1 करीब 20 दिनों के बाद शेयर बाजार में गुरुवार को जबर्दस्त गिरावट दिखी। बाजार बंद होने के कुछ समय पहले सेंसेक्स में 1100 अंकों से ज्यादा की गिरावट आ गई। 41 हजार की तरफ तेजी से बढ़ रहा सेंसेक्स घटकर 39700 के स्तर पर पहुंच गया। निफ्टी भी 11660 के स्तर पर पहुंच गई। इसमें 300 अंकों से ज्यादा की गिरावट देखी जा गई। जब सेंसेक्स में 1000 से ज्यादा अंकों की गिरावट आई तो निवेशकों के एक दिन में 2.7 लाख करोड़ रुपए डूब गए। लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप घटकर 157.85 लाख करोड़ पर पहुंच गया। 2 रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने गुरुवार को कहा कि उसे वैश्विक निवेश फर्म केकेआर से उसकी खुदरा शाखा में निवेश के लिए 5,550 करोड़ रुपये मिले हैं। इससे पहले आरआईएल ने 23 सितंबर को घोषणा की थी कि केकेआर उसकी सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेडमें 1.28 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी खरीदने के लिए निवेश करेगी। 3 चीन की स्मार्टफोन निर्माता कंपनी वनप्लस ने कहा है कि वह छोटे शहरों तक पहुंच बनाने के लिए भारत में 100 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। यह निवेश ऑनलाइन और ऑफलाइन रिटेल भागीदारी पर किया जाएगा। मेट्रो शहरों से अलग टियर-2 शहरों में प्रीमियम स्मार्टफोन सेगमेंट में हिस्सेदारी बढ़ाने के मकसद से यह निवेश किया जाएगा। वनप्लस के वीपी और चीफ स्ट्रैटजी ऑफिसर नवनीत नाकरा ने कहा कि अभी पूरे देश में हमारे 5000 से ज्यादा ऑफलाइन स्टोर स्टोर हैं। 4 भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव का असर भारत में आने वाले निवेश पर भी पड़ रहा है। केंद्र सरकार चीन की कंपनियों द्वारा भारत में निवेश पर सख्ती बरत रही है। इस पर देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यम ने कहा कि कुछ देशों की कंपनियों पर हमारी नजर है। इससे भारत में स्टार्टअप को मिलने वाले निवेश पर भी असर पड़ सकता है। फिक्की के इंवेंट में एक सवाल का जवाब देते हुए केवी सुब्रमण्यम ने कहा कि, सीमा पर तनाव के चलते सीमा पार से आने वाले निवेशों की छानबीन करना आवश्यक है। इसमें केवल प्रत्यक्ष निवेश ही नहीं बल्कि अप्रत्यक्ष निवेश भी शामिल है। 5 इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक का आईपीओ 20 अक्टूबर को आएगा। आईपीओ के तहत कंपनी ने 280 करोड रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा है। यह जानकारी रेगुलेटरी फाइलिंग में कंपनी ने दी है। इससे पहले 11 अक्टूबर 2020 को इक्विटास स्माल फाइनेंस बैंक ने आईपीओ के संबंध में चेन्नई आरओसी के पास आरएचपी फाइल किया था। इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक का यह आईपीओ 2020 का 12वां आईपीओ होगा। कंपनी ने इसका प्राइस बैंड फिक्स कर दिया है, जो 32-33 रुपए होगा। यह आईपीओ 22 अक्टूबर को बंद हो जाएगा। बता दें कि, इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक, इक्विटास होल्डिंग्स की सब्सिडियरी है। 6 ई-कॉमर्स बाजार में पैठ बढ़ाने के लिए टाटा ग्रुप भारतीय ऑनलाइन रिटेलर इंडियामार्ट का अधिग्रहण कर सकता है। मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा कि टाटा ग्रुप ने एक बड़ी हिस्सेदारी खरीदने के लिए इंडियामार्ट इंटरमेश लिमिटेड से संपर्क किया है। बातचीत अभी शुरुआती चरण में है। इंडियामार्ट बिजनेस-टू-बिजनेस मार्केटप्लेस है। इंडियामार्ट के शेयरों में इस साल 142 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिससे उसका मार्केट वैल्यू करीब 2 अरब डॉलर (करीब 14,669 करोड़ रुपए) हो गया है। 7 केंद्र सरकार की ओर से लाए गए चारों लेबर कोड 1 अप्रैल 2021 से एक साथ लागू हो सकते हैं। लेबर सेक्रेटरी अपूर्वा चंद्रा ने यह बात कही है। संसद के बीते सत्र में ही इंडस्ट्रियल रिलेशन कोड, सोशल सिक्योरिटी कोड, ऑक्यूपेशनल सेफ्टी, हेल्थ ऐंड वर्किंग कंडिशन कोड को मंजूरी दी है। जबकि वेज कोड को 2019 में ही मंजूरी मिल गई थी। सरकार ने 44 सेंट्रल लेबर एक्ट को मिलाकर इन चारों कोड को तैयार किया है। 8 फ्यूचर ग्रुप के फाउंडर किशोर बियानी ने अपनी रिटेल कंपनी को बेचने की असली वजह बताई है। बुधवार को फिजिटल रिटेल कन्वेंशन में बोलते हुए किशोर बियानी ने बताया कि कोविड-19 महामारी के कारण स्टोर बंद रहने से पहले तीन-चार महीने में 7000 हजार करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ था। इस कारण उन्होंने फ्यूचर ग्रुप को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) को बेच दिया था। 9 देश में स्टार्टअप सेक्टर की हालत भले खराब है, लेकिन उम्मीद है कि इस साल के अंत तक ये 7.5 लाख रोजगार दे सकते हैं। सितंबर 2020 की तिमाही के अंत तक कुल निवेश और स्टार्टअप में निजी निवेश, दोनों कोविड-19 के पहले के लेवल पर पहुंच गए हैं। हालांकि इनडायरेक्ट (अप्रत्यक्ष) तौर पर 26-28 लाख रोजगार मिलने की संभावना है। ग्लोबल मैनेजमेंट व स्ट्रैट्जी कंसल्टिंग फर्म जिनोव के साथ साझेदारी में टाई दिल्ली-एनसीआर ने यह जानकारी दी है। 10 बैंकों द्वारा दी जाने वाली उधारी की बढ़त (क्रेडिट ग्रोथ) में लगातार छठीं तिमाही में कमी आई है। जून तिमाही में यह 5.7 पर्सेंट रही है। यह जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने जारी आंकड़ों में दी है। बैंकों के पास इस समय कुल 141 लाख करोड़ रुपए की डिपॉजिट है। जबकि उधारी 100 लाख करोड़ रुपए है। आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक औद्योगिक (इंडस्ट्रियल) सेक्टर की उधारी जून तिमाही में सालाना आधार पर 0.6 पर्सेंट गिरी है। कुल उधारी में इसका हिस्सा 30.08 पर्सेंट रहा है।