व्यापार
15-Oct-2020

भारत में पिछले पांच महीने में साइकिलों की बिक्री लगभग दोगुनी हो गई है. कई शहरों में लोगों को अपनी पसंद की साइकिल खरीदने के लिए इंतजार करना पड़ रहा है. जानकारों के अनुसार देश में पहली बार लोगों का साइकिल को लेकर ऐसा रुझान देखने को मिला है और इसकी एक बड़ी वजह कोरोना महामारी के बाद लोगों का अपनी सेहत को लेकर सजग होना भी है.एक अनुमान के अनुसार भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा साइकिल विनिर्माता देश है. साइकिल विनिर्माताओं के राष्ट्रीय संगठन एआईसीएमए के अनुसार मई से सितंबर 2020 तक पांच महीनों में देश में कुल 41,80,945 साइकिल बिक चुकी हैं. बढ़त के साथ खुले शेयर बाजार में हल्की बिकवाली है। बीएसई सेंसेक्स 49.14 अंक नीचे 40,745.60 पर और निफ्टी 14.70 अंक नीचे 11,956.35 पर कारोबार कर रहा है। बाजार में बैंकिंग शेयरों में गिरावट है। निफ्टी बैंक इंडेक्स 186 अंकों से ज्यादा की गिरावट है। इसमें आईसीआईसीआई बैंक का शेयर 2 पर्सेंट नीचे कारोबार कर रहा है। आईटी स्टॉक विप्रो का शेयर भी 1 पर्सेंट नीचे कारोबार कर रहा है। जबकि इंफोसिस के शेयर में 2 पर्सेंट से ज्यादा की तेजी है। इसके अलावा टाटा स्टील और टाटा मोटर्स के शेयर 1-1 फीसदी ऊपर कारोबार कर रहे हैं। सुबह बीएसई 253.31 अंक ऊपर 41,048.05 पर और निफ्टी 52.4 अंक ऊपर 12,023.45 के स्तर पर खुला। देश में स्टार्टअप सेक्टर की हालत भले खराब है, लेकिन उम्मीद है कि इस साल के अंत तक ये 7.5 लाख रोजगार दे सकते हैं। सितंबर 2020 की तिमाही के अंत तक कुल निवेश और स्टार्टअप में निजी निवेश, दोनों कोविड-19 के पहले के लेवल पर पहुंच गए हैं। हालांकि इनडायरेक्ट (अप्रत्यक्ष) तौर पर 26-28 लाख रोजगार मिलने की संभावना है। ग्लोबल मैनेजमेंट व स्ट्रैट्जी कंसल्टिंग फर्म जिनोव के साथ साझेदारी में टाई दिल्ली-एनसीआर ने यह जानकारी दी है। बैंकों द्वारा दी जाने वाली उधारी की बढ़त (क्रेडिट ग्रोथ) में लगातार छठीं तिमाही में कमी आई है। जून तिमाही में यह 5.7 पर्सेंट रही है। यह जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने जारी आंकड़ों में दी है। बैंकों के पास इस समय कुल 141 लाख करोड़ रुपए की डिपॉजिट है। जबकि उधारी 100 लाख करोड़ रुपए है। आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक औद्योगिक (इंडस्ट्रियल) सेक्टर की उधारी जून तिमाही में सालाना आधार पर 0.6 पर्सेंट गिरी है। कुल उधारी में इसका हिस्सा 30.08 पर्सेंट रहा है। प्रत्येक 10 में से 9 कर्मचारी चाहते हैं कि वे कोरोना महामारी के बाद भी दफ्तर की बजाय घर से ही काम जारी रखें। दरअसल, बुधवार को जारी सिस्को सिस्टम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कर्मचारियों के घर से काम करने को बेहतर बताया और लंबे समय तक घर से ही काम करना जारी रखने चाहते हैं। महामारी ने तेजी से वर्क फ्रॉम होम के प्रति कंपनी और एम्पलॉयज दोनों के नजरिए को बदला है। रिपोर्ट में बताया गया है कि दो तिहाई कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम की सराहना की है और इसे कंटीन्यू रखना चाहते हैं। दुनिया में साइकिल के प्रमुख बाजार भारत में पिछले पांच महीने में साइकिलों की बिक्री लगभग दोगुना हो गई है और कई शहरों में लोगों को अपनी पसंद की साइकिल खरीदने के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। जानकारों के अनुसार देश में पहली बार लोगों का साइकिल को लेकर ऐसा रुझान देखने को मिला है और इसकी एक बड़ी वजह कोरोना महामारी के बाद लोगों का अपनी सेहत को लेकर सजग होना भी है। कोरोना महामारी के कारण देश में छाई आर्थिक मंदी के बीच एक अच्छी खबर आई है। अब लोग फिर से खर्चा करने लगे हैं। रिजर्व बैंक द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार क्रेडिट कार्ड से मासिक खर्च लगभग कोरोना से पहले के स्‍तर पर पहुंच गया है। अगस्‍त में लोगों ने क्रेडिट कार्ड से 50,311 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। इससे पहले मार्च में यह आंकड़ा 50,574 करोड़ रुपए था। वहीं, फरवरी 2020 में यह आंकड़ा 62,148 करोड़ रुपए था। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को सस्ती कीमत पर तेल भंडारण पर हुए 3,874 करोड़ रुपए के खर्च को मंजूरी दे दी। इसे पैसे से खरीदे गए कच्चे तेल को देश के तीन रणनीतिक भूमिगत भंडारों में जमा किया गया है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि आर्थिक मामलो की मंत्रिमंडलीय समिति अबुधाबी नेशनल ऑयल कंपनी (एडनॉक) को देश के रणनीतिक भंडार में जमा किए गए अपने तेल का ट्रेड करने की भी अनुमति दे दी। इनकम टैक्स विभाग ने बताया कि उसने 1 अप्रैल से 15 अक्टूबर के बीच 38.11 लाख से अधिक करदाताओं को 1.23 लाख करोड़ रुपए से अधिक का रिफंड जारी किया है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (सीबीडीटी) की ओर से जारी बयान के मुताबिक, इसमें से 33,442 करोड़ रुपए का रिफंड पर्सनल इनकम टैक्स रिफंड के रूप में 36.21 लाख करदाताओं को दिया गया है। वहीं, 1.89 लाख से ज्यादा करदाताओं को 90,032 करोड़ रुपए का कॉरपोरेट टैक्स रिफंड जारी किया गया है। इंफोसिस ने कहा कि सितंबर तिमाही में उसे 4,845 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ। यह पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 20.5 फीसदी और इस साल जून तिमाही के मुकाबले 14.45 फीसदी ज्यादा है। देश की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सर्विस कंपनी ने इस कारोबारी साल के लिए अपना आय अनुमान कांस्टैंट करेंसी में बढ़ाकर 2-3 फीसदी कर दिया है, जिसे पहले उसने 2 फीसदी तक रखा था। इस कारोबारी साल के लिए कंपनी ने ऑपरेटिंग मार्जिन का अनुमान भी बढ़ाकर 23-24 फीसदी कर दिया। भारत से डायमंड का निर्यात इस साल 20 से 25 फीसदी घट सकता है। यह गिरावट वित्त वर्ष 2008 में आई मंदी के स्तर से भी अधिक है। निर्यात में भारी गिरावट की वजह कोविड-19 महामारी है। क्योंकि इससे डायमंड की मांग और सप्लाई चेन दोनों प्रभावित हुआ है। ब्लूमबर्ग के मुताबिक तराशे और पॉलिश किए गए हीरे की विदेशी निर्यात भी चालू वित्त वर्ष में 20 से 25 फीसदी घट सकती है, जो पिछले साल 18.66 बिलियन डॉलर की रही थी। इस पर जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के चेयरमैन कॉलिन शाह ने कहा कि इस साल निर्यात में भारी गिरावट का यह आंकड़ा 2008 के स्तर से भी नीचे है। जबकि 2008 में दुनियाभर की अर्थव्यवस्था मंदी से जूझ रही थी। बिग बास्केट में टाटा ग्रुप 20 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीद सकता है। इसके साथ ही वह बिग बास्केट के बोर्ड में दो सीट ले सकता है। ऑन लाइन ग्रोसरी यूनिकॉर्न बिग बास्केट में यह डील इस महीने के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है। अगर यह डील हो जाती है तो जियो मार्ट और अमेजन को टक्कर मिलेगी। सूत्रों के मुताबिक कॉफी से कार बनाने वाला टाटा ग्रुप बिग बास्केट के साथ बात कर रहा है। डीएचएफएल की स्ट्रेस्ड असेट्स पर केवल तीन बिडर्स के आने की संभावना है। इसमें पीरामल एंटरप्राइज, वेलस्पन ग्रुप और अडानी ग्रुप शामिल हैं। बिड के लिए आवेदन देने की आखिरी तारीख 17 अक्टूबर है। पूरी कंपनी के लिए बिड मिलने की संभावना कम है। जबकि डीएचएफएल की कुछ प्रॉपर्टीज पर बिडर्स की नजर है। रिपोर्ट्स के मुताबिक पीरामल ग्रुप की रुचि रिटेल पोर्टफोलियो में है, जो 40,000 करोड़ का असेट्स है। इसके अलावा अदानी और वेलस्पन से होलसेल और स्लम रिडेवलपमेंट असेट्स के लिए बोली लगा सकते हैं। हालांकि, इन कंपनियों ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।


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