तेज बारिश होने से स्कुलो मे चल रही तिमाही परीक्षा का एक पेपर हुआ स्थिगित मूसलाधार बारिश से जलमग्न हुआ टेकाडी का सर्राटी जलाशय मारबत पर्व पर युवाओं ने बूढ़ी से निकला मारबत का जुलूस उत्तरी और पश्चिमी मध्यप्रदेश में चक्रवाती हवाओं के चलते बालाघाट जिले में मानसून सक्रिय हो गया है। इससे कई इलाकों में तेज बारिशए तूफान और आकाशीय बिजली के कारण लोगों के परेशान हो रहे है। जिले में १४ सितंबर से तेज बारिश हो रही। जो १५ सितंबर से तेज बारिश का होना जारी रहा। वही नगर के ३३ वार्डो में अधिक पानी भर गया जिससे वार्डवासियो को परेशानियो का सामना करना पड़ा। वही दूसरी ओर १५ सितंबर को प्रशासन ने बोर्ड पैटर्न पर हो रही तिमाही परीक्षा का होने वाला पेपर भी रद्द कर दिया है। दरअसल पूरे प्रदेश के साथ 12 सितंबर से शासकीय स्कूलों में बोर्ड पैटर्न पर तिमाही परीक्षा हो रही है। इसका एक पेपर १५ सितंबर को होना था। लेकिन अधिक बारिश के चलते प्रशासन ने इसे स्थगित कर दिया है। इसकी अगली तिथि आगामी दिनों में घोषित की जाएगी। प्राकृतिक सौंदर्यता से अपनी ओर लोगों को आकर्षित करने वाला टेकाड़ी (सर्राटी जलाशय) लगातार हो रहीं बारिश से जलाशय पूरी तरह से जलमग्न हो गया हैं और ओवरफ्लो (रपटा) का पानी लगभग 3 फीट ऊंचाई से फेंक रहा है नगर सहित क्षेत्र भर में हो रहीं मूसलाधार बारिश से समुचा क्षेत्र तरबतर हो गया हैं और वारासिवनी लालबर्रा मार्ग पर स्थित टोंड्या नाला लालबर्रा से सिवनी मार्ग सहित एक गांव से दूसरे गांव जाने पर पड़ने वाले छोटे-छोटे नाले व पोखर उफान पर होने से आवागमन बाधित हो गया हैं। लामता से परसवाड़ा बैहर का सम्पर्क टूटा ।गत वर्ष लामता से बैहर मार्ग का कार्य उदित इंफ्रा कम्पनी के द्वारा निर्माण कराया गया था पुल पुलिया में घटिया मटेरियल एवं लोहे की कमी के कारण पुल पहली बारिश में ही ध्वस्त हो गया ।और लामता परसवाड़ा बैहर का आवागमन पूरी तरह से बन्द हो चुका है ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार द्वारा घटिया मटेरियल का उपयोग किया गया था बेस कालम सही तरीके से नही बनाया गया था जिस कारण आज ये पुल टूट चुका है ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से मांग कर रहे है पुल का निर्माण का कार्य शीघ्र गुणवत्ता मटेरियल से बनाया जावे । चरेगांव क्षेत्र में भारी बारिश होने के कारण किसने की फसल डूबी हुई है इसी प्रकार चरेगांव के अंतर्गत ग्राम l ल वेरी मैं एक किसान जिनके मकान खेत के किनारे में निवास करते थे जिनका नाम अशोक बोपचे इस गांव के रहने वाले हैं अधिक बारिश होने से उनके घर के करीब में पोल्ट्री फार्म एवं मछली का तालाब था जहां पानी घुस जाने के कारण करीब ₹300000 की मछली एवं ₹200000 की मुर्गियां पानी में बह गई लेकिन रात्रि के 1:00 बजे करीब गांव के लोगों के द्वारा उनके घर पहुंचने पर परिवार में रह रहे चार लोगों को सुरक्षित निकाला और अपने घर उन्हें उठा ले गए जिनकी खाने-पीने की सामग्री पानी में पूरी तरह से बह चुकी भारी बारिश के कारण आसपास में लगे किसने की धान की फसल भी नष्ट हो चुकी है खेतों में पानी भर चुका है पोला पर्व के दूसरे दिन मारबत का पर्व धूमधाम से मनाया गया। नगर के बूढ़ी क्षेत्र से मारबत का सार्वजनिक रूप से जुलूस निकाला गया। इसमें काफी संख्या में लोग मौजूद रहे। पोला के दूसरे दिन तान्हा पोला पर मारबत निकालने की प्रथा शहर में कई वर्षों से चली आ रही है। असुरी और बुराई की प्रतिक मारबत को नगर में बड़े ही उत्साह के साथ निकाला जाता है। शहर की सीमा से दूर उसका दहन किया जाता है। कहा जाता है कि महाभारत काल में कंस की बहन पुतना राक्षसी के श्रीकृष्ण के हाथों मारे जाने के बाद गोकुलवासियों ने मारबत को गांव के बाहर ले जाकर जला दिया था। ताकि गांव की सभी बुराइयां एवं कुप्रथाएं बाहर चली जाएं। तभी से मारबत का निर्माण किया जा रहा है। माननीय आयुष मंत्री रामकिशोर नानो कावरे ने दरमियानी रात से अतिवृष्टि के कारण धापेवाड़ा समनापुर मार्ग लिंगा हट्टा मार्ग पर स्थित पुल पुलिया के ऊपर से पानी जाने के कारण आवागमन अवरुद्ध होने की जानकारी प्राप्त होने पर रात्रि में ही जिला प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्य के निर्देश प्रदान किए। मंत्री ने ग्राम लिंगा एवं धापेवाडा में जाकर बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया मौके पर उपस्थित ग्रामीण एवं प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश प्रदान किए मंत्री श्री कावरे ने निर्देश प्रदान करते हुए कहा कि कुछ घरों के गिर जाने एवं सामग्री बह जाने की जानकारी प्राप्त हुई है। मेरे निर्देश पर बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचाया गया है एवं उनके भोजन पानी की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। धरती को बेहतर और तकनीकी रूप से उन्नत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले भारत रत्न डॉ मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की १६३ वी जन्म जयंती १५ सितंबर को डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसिएशन ने अभियंता दिवस के रूप में मनाई। डॉ मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया चौक पर डॉ मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की प्रतिमा पर डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसिएशन और इंजीनियर्स ने माल्यार्पण किया। प्रांतीय अध्यक्ष इंजी अजय रावतकर ने बताया कि तकनीकि ज्ञान के ज्ञाता डॉ विश्वेश्वरैया को आज इंजीनियर्स साथियों ने याद कर नमन किया है। वे एक महान इंजीनियर थे और हम सबके के प्रेरणा स्त्रोत है।