क्षेत्रीय
28-Oct-2020

प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने तो सभी डूब क्षेत्र में नुकसान होने वाले लोगों को राहत राशि देने की घोषणा तो की थी लेकिन यहां पर चेहरा और रुपए देखकर राहत राशि दी जा रही है और सर्वे करने वाले पटवारी अपनी मनमर्जी के मुताबिक राहत राशि दे रहे हैं। जब मीडिया से चर्चा कर लोगों ने अपनी तकलीफ सुनाई और पटवारी पर रिश्वत लेने के आरोप लगाते हुए कहा कि हम गरीबों से 5000₹ लिए गए फिर हमको 25000 की राहत राशि दी गई इसमें से पटवारी को हमने 5000 रिश्वत दी पटवारी ने हमसे कहा कि आप मुझे 5000 दोगे तो मैं तुम्हारे 25000 पास करवा दूंगा ऐसे ही मामले ग्राम मंजिली में भी देखने को मिला और एक बात चौंकाने वाली सामने आई कि जिनका नुकसान भी नहीं हुआ पटवारी ने रिश्वत लेकर उनके 90,000 से 50,000 की राशि स्वीकृत करा दी लोगों में पटवारी के खिलाफ आक्रोश का माहौल बना हुआ है। अब देखना है कि उच्च अधिकारी इस पर क्या कार्रवाई करते हैं या फिर गरीब लाचार लोग हताश होकर अपनी तकदीर के नाम रोते हैं।


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