राष्ट्रीय
लॉकडाउन में फंसे मजदूर घर जाने के लिए परेशान हैं. कोई हजारों किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर रहा है, तो कोई रेलवे ट्रैक के सहारे घर निकल जा रहा है. घर पहुंचने की उम्मीद में कुछ लोग रास्ते में ही दम तोड़ दे रहे हैं. कहने को तो सरकारों ने मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई है. फ्री में मजदूरों को घर पहुंचाने का दावा किया जा रहा है. लेकिन इसके किराए को लेकर पूरे देश में राजनीति हुई. मजदूरों से वसूली की खबरों के बाद सरकार से लेकर विपक्ष, हर कोई किराया देने की बात करता हुआ नजर आया लेकिन सूरत में तस्वीरें कुछ और ही हाल बयां कर रही हैं. एक जगह बीजेपी से जुड़े लोग मजदूरों के ग्रुप लीडर्स से टिकट के लिए 850 रुपये वसूलते हुए नजर आए.