राष्ट्रीय
19-Dec-2020

पाकिस्तान भारतीय सेना के पराक्रम से इस कदर खौफजदा है कि उसे हर वक्त सर्जिकल स्ट्राइक का डर सताता रहता है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी का यह डर शुक्रवार को दुबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सामने आया। उन्होंने कहा, भारत पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक करने वाला है। हमारे पास इसके सुबूत भी हैं। देश की इंटेलिजेंस को इस बारे में जानकारी मिली है। उन्होंने कहा, खुफिया सूत्रों से मुझे पा चला है कि भारत पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की योजना बना रहा है। यह एक गंभीर बात है। भारत ऐसा इसलिए कर रहा है ताकि अपने आंतरिक मुद्दों से लोगों का ध्यान भटका सके। बता दें कि कुरैशी ने पिछले साल अप्रैल में भी इसी तरह के दावे किए थे, जिसे भारत ने खारिज कर दिया था। अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन लगातार अपनी टीम बनाने में जुटे हैं। इसी कड़ी में जो बाइडन ने व्हाइट हाउस संचार और प्रेस स्टाफ के अतिरिक्त सदस्यों की घोषणा की। उन्होंने भारतीय-अमेरिकी वेदांत पटेल को सहायक प्रेस सचिव के रूप में नामित किया है। पटेल वर्तमान में बिडेन उद्घाटन के वरिष्ठ प्रवक्ता हैं और बिडेन अभियान का एक हिस्सा रहे हैं। साथ ही उन्होंने भारतीय संचार निदेशक के रूप में भी काम किया है। स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री इगोर मुताविक कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं। उन्होंने फेसबुक पोस्ट के जरिए इसकी जानकारी दी है। वह ब्रुसेल्स में आयोजित हुए ईयू समिट के एक हफ्ते बाद संक्रमित हुए हैं। इस समिट को लेकर माना जा रहा है कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी यहीं पर संक्रमित हुए। दो प्रमुख नेताओं के कोरोना संक्रमित होने के बाद ईयू समिट में शामिल हुए नेता आनन-फानन में खुद को आइसोलेट करने लगे हैं। स्लोक पीएम मुताविक ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा, आज, मैं आप में से एक हूं। इंटरनेट सर्च में प्रतिस्पर्धा मिटाने और ऑनलाइन विज्ञापन बाजार में अवैध तरीके से कब्जे के मामलों के बाद गूगल पर तीसरा मुकदमा दर्ज हुआ है। इसमें अमेरिका के तीस से ज्यादा राज्यों ने कंपनी पर छोटे प्रतिद्वंद्वियों को बाहर करने के लिए सर्च परिणामों की अनुचित ढंग से व्यवस्था करने की साजिश का आरोप लगाया है। डेमोक्रेट और रिपब्लिकन समूह के राज्य अभियोजकों ने गुरुवार को मामला दर्ज कराने के बाद बताया कि गूगल ने उन वेबसाइटों को कमतर कर दिया है जिनके जरिए यूजर्स घर की मरम्मत और यात्रा समीक्षा जैसी सूचनाएं पाते हैं। अमेरिकी स्पेस फोर्स ने कहा है कि उसके जवान अब गार्जियंस कहलाए जाएंगे। इसने एक ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। इसमें कहा गया है- वर्षों की प्रक्रिया जिसमें अंतरिक्ष प्रोफेशनलों की भागीदारी से हजारों मिशन और रिसर्च अंजाम दिए गए हैं। अंततरू आज हम आपके साथ साझा कर सकते हैं कि हमें किसी नाम से बुलाया जाएगा- गार्जियंस। अमेरिका अंतरिक्ष फोर्स छठे सशस्त्र बल के रूप में सामने आई है। नेवी, आर्मी, मरीन कॉप्र्स, एयर फोर्स और कोस्ट गार्ड के बाद इस बल का गठन अमेरिका ने इसलिए किया ताकि अंतरिक्ष में उसका दबदबा कायम रह सके।


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