शाढौरा - प्रधानमंत्री आवास योजना में पात्रता के लिए 500-500 रुपए लेकर हितग्राहियों को दिए गए नक्शों के मामले की हकीकत जानने आज कलेक्टर अभय कुमार वर्मा नगरपरिषद पहुंचे | कलेक्टर के शाढौरा पहुँचने की जानकारी लगते ही आज भी सेकड़ों हितग्राही ब्लॉक कांग्रेस अधक्ष्य निखिल रघुवंशी के साथ अपने अपने नक्शे लेकर पहुंचे और अपने नक्से कलेक्टर को दिखाते हुए कहा कि नगरपरिषद के कर्मचारियों प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची लेकर हमारे पास गए थे और सूची में अंकित नाम दिखाकर हमसे 500 रुपये लिए है और 500 रूपये नही देने पर सूची से नाम काट देने की बात कही थी जिससे अधिकांश लोगों ने तत्काल 500-500 रुपये दिए है | और कई बार नगरपरिषद के चक्कर काटने के बाद आज तक हमें प्रधानमन्त्री आवास योजना स्वीकृत नही हुई है | आज कलेक्टर के समक्ष पहुंचे लोगों ने नगरपरिषद पर आरोप लगाते हुए कहा कि हम कच्चे मकान में रहते पर हमें आवास स्वीकृत नही हुए और जिन लोगो के पास पहले से पक्के मकान थे फिर भी उनको प्राथमिकता से पक्के मकान स्वीकृत कर दिए है | ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष निखिल रघुवंशी ने परिषद् के अधिकारीयों से इस तरह की लुट बंद किये जाने की मांग की और इस लुट में भागीदार कर्मचारियों पर कार्यवाही किये जाने की मांग की श्री रघुवंशी ने कहा कि नगर परिषद् शाढौरा के अधिकारी और कर्मचारी भ्रष्टाचार के रोज नए-नए तरीके इजाद करते है कस्वे में करीव 1000 से अधिक लोगों से 500 -500 रुपये की बसूली की गई है जो एक बड़ी राशि है इसके अलावा भी बहुत सारे पात्र लोगों को दरकिनार कर अपात्रों से मोटी रकम लेकर उनके नाम जोड़े गए है कुल मिलाकर कस्वे में प्रधानमंत्री आवास योजना शुरू से ही विवादों में रही है आज भी बहुत से नितान्त जरूरतमंद लोगों के नाम सूची में नही है और पहले से पक्के मकान वालो के परिवार में 3-3 आवास तक स्वीकृत कर दिए है श्री रघुवंशी ने नगर परिषद् पर आरोप लगते हुए कहा कि 3-3 साल से अधूरे पड़ें आवासों की किस्ते जारी नही की जा रही जबकि बहुत से लोगों को बगैर मकान बनाये भी 2.50 लाख रुपये की राशि के भुगतान कर दिए गए है | मामला उछलने पर आज कलेक्टर ने नक्शा कांड को गंभीरता से लिया और तहसीलदार को जाँच कर 07 दिवस में विस्तृत रिपोर्ट के साथ प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा है |