महापौर चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली से किए जाने का विरोध शुरू हो गया है।इस मामले में बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने आ गये।मेयर इन काउंसिल के अध्यक्ष भोपाल महापौर आलोक शर्मा के नेतृत्व में , बीजेपी के पूर्व मंत्री, उमा शंकर गुप्ता, कृष्णा गौर सहित बीजेपी नेता राजभवन पहुँचे ओर राज्यपाल लालजी टंडन को ज्ञापन सौपा।पूर्व मंत्री और पूर्व महापौर उमाशंकर गुप्ता विधयाक कृष्णा गोर ओर महापौर आलोक शर्मा ने बताया कि पूरे देश में जनता ही महापौर को चुनती है ऐसे में कमलनाथ सरकार ने फैसला किया है कि आने वाले नगरीय निकाय चुनाव में पार्षद ही महापौर को चुनेंगे जिसका बीजेपी और मेयर इन काउंसिल विरोध करता है यदि पार्षद ही महापौर को चुनेंगे तो महापौर पर राजनीतिक दबाव बनेगा जिसके चलते कामकाज में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा साथ ही कई अन्य बड़े कारण भी हैं जिसके चलते अप्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव नहीं होना चाहिए जनता ही सीधे महापौर को चुने जैसा पहले होता था वहीं दूसरी ओर नगर निगम नेता प्रतिपक्ष मोहम्मद सगीर ने महापौर के ज्ञापन पर पलटवार करते हुए बताया इस देश में जो चुनाव होते में लोकतांत्रिक होते हैं पीएम भी एक सांसद में से चुना जाता है मुख्यमंत्री भी विधायकों में से चुना जाता है तो पार्षदों में से महापौर क्यों नहीं चुना जा सकता हे l प्रदेश की सरकार को जो करना होगा वह वो करेगी यह राज्यपाल से मिले या ना मिले इससे कोई फायदा नहीं है