितु आती है, वो भी कभी कभी, कभी कभी रात रात भर भी बिजली बंद रहती है, सबसे अधिक परेसानी २५ किलोमीटर दूर ग्रामो से उकवा बैंकिंग कार्यो अथवा अन्य कार्यो से आने वाले ग्रामीणों के साथ है,जो बिजली के इंतजार में पूरा दिन बैठें रहते है ,फिर भी उनके कार्य नही हो पाते, साथ ही स्कूल कालेज के छात्र छात्राएं एक फ़ोटो कॉपी के लिये घंटो इंतजार करते है,असमय बिजली कटौती से सबसे अधिक भार छोटे दुकान दारो को हो रहा है ,जो लॉक डाउन में परेसान थे ,अब जैसे तैसे उनका कार्य पटरी पर आ रहा था, परन्तु इस बिजली कटौती ने उनके कार्य व्यवसाय को भी चौपट कर दिया है,