1. जबलपुर में कानून व्यवस्था अब भगवान भरोसे हो गई है।बुधवार को बदनपुर इलाके में 3 आरोपियों ने एक युवक को गोलियों से भून दिया।वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए और गम्भीर रूप से घायल रतन नाम के युवक को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दाखिल किया गया।वारदात का कारण पुरानी रंजिश बताया जा रहा है जिसके चलते सिद्धांत और सागर और दीपक चक्रवर्ती ने इस घटना को अंजाम दिया है।पुलिस भी मामले को वर्चस्व की लड़ाई से जोड़कर देख रही है।बहरहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश में जुट गई है। बाइट 1 नितेश बर्मन पीड़ित का भाई बाइट 2 रोहित कसवानी गढ़ा सीएसपी 2. मुफ्ती-ए-आजम मध्यप्रदेश हजरत मौलाना मोहम्मद हामिद अहमद सिद्दीकी ने कोरोना के सक्रमण से बचाव के लिये शासन द्वारा तय की गई गाईड लाइन का मोहर्रम पर पालन करने की अपील समाज के लोगों से की है। मौलाना साहब ने ने मुस्लिम धर्मावलम्बियों से घरों में ही सवारियां रखने, सार्वजनिक स्थलों पर कार्यक्रमों का आयोजन न करने और ताजियों का विसर्जन भी घरों में ही करने का अनुरोध किया है । मुफ्ती-ए-आजम ने मोहर्रम पर भी घरों में रहने, मास्क पहनने तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर कोरोना वायरस के नियंत्रण के लिये शासन-प्रशासन द्वारा किये जा रहे प्रयासों में सहभागी बनने की अपीले की है । 3. गौशालाओं को नगरीय सीमा क्षेत्रों से बाहर करने की मांग को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल यानि एनजीटी में याचिका दायर की गई है। नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच की ओर से दायर याचिका में कहा गया है कि पूरे प्रदेश में नगरीय सीमा क्षेत्रों में गौशालाओं का धड़ल्ले से संचालन किया जा रहा है जिससे भारी प्रदूषण हो रहा है। याचिका में जबलपुर के वार्ड नंबर 79 के उमरिया में बन रहे हाईटेक गौशाला के निर्माण पर भी रोक लगाने की मांग की गई है। याचिका में पूर्व में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के ही निर्देशों का जिक्र किया गया है जिसमें डेयरियों को शहर से बाहर करने के निर्देश दिए गए थे। इस याचिका पर एनजीटी में अगले सप्ताह सुनवाई होगी। याचिकाकर्ताओं की दलील है कि डेयरियों और गौशालाओं से निकलने वाले गोबर से प्रदूषण का खतरा बना रहता है लिहाजा शहरी क्षेत्रों में इनका संचालन शहर में नहीं किया जाना चाहिए। 4. केंद्रीय जीएसटी आयुक्त कार्यालय की शाखा ने सिहोरा में आयरन ओर खदान व कंपनी संचालकों के यहां छापामार कार्रवाई की है। इस कार्रवाई में करीब दो दर्जन अधिकारियों की टीम ने खदान संचालकों के जबलपुर और भोपाल में स्थित कार्यालय, खदान, प्लांट एवं साइट कार्यालय में कार्रवाई छानबीन की और करोड़ों रुपए कीमत का आयरन ओर जब्त किया। छापे में जीएसटी चोरी से जुड़े दस्तावेज बरामद किए गए। दस्तावेजों से लाखों रुपए की टैक्स चोरी सामने आई है। जानकारी के अनुसार केंद्रीय गुड्स एवं सर्विस टैक्स (सीजीएसटी) की निवारक शाखा ने राजीव चड्ढा के एसजीएमएम ओर्स प्राइवेट लिमिटेड नाम से बुढ़ागर में स्थित आयरन के प्लांट पर छापा मारा। सिविल लाइन स्थित उनके घर एवं कार्यालय में भी टीम ने जांच की। प्लांट के लिए खनिज विभाग की एनओसी नहीं थी, इसके बावजूद वहां काम चल रहा था। 5. जिला अस्पताल विक्टोरिया मे आज उस समय अफरा तफरी का माहौल बन गया जब आर.आर.टी डॉक्टर जो पॉजिटिव मरीजों की जांच पड़ताल करने में अहम रोल अदा करते हैं आज वो अपने कार्य विभाजन को लेकर इतने ना खुश हो गए सुबह से उन्होंने काम करना ही बंद कर दिया। आर.आर.टी चिकित्सको का कहना है कि कोविड प्रोग्राम के संचालन की जिला स्तरीय माइक्रो प्लानिंग नहीं की जा रही है जबकि इसकी समीक्षा दो दिन पहले कलेक्टर भी कर चुके हैं इसके बाद भी किसी भी प्रकार का आगे कार्यवाही नहीं हुई है। डॉक्टरेा की सैलरी 2 महीने से नहीं हुई है इससे भी वो काफी नाराज इसके अलावा जिन जिम्मेदार चिकित्सकों को कोरोना पॉजिटिव हो गया हैं उनका भी कार्यभार किसी अन्य अधिकारी को नहीं दिया गया। आज जिला अस्पताल में मौजूद करीब 25 डॉक्टरो ने काम बंन्द कर अपना विरोध जताया । 6. एक तरफ पूरे देश में कोरोना काल में नीट और जेईईमेन परीक्षा का विरोध हो रहा है, छात्रों से लेकर राजनीतिक गलियारों तक में विरोध के स्वर तेज हैं। इस बीच जबलपुर में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में न केवल पठन-पाठन शुरू करने बल्कि छात्रावासों को री-ओपेन करने का निर्णय लिया गया है। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो कपिलदेव मिश्र की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ.दीपेश मिश्रा ने बताया कि विश्वविद्यालय के दोनों छात्रावासों में भोजन के लिए मेस शुरू होगा। इसके लिए एक समिति का गठन होगा। 7. कोरोना संक्रमण काल के दौरान लापरवाहों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। ऐसे लापरवाहों ने शासन का खजाना भरा और दूसरों को मुसीबत में डालने का काम किया। खास बात यह है कि जिला प्रशासन और नगर निगम से ज्यादा जुर्माना पुलिस विभाग के मैदानी ने अमले वसूला है। 26 अगस्त की स्थिति में पुलिस विभाग ने चैराहों-तिराहों और सार्वजनिक स्थलों पर नियमों का उल्लंघन करने वालों से 49 लाख से ज्यादा का जुर्माना वसूला। वहीं प्रशासनिक अमले का आंकड़ा 32 लाख के पार पहुंचा है। जिले में रोको-टोको अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई। यह पहला मौका है जब इतनी बड़ी संख्या में किसी विशेष अभियान के तहत जुर्माना कार्रवाई में राशि वसूली गई। 8. आरक्षण केन्द्र में बुधवार को उस समय करीब एक सैकड़ा यात्रियों ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया जब उन्हें तत्काल कोटा नहीं मिल पाया। तत्काल कोटा नहीं मिलने से आक्रोशित यात्री झगड़े-लड़ाई पर उतारू हो गए, जिससे आरक्षण केन्द्र के कर्मचारियों के पसीने छूट गए और उन्होंने आरपीएफ पोस्ट फोन लगाकर मदद माँगी, कुछ ही पलों में जब आरपीएफ स्टाफ मौके पर पहुंचा तब जाकर नाराज यात्री काबू में आए। सूत्रों के अनुसार कोरोना काल में रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए स्पेशल गाडियाँ चला रही है, लेकिन सीमित गाडियाँ चलने के कारण यात्रियों को कन्फर्म टिकट नहीं मिल रही है, ऐसे में जरूरी सफर करने वालों का गुस्सा आरक्षण केन्द्र के स्टाफ पर उतर रहा है। बुधवार की सुबह अहमदाबाद, सूरत, बड़ौदा और मुंबई जाने वाली ट्रेनों में तत्काल टिकट के लिए करीब 80 से 90 लोग पहुँचे, जिसकी वजह से लंबी कतारें लग गईं। बुकिंग शुरू होतेे ही 5 मिनट में केवल 5 कोटा हो पाया और तत्काल बंद हो गया, जिसकी जानकारी मिलते ही यात्रियों का गुस्सा फूट पड़ा। 9. कल रात में कोविड सेंटर्स के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर कर्मवीर शर्मा की नजर रामपुर क्षेत्र स्थित दुकानों पर पड़ी, जहाँ जमकर भीड़ लगी हुई थी, उन्होंने तत्काल संबंधित क्षेत्र के एसडीएम से पूछा कि सख्ती के बाद भी दुकानों में इतनी भीड़ क्यों है। कोरोना प्रोटोकॉल के पालन के लिये क्या किया जा रहा है। सूचना पर एसडीएम मणीन्द्र सिंह अपने दल के साथ तत्काल रामपुर चैराहे पहुंचे और दुकानों पर भीड़ लगाकर खड़े लोगों को भगाया। रामपुर स्थित कुमार ज्वैलर्स की छोटी दुकान में जहाँ आठ-दस लोग बिना मास्क व बिना सोशल डिस्टेंसिंग के बैठै थे, उन पर तत्काल जुर्माना लगाते हुए दो दिन के लिये दुकान भी सील करवा दी। वहीं अन्य दुकानदारों को चेतावनी दी गई कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाए, साथ ही बिना मास्क वालों को दुकानों पर न बैठाया जाए। 10. बरगी बाँध के खुले 7 गेटों में से 4 और बंद कर दिये गयेद हैं। इस तरह अब केवल 3 गेटों को आधा-आधा मीटर की सीमा तक खोलकर पानी बाहर छोड़ा जा रहा है। बाँध के कैचमेंट एरिया में बारिश थमने के बाद से बाँध में पानी आने की रफ्तार भी कम हुई है। अभी बाँध में 750 घन मीटर प्रति सेकेण्ड की रफ्तार से पानी आ रहा है तो लगभग इतनी ही रफ्तार से पानी बाहर जा रहा है। बाँध का जल स्तर पिछले तीन-चार दिनों से एकसा है। बाँध का जल स्तर 421.80 मीटर पर है। यह उच्चतम स्तर से 96 मीटर कम है। बाँध का जल प्रबंधन देखने वाले अधिकारियों के अनुसार जल भराव एरिया से पानी आने की रफ्तार घटते ही पानी छोडने की रफ्तार कम कर दी है। अब केवल 3 गेट खुले हैं और यदि एक-दो दिन बारिश नहीं हुई तो इनको भी बंद किया जा सकता है।