पिछले ढाई माह से कोरोना मरीजों को लेकर बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर और आइसोलेशन सेंटर में जहां अशोकनगर में छुटपुट मरीजों के पहुंचने से किसे किसी तरह की कोई अव्यवस्थाओं की जानकारी मीडिया तक नहीं पहुंच सकी थी मगर 2 दिन पहले अचानक जिले में एक साथ 19 मरीज जब पॉजिटिव निकले तो स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया वही पॉजिटिव मरीजों को आइसोलेशन सेंटर और इनके परीजनों क्वॉरेंटाइन सेंटरमें भर्ती किया गया वहीं अशोकनगर आइसोलेशन सेंटर में भर्ती पॉजिटिव मरीजों की जुवानी की कहानी मीडिया में पहुंची तो अशोकनगर आइसोलेशन सेंटर और स्वास्थ्य विभाग की अव्यवस्थाओं का कच्चा चिट्ठा लोगों के सामने आया भर्ती पॉजिटिव मरीजों का आरोप है कि दोपहर 1:00 बजे नाश्ते में एक समोसा व दो आदि-आदि जलेबी और थोड़ा सा बाजार का नमकीन कागज की पुड़िया में दीया गया क्या इस बाजार के नास्ते से पॉजिटिव मरीजों की इम्यूनिटी बढ़ सकेगी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए किसी तरह का पोस्टिक आहार मरीजों को नहीं दिया गया और जो पानी भी दिया जा रहा है वह सीधा ट्यूबवेल का पानी जिसमें कंक्रीट और बाल्टी के नीचे रेत जैसा स्पष्ट नज़र आता है इस तरह अशोकनगर आइसोलेशन सेंटर की कमियां उजागर हुई इससे पूर्व दस पॉजिटिव मरीज छुटपुट-छुटपुट आइसोलेशन वार्ड में पहुंच थे और स्वस्थ होकर अपने घर वापस भी गए वहीं एक साथ इतने सारे मरीजों को भर्ती करने के बाद यह अव्यवस्थाएं सामने आई हैं और आइसोलेशन वार्ड में एक ही कमरे में छह पॉजिटिव मरीजों को रखने से सभी पॉजिटिव मरीज अपने आप में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं शाढ़ौरा के भी दो मरीज एक साथ इसी आइसोलेशन सेंटर में भर्ती है शाढ़ौरा के मरीजों का कहना है कि हम पूर्ण स्वस्थ हैं ऐसी स्थिति में हम 06 लोगों के बीच में और अधिक संक्रमित ना हो जाएं इसको लेकर हमारी चिंताएं बढ़ गई हैं वही क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखे गये पॉजिटिव मरीजों के परिजनों का भी आरोप है कि सेंटर में किसी तरह की कोई व्यवस्थाएं सही नहीं होने से रात भर परिजन जाग कर अपना गुजारा करते रहे वहीं पंखा भी सरकारी गति की तरह घूमता नजर आया और टॉयलेट की भी व्यवस्था उचित नहीं होने से गंदगी से भरा आलम इस सेंटर में देखा गया वही आरोप तो यहां तक है कि स्वास्थ्य विभाग की कुछ नर्सें भी इस दौरान आइसोलेशन सेंटर में पॉजिटिव मरीज के रूप में भर्ती है उनके साथ भी अच्छा व्यवहार नहीं किए जाने की बात सामने आई है इस तरह से कह सकते हैं जब अशोकनगर जिले में एक साथ अनेकों मरीज आइसोलेशन सेंटर पहुंचे तभी यहां स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं की पोल खुलती नजर आईं क्या अब आगेसे स्वास्थ्य महकमा इन अव्यवस्थाओं को दुरुस्त कर पाएगा