पतंजलि में कोरोना विस्फोट, फर्जी निकली रामदेव की दवा उत्तराखंड के हरिद्वार में कोरोना संक्रमण तेज होता जा रहा है। अब कोरोना संक्रमण ने पतंजलि योगपीठ में भी पैर पसार लिए हैं। 18 अप्रैल को पतंजलि के आचार्यकुलम, योगपीठ और योग ग्राम में 39 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए. वहीं, 10 दिन में 73 लोग कोविड पॉजिटिव आ चुके हैं। बाबा रामदेव के गढ़ में कोरोना का हमला उनकी पोल खोलने वाला है जो पहले कोरोना की पहली दवा लांच कर रहे थे और उसी को इम्युनिटी बूस्टर बता कर बेचने लगे। 23 जून 2020 को रामदेव की कंपनी ‘पतंजलि रिसर्च इंस्टिट्यूट’ ने बाकायदा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की. इसमें ‘कोरोनिल’ और ‘श्वासारी वटी’ नाम की 2 दवाएं पेश कर कोविड-19 के इलाज का दावा किया गया।. उस समय इस तरह के हवाई दावे करने वालों के खिलाफ महामारी एक्ट में मुक़दमे कायम कर उन्हें जेलों में ठूंसा जा रहा था।इसके बाद पतंजलि ने इम्युनिटी बूस्टर बता कर ये दवा बेची। फरवरी 2021 में रामदेव ने फिर से धमाका करते हुए कोरोना वायरस की प्रमाणित दवा लांच करने का दावा किया। इस कार्यक्रम में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आयुर्वेद की महिमा का बखान भी किया। कार्यक्रम में पतंजलि ने कोरोनिल और अन्य इम्युनिटी बूस्टर दवाएं लांच की। अब पतंजलि पर ही कोरोना का हमला हुआ है और दावे करने वाले बाबा रामदेव मौन हैं।