क्षेत्रीय
19-Sep-2020

1. जबलपुर में निजी अस्पतालों में कोरोना बीमारी के इलाज के नाम मची लूट को लेकर लगातार युवा कांग्रेस एनएसयूआई के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं इसी कड़ी में आज युवा काँग्रेस और एनएसयूआई ने बड़ा फुहारा से लेकर बल्देवबाग तक कैंडल मार्च निकाला और निजी अस्पतालों और जिला प्रशासन का विरोध किया । कार्यकर्ताओ का कहना है जिला प्रशासन के सह पर निजी अस्पताल वाले गरीब आम जनता कोरोना बीमारी के इलाज के नाम पर मोटी मोटी रकम वसूली जा रही है ओर ना तो निजी अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है ना कोई व्यवस्था बनी हुई है जिससे लगातार मौते भी सामने आ रही है उसके बाद भी जिला प्रशासन सोया हुआ है कार्यकर्ताओ का कहना है अगर जल्द से जल्द निजी अस्पतालों की व्यवस्था दुरुस्त नही की गई और लूट बंद नही की गई तो युवा कांग्रेस ओर एनएसयूआई यूंही सड़कों पर उतरता रहेगा 2. कोरोना से स्वस्थ होने पर शुक्रवार को 191 व्यक्तियों को डिस्चार्ज किया गया है । वहीं बीते चैबीस घण्टे के दौरान कोरोना के 242 नये मरीज सामने आये हैं । डिस्चार्ज हुये 191 व्यक्तियों को मिलाकर जबलपुर में कोरोना के संक्रमण से मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या 6079 हो गई है । बीते चैबीस घण्टे के दौरान आये 242 कोरोना संक्रमितों को मिलाकर जबलपुर में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 7504 पहुँच गई है । बीते चैबीस घण्टे के दौरान दो व्यक्तियों की मृत्यु की प्राप्त हुई रिपोर्ट को मिलाकर जबलपुर में कोरोना से अभी तक 122 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है । जबलपुर में कोरोना के एक्टिव केस अब 1303 हो गये हैं । 3. देशी शराब बनाने वालों आरोपियों के हौसले इतने बुलंद की शिक्षा के मंदिर को ही शराब बेचने का अड्डा बना लिया गया,,आबकारी पुलिस ने घमापुर स्थित कुछ बंधिया मोहल्ले में कच्ची शराब बनाये जाने को लेकर दबिश दी। सर्चिंग के दौरान बंद पड़े शासकीय माध्यमिक स्कूल घमापुर की तलाशी ली गयी तो आबकारी टीम के होश उड़ गए ,,जहा शराब बनाने वाले तस्करों द्वारा बंद स्कूल को अपना अड्डा बनाते हुए लगभग 5000 हजार लीटर महुआ लाहन ड्रंमों में रखा गया था । मौके पर पहुँची आबकारी टीम द्वारा तत्काल महुआ लाहन को जब्त करते हुए उसे मौके पर ही नष्ट किया गया, ,अज्ञात लोगों के ऊपर आबकारी एक्ट अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश सुरु करदी गयी है। 4. वरिष्ठ पत्रकार हरीश चैबे आज पंचतत्व में विलीन हो गये। अंतिम संस्कार आज चैहानी शमशान घाट गढ़ा में किया गया। मेडिकल कालेज में भर्ती श्री चैबे कोविड 19 कोरोना से पीड़ित रहे। उपनगरीय क्षेत्र रांझी व्हीकल इस्टेट निवासी श्री चैबे जबलपुर की श्रमजीवी पत्रकारिता के अग्रणी स्तंभ थे। मिलनसार-मृदुभाषी एवं साहसी हरीश चैबे के आकस्मिक निधन से पत्रकारिता जगत में शोक व्याप्त है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान, सांसद विवेक तन्खा ने श्री चैबे के निधन पर गहन शोक व्यक्त किया है। शहर की अनेक सांस्कृतिक, सामाजिक, धार्मिक एवं राजनीतिक हस्तियों ने श्री चैबे को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। ईएमएस टीवी परिवार उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अपिर्त करता है। 5. अभी भी लॉक डाउन को लेकर कई तरह की चर्चा का बाजार गर्म है। सोशल मीडिया में भी नई नई अफवाह उड़ रही है। कोई दस कोई बीस और कोई एक माह के लॉक डाउन का दावा कर रहा है। हालांकि ज्यादातर व्यापारी खुद से कारोबार बंद रख रहे हैं। प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव डा. राजेश राजौरा ने एक बयान जारी कर लॉक डाउन संबंधी चर्चाओं पर स्पष्टीकरण दिया है। उनका कहना है कि फिलहाल प्रदेश सरकार कही भी किसी भी किस्म का लॉक डाउन नहीं करने जा रही। ऐसा न ही कोई आदेश निकाला गया है। प्रदेश सरकार ने सभी कलेक्टर एवं अन्य अफसरों को साफ कह दिया है कि वे बिना भोपाल से पूछे लॉक डाउन लागू न करें। गृह मंत्रालय सिर्फ विशेष परिस्थिति में लॉक डाउन की इजाजत देगा। इसके लिए विधिवत प्रस्ताव जिला आपदा प्रबंधन गु्रप से पास कराकर भोपाल भेजना पड़ेगा। उसके बाद प्रदेश सरकार फैसला लेगी। डा. राजौरा ने प्रदेशवासियों से आग्रह किया है कि वे लॉक डाउन संबंधी किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। वे स्वयं कोरोना से संक्रमण से बचे। दूसरों को बचाये। उन्होने स्पष्ट किया कि व्यापारी खुद से अपनी दुकान बंद रख सकते हैं। इसमें राज्य शासन का कोई हस्तक्षेप नहीं है। प्रमुख सचिव ने मास्क लगाने सोशल डिस्टेंसिंग तथा सेनिटाइजर का उपयोग करने की सलाह लोगों को दी है। 6. जबलपुर शहर में एक ओर कोरोना से बढ़ रही मौतों और कोरोना पॉजिटिव की बढ़ती संख्या के कारण आम से लेकर खास दहशत के साये में जी रहे हैं वहीं कुछ निजी अस्पताल वाले कोरोना इलाज के नाम पर जमकर कमाई कर रहे हैं। आगा चैक स्थित मेडीसिटी अस्पताल में कोरोना इलाज में लगे नर्सिंग स्टॉफ और डॉक्टरों के खाने और ठहरने के लिए अस्पताल के सामने आगा चैक के पास स्थित आर्शीवाद उत्सव मैरिज लॉन को किराये पर लिया गया है लेकिन क्षेत्रीय नागरिकों की मानें तो अस्पताल प्रबंधन आर्शीवाद उत्सव में मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज कर रहा है। नागरिकों का कहना है कि दूसरी बीमारियों से पीड़ित का इलाज किया जाता जाता तब भी कोई बात नहीं लेकिन अस्पताल प्रबंधन यहां कोरोना पीड़ितों का इलाज कर रहा है जिससे अस्पताल के आसपास रहने वाले लोग दहशत में हैं। विक्टोरिया अस्पताल के सीएमएचओ डॉ. रत्नेश कुरारिया से जब बात की गई तो उनका कहना था कि मेडीसिटी अस्पताल प्रबंधन ने अपने नर्सिंग स्टॉफ और डॉक्टरों के ठहरने के लिये आर्शीवाद उत्सव को किराये पर लेने की अनुमति ली थी यदि वहां मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है तो गलत है वे पता लगवायेंगे। 7. रेलवे के निजीकरण विरोध में वेस्ट सेंट्रल रेलवे इम्प्लाइज यूनियन के तत्वावधान में किये जा रहे आंदोलन के तहत जबलपुर मंडल में मंडल सचिव का. नवीन लिटोरिया एवं मंडल अध्यक्ष का. बीएन शुक्ला के नेतृत्व में सभी युवा रेलकर्मियों ने मशाल जुलुस निकालकर जन जन को निजीकरण से होने बाले दुष्परिणाम के बारे में अवगत कराया. यूनियन के मंडल सचिव का. नवीन लिटोरिया ने कहा सरकार पूंजीपतियों के फायदे के लिए 109 रूटों पर 151 ट्रेनों एवं 50 स्टेशनों को बेचने पर आमादा है. इससे छात्रों, पत्रकारों, वरिष्ठ नागरिकों, गंभीर मरीजों, दिव्यांगों एवं गरीब आदमी का यात्रा करना काफी दुश्कर हो जायेगा. पूॅंजीपति हमेशा फायदा कमाने के लिए काम करेगा न कि इस देश की जनता की सेवा के लिये. 8 . नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजों की भीड़ बढ़ती जा रही है, एक ओर यहाँ चार भवनों में कोरोना के मरीज हैं तो वहीं दूसरी ओर गायनिक सहित दूसरे विभागों में भी ऐसे मरीज पहुँच रहे हैं जिनका इलाज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी संभव है। यहाँ बड़ी संख्या में सीनियर व जूनियर डॉक्टर्स सहित अन्य स्टाफ कोरोना संक्रमित हो चुका है, वहीं बढ़ती भीड़ ने बाकी में संक्रमित होने का खतरा बढ़ा दिया है। मेडिकल के कई डॉक्टर्स संक्रमण से ठीक होने के बाद काम पर लौट आए हैं, इनमें अधिकांशतरू दूसरे राज्यों व शहरों के हैं। सीनियर डॉक्टर्स का कहना है कि यहाँ कोविड वार्ड में ड्यूटी करने वाले चिकित्सकों से ज्यादा दूसरे विभागों में मरीजों की जाँच व इलाज करने वाले डॉक्टरों को कोविड का खतरा है। कोविड वार्ड में तो सुरक्षा उपायों की प्राथमिकता है लेकिन अन्य में ऐसा नहीं है। इस स्थिति में यहाँ सिर्फ सीरियस मरीज ही आएँ तो कम दबाव में उनका बेहतर इलाज किया जा सकेगा। 9. कोरोना संक्रमण की रोकथाम की दिशा में नगर निगम द्वारा सेनिटाइजेशन के लिए अभियान चलाया जा रहा है। 21 टीमों के द्वारा शहर के सभी 16 संभागों में सेनिटाइजेशन का कार्य किया जा रहा है। नगर निगम के कर्मचारियों की टीमें सेनिटाइजेशन के कार्यों के साथ ही फॉगिंग एवं दवा का छिड़काव भी कर रही हैं। जिस तरह कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं उसे देखते हुए निगम ने भी इस कार्य को तेज कर दिया है।संभागायुक्त एवं निगम प्रशासक महेशचंद्र चैधरी एवं निगमायुक्त अनूप कुमार सिंह के निर्देश पर शहर में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए 21 टीमों का गठन किया है जिनके द्वारा नियमित रूप से शहर के प्रमुख मार्गों, बाजारों, रहवासी क्षेत्रों, कॉलोनियों एवं मलिन बस्तियों में सेनिटाइजेशन का कार्य कराया जा रहा है। 10 . शहपुरा के बिलपठार गाँव से गुरुवार तड़के सोते समय रहस्यमय तरीके से गायब हुई 2 वर्षीय हिमांशी चैधरी का शव डेढ़ किमी दूर ग्राम नाचन तिराहे पर खेत में पड़ा मिला। शुक्रवार की शाम ग्राम टेड़ चैकी की महिलाएँ लकड़ी काटकर वापस लौट रहीं थीं तब नाचन तिराहे के पास खेत पर पड़े मासूम के शव पर उनकी नजर पड़ी। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना गाँव वालों को दी। इसके बाद तत्काल पुलिस को सूचित किया गया। हत्या से पूर्व बच्ची के साथ बलात्कार की आशंक जताई जा रही है। सूचना मिलते ही एसपी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी और पुलिस बल मौके पर पहुँच गया। जानकारी के अनुसार मासूम की मौत के बाद उसके पिता रूपलाल ने कुछ लोगों पर शंका जाहिर की है। वहीं शव मिलते ही मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण जमा हो गए और घेराव करते हुए पुलिस से माँग की कि तीन दिन के अंदर आरोपी की तलाश कर गिरफ्तार किया जाए। मामले की जाँच के लिये एसपी ने एसआईटी गठित कर दी है। 11. पश्चिम मध्य रेलवे के मुख्यालय जबलपुर के जोन और मंडल में कोरोना संक्रमण का कोहराम बढऩे के कारण रेल कर्मचारियों में दहशत बढ़ रही है। पिछले एक सप्ताह के दौरान कार्मिक, वाणिज्य, सिगन्ल्स सहित अन्य विभागों में रेलकर्मी कोरोना पॉजिटिव निकले हैं, जिन्हें रेल अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है, लेकिन सबसे बड़ी परेशानी उन रेल कर्मचारियों की है, जो कोरोना पॉजिटिव कर्मी के साथ काम कर रहे थे, लेकिन रेल अस्पताल प्रबंधन उनकी टेस्टिंग करने में आनाकानी कर रहा है। इन दहशतजदा रेल कर्मचारियों का कहना है कि जब घंटों तक काम करने के बाद उनके साथी कोरोना पॉजिटिव आए हैं तो सहयोगी साथियों में भी वायरस का अटैक हो सकता है, ऐसे में रेल कर्मियों की सुरक्षा के लिहाज से उनका कोरोना टेस्ट होना चाहिए, लेकिन रेल प्रशासन टेस्ट करने से इनकार कर रहा है। वहीं रेलवे अस्पताल के स्टाफ का कहना है कि कोरोना के मामले में गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है, जिसमें कोरोना पॉजिटिव के ऐसे सहयोगी के ही टेस्ट करने का नियम है, जिनमें कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहे हों, लेकिन सभी सहयोगी कर्मचारी कोरोना टेस्ट के लिए दबाव बना रहे हैं, जिससे विवाद की स्थिति पैदा हो रही है। 12. शहर के ऑटो सवारियों से ठसाठस चल रहे हैं। ऑटो चालक कमाई के चक्कर में सोशल डिस्टेंसिंग तो छोड़ो सवारियों को मास्क लगाने तक नहीं बोलते। इधर मेट्रो कम चलने के कारण ऑटो ही परिवहन का मुख्य साधन बन रहे हैं। छोटी लाइन फाटक, तीन पत्ती, मालगोदाम, रानीताल, दमोहनाका, दीनदयाल चैक, मेडिकल लगभग हर चैराहों-तिराहों पर दिखने वाले ऑटो के यही हाल हैं। अभी तो स्थिति यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों के ऑटो भी शहरी सीमा में धड़ल्ले से बेरोकटोक चल रहे हैं।सवारियों ने बताया कि इस महामारी का फायदा उठाते हुए ऑटो चालक मनमाना किराया भी वसूल रहे हैं। सवारियों की मानें तो सभी रूटों पर मेट्रो का संचालन न होने से उन्हें आने-जाने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, इसलिए ऑटो ही एक विकल्प बचता है।


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