क्षेत्रीय
16-Apr-2020

काेराेना के बढ़ते प्रकाेप के चलते देश भर में 21 दिनों का लिए लॉक डाउन किया गया था जिसे अब और बढ़ा दिया गया है। लॉक डाउन का असर किसानों की फसलों पर भी पड़ रहा है। सीहोर में किसान सब्जियों को खेतो से उखाड़ कर फेंक रहे है। उचित दाम न मिलने और सब्जी मंडी में न बिकने से किसान अपनी बैगन, टमाटर की फसल को उखाड़ कर फैंक रहे है। दरअसल काेराेना के बढ़ते प्रकाेप के चलते लॉकडाउन के कारण जिले से बाहर सब्जियों की सप्लाई नही होरही है। और मीडिया में सब्जियां संक्रमित होने व उन पर थूक लगाने की अफवाहों का खामियाजा किसानों को उठाना पड़ रहा है। लॉक डाउन के चलते मंडी में पंहुचने वाले किसानों की संख्या घटने के साथ ही भाव मे कमी दिख रही है। किसानों को उचित दाम न मिलने के चलते किसानों ने सब्जियों को उखाड़ कर फेंकना शुरू कर दिया है। यंहा टमाटर और बैगन काट कर फेंका जारहा है। किसानो का कहना है कि लॉक डाउन के चलते उचित दाम नही मिल रहे है। सब्जी के खरीददार भी नही मिल रहे सब्जी खेतों में खराब होरही है टमाटर बैगन को फेंका जा रहा है। किसान प्रहलाद ने बताया कि कोरोना के चलते सब्जी बिक नही रही है। माल लेकर जाते है बिकता नही है। दो घन्टे का समय प्रशासन ने दिया है इतने कम समय मे बिकती नही है। इसलिए टमाटर और बैगन को उखाड़ कर फेंक रहे है। हमने एक से डेढ़ एकड़ में टमाटर बोया था। करीब 80 हजार रूपए की लागत आई थी बैगन और टमाटर को उखाड़ कर फेंक रहे है।


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