क्षेत्रीय
20-Sep-2020

उत्तर उत्पादन वन परिक्षेत्र के अंतर्गत लामता के बसेगांव और लोटमारा बीट मे इन दिनों परिक्षेत्र अधिकारी के नाक के नीचे लकड़ी माफियाओं के द्वारा सागौन के वृक्षो पर कुल्हाड़ी चलाकर जंगल का सफाया किया जा रहा है। जिस पर वन विभाग के कर्मचारियो द्वारा ध्यान नही दिया जा रहा है। इसी तरह का मामला उत्तर लामता परिक्षेत्र सामान्य के बीट क्रमांक ११९५ बसेगांव १२७२ बसेगांव १२०५ लोटमारा में वन विभाग के कर्मचारियों के नाक के नीचे वन कर्मचारी ही तस्करी को अंजाम दे रहे हैं जिससे वन संपदा नष्ट होने और करने में सबसे अधिक योगदान और सहयोग वन विभाग के भ्रष्ट कर्मचारियों का रहा है । तिरोड़ी-मॉयल लीमिटेड तिरोड़ी में कार्यरत मुकेश देवांगन की पत्नी मीना देवांगन 48 वर्षीय कोरोना संक्रमित पाए जाने से नगर में दहशत का माहौल है कोरोना पाजिटिव मरीज का तिरोड़ी नगर में यह पहला मामला है। मॉयल लीमिटेड के कार्मिक अधिकारी अमित सिंग के अनुसार स्टाफ क्वाटर वार्ड न.05 निवासी मीना मुकेश देवांगन कोरोना पाजिटिव पायी गयी है उन्होंने बताया कि श्रीमती देवांगन स्वास्थ्य चिकित्सा हेतु भंडारा गए थे।जहाँ पर कोविड-19टेस्ट में उनकी रिपोर्ट पाजिटिव पायी गयी तत्पश्चात श्रीमती देवांगन को कोविड सेंटर बालाघाट आई टी आई में भर्ती कराया गया है एवं स्टॉफ क्वाटर स्थित उनके निवास एवं आस पास के इलाके को सेनेटाइज कर सील किया गया साथ ही परिवार को होम क्वारणटीन कराया गया। तिरोड़ी-तिरोड़ी नगर के वार्ड नं 03 निवासी वरिष्ठ पत्रकार सतीश भारती के यहाँ ब्रम्हकमल का दुर्लभ फूल के दर्शन पाने स्थानीय निवासियों का हुजूम उमड़ पड़ा। शास्त्रों के अनुसार हिमालय जैसी बर्फीली जगह में पाया जाने वाला यह फूल 32 प्रजातियों में पाया जाता है जो करीब दो चार एवं बारह वर्ष में एक बार रात्रि के समय ही खिलता है करीब चार घंटे के पश्चात यह मुर्झा भी जाता हैं। पत्रकार सतीश भारती ने जानकारी देते हुए बताया कि यह पौधा उन्हें प्रिय मित्र ने भेंट किया था।जो उन्होंने अपने गार्डन में लगाया हुआ था। शनिवार रात्रि में दुर्लभ ब्रम्हकमल का फूल खिला जो कि पतो से निकला है।यह एक ऐसा फूल है जिसकी पूजा की जाती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार श्रष्टि के रचयिता ब्रम्हा जी इस पर विराजमान हैं। वारासिवनी ' देश के यसस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवष के उपलक्ष्य में 14 सितंबर से 20 सितंबर तक भारतीय जनता पार्टी के द्वारा सेवा सप्ता के रूप में मनाया गया जिसमें आज 20 सितंबर दिन रविवार समय 1 बजे शासकीय शंकर साव पटेल महाविद्याल वारासिवनी में वृक्षारोपण कार्यक्रम रखा गया, बालाघाट नगर मुख्यालय में विगत ३ दिनों से शाम को हवा के साथ साथ तेज बारिश हो रही है। इसी कड़ी में रविवार को शाम ४ बजे अचानक गरज चमक के साथ तेज बारिश होना शुरू हो गई। जो लगभग १ घंटे तक यह बारिश का सिलसिला चलता रहा। हालंाकि यह बारिश से जो फसल के निकलने मे देरी है उसे फायदा होगा और जो फसल निकल चुकी है उसे नुकसान होने की संभावना किसानो ने व्यक्त की है। वही उमस भरी गर्मी से लोग हलाकान है जिसके चलतेे तेज बारिश होने से किसी प्रकार की मौसम मे ठंडक नही पहुची है। विगत दिनों आयी भयानक बाढ़ के बाद अब सभी प्रभावित लोगों को सरकार की ओर से मदद की आवश्यकता है। बाढ़ को आये लगभग 20 दिन हो चुके है मगर अभी भी न किसानों को मुआवजा मिल पाया है और न ही आवास की क्षति होने पर किसी को आर्थिक सहायता मिल पाई है। कुछ जनप्रतिनिधियों द्वारा की गई मदद को छोड़ दिया जाय तो किसानों और प्रभावितों को शासन की ओर से किसी तरह की आर्थिक मदद फिलहाल नही मिल पायी है। बाढ़ की भयानक स्थिति का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते है कि आज भी घोटी,खैरी,टेमनी,भौरगढ़ के खेतों में बाढ़ का पानी आसानी से देखा जा सकता है। इस बारे में प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी सर्वे कार्य कर रिपोर्ट जिला प्रशासन को भिजवाने की बात कर रहे है। ज्ञात हो कि 28 और 29 अगस्त को हुई भारी बारिश के बाद सारे बांध ओवर फ्लो हो गए थे। जिसके बाद प्रशासन द्वारा बांध के पानी को नदियों में छोड़े जाने के बाद बाघ,वैनगंगा,बावनथड़ी और चंदन नदी में बाढ़ की भयंकर स्थिति निर्मित हो गई थी। जिसके कारण क्षेत्र के ग्राम घोटी,टेमनी,कुम्हली,भौरगढ़,मोवाड़ सावरी,खैरी,सतोना,लावनी, सिवनघाट,भेंडारा सहित नदी किनारे स्थित ग्रामों में बाढ़ का पानी ग्रामों में प्रवेश करने से घर और फसलों को भारी मात्रा में नुकसान हुआ था।


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