1 कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी भरत यादव ने एक आदेश जारी कर जिले के अंतर्गत सभी बैंक शाखाओं व कार्यालयों को आगामी एक जून से निर्धारित समय से बैंकिंग कार्य संपादित करने का निर्देश दिया है। बैंकिंग कार्य के दौरान भारत सरकार, राज्य सरकार एवं कलेक्ट्रेट कार्यालय द्वारा समय-समय पर जारी किए गए निर्देशों तथा फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित करने की हिदायत दी गई है। एक जून से सभी एटीएम खुले रहेंगे तथा उसमें पर्याप्त राशि की उपलब्धता रहेगी। 2 जबलपुर एक तरफ कोरोना संक्रमण की हाहाकार वही दूसरी तरफ इस प्रचंड गर्मी से पानी की किल्लत से जनता परेशान ,,, जिसको देखते हुए कैंट विधानसभा के विधायक अशोक ईश्वरदास रोहाणी ने नगर निगम कमिश्नर आशीष कुमार के साथ रांझी स्थित रक्षा नगर का निरीक्षण किया वही कमिश्नर के निरीक्षण के बाद विधायक अशोक ईश्वरदास रोहाणी के प्रयासों से रक्षा नगर में 98 लाख की लागत से टंकी निर्माण की घोषणा की ,,वही लालाजपत राय वार्ड के विश्वकर्मा मोहल्ले,परशुराम बस्ती पानी की किल्लत को देखते हुए आज 2000 लीटर की पानी की टंकी वार्ड वासियो को भेंट की ,,, 3 जबलपुर में भीषण गर्मी के बावजूद इस बार स्थानीय कुम्हारों के द्वारा बनाए हुए मिट्टी के पारंपरिक बर्तनों की बिक्री नहीं हो रही है इसकी वजह है कोरोना के कारण जारी लॉक डाउन....अपनी जमा पूंजी लगा कर माल तैयार करने वाले कुम्हार यानी प्रजापति समाज के सैकड़ों लोग अब रोजी रोटी के लिए मोहताज हैं..इन कारीगरों के हाथों तैयार लाखों का समान बिक्री के लिए बाजारों में रखा तो जरूर है लेकिन इनके खरीददार नहीं पहुंच रहे हैं... ऐसे में अब इन्हें सरकार से मदद की उम्मीदें हैं। बाईट - अजय चक्रवर्ती,स्थानीय कारीगर 4 अनाप-शनाप बिजली बिलिंग और निजी स्कूलों द्वारा वसूली जा रही भारी भरकम फीस का मुद्दा एक बार फिर गरमाने लगा है। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने आंदोलन छेड़ने की चेतावनी दी है। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई है कि घरेलू बिजली और कामर्शियल बिजली बिलिंग में बिजली कंपनियों द्वारा अनाप-शनाप बिजली बिल भेजे जा रहे हैं जबकि पिछले दो माह में लॉक डाउन के कारण लोगों की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर हुई है। इसके अलावा निजी स्कूलों की तरफ से भी अभिभावकों से मनमानी फीस वसूली जा रही है जबकि कोरोना संकट के चलते प्रदेश सरकार की तरफ से निजी स्कूल संचालकों से फीस नहीं लिए जाने के निर्देश दिए गए हैं। 5 सुलभ कांप्लेक्स में काम करने वाले सफाई कर्मचारियों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है ,सुलभ कांप्लेक्स में कार्य करने वाले सफाई कर्मियों ने पिछले दो माह में अनेक बार शासन प्रशासन एवं अधिकारियों को वेतन न मिलने संबंधी जानकारी देते हुए वेतन भुगतान की मांग की, 6 जबलपुर रेलवे स्टेशन पर आखिर बदबूदार खाने की पोल खुल ही गई। मजदूरों को किस स्तर का खाना केटरिंग ठेकेदार बांट रहे है उसे लेकर प्लेटफार्म क्रमांक एक पर मजदूरो ने शुक्रवार दोपहर जमकर हंगामा किया। मजदूरों ने जीआरपी को खाना दिखाते हुए करवाई की मांग की है।बताया जाता है कि 1 मई से अब तक जितनी भी ट्रेनों में ठेकेदारों द्वारा खाना बांटा गया है उसकी जांच,पड़ताल और गुड़वत्ता की जांच नहीं हुई। रेल अधिकारी ठेकेदारों के कारनामो को नजरअंदाज करते रहे है। आखिरी मोके पर मजदूरों ने बदबूदार फेफलो की पोल खोलते हुए जबलपुर रेल प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर दिया। 7 पूरे प्रदेश में वैश्विक महामारी ने अपनी गिरफ्त में हर व्यक्ति आम आदमी गरीब मजदूर हर कोई इसकी गिरफ्त में है। कोरोनो संक्रमण और शासन के द्वारा दिये गए निर्देशानुसार लॉक डाऊन के चलते हर वर्ग प्रभावित है ऐसे में उसकी जीविका के कार्य लगभग शून्य प्राय: है। ऐसी विषम परिस्थिति में जबलपुर रेड क्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष कलेक्टर भरत यादव, उपाध्यक्ष जितेंद्र जामदार और सचिव आशीष दीक्षित के निर्देशन में पिछले 2 महीने से घर पर बैठे ऐसे जरूरतमंदों ३५ लोगों को रेड क्रॉस सोसायटी द्वारा बनाई गई राशन किट प्रदान की गई। 8 राज्य शासन से मिली एनओसी के बाद शहर के बाजारों की दुकानें शुक्रवार दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक खोली गईं। बाजार तो खुल गये पर दुकानदार ग्राहकी का इंतजार करते रहे। दुकानों में इक्का-दुक्का ग्राहक ही नजर आये। 9 नौतपा की पांचवें दिन चिलचिलाती धूप के बीच दोपहर में मौसम का मिजाज एकदम से बदल गया और बड़ी-बड़ी बूंदों के साथ कुछ समय के लिये पानी गिरा। दोपहर में घिरे बादल शाम तक आसमान में छाये रहे जिससे मौसम में हल्की ठंडक बनी रही। बदले मौसम के संबध में प्राप्त जानकारी के अनुसार आने वाले तीन चार दिनों तक यहीं स्थिति बनी रहेगी। इस दौरान तेज बारिश भी हो सकती है और आंधी भी चलने की संभावाना है। 10 मप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय (एमयू) में इस बार नया घोटाला सुर्खियों में है। यह घोटाला आउट सोर्सिंग कंपनी किसी एक्स सर्विस मैन द्वारा संचालित की जा रही है। कर्मचारियों का आरोप है कि कंपनी संचालकों के द्वारा न सिर्फ एमयू प्रबंधन को चूना लगाया जा रहा है बल्कि श्रम कानूनों की भी धज्जियां उड़ाते हुए ठेका श्रमिकों के नाम से आहरित राशि भी हड़पी जा रही है। आलम ये है कि लॉकडाउन प्रारंभ होने के बाद दो माह से ठेका श्रमिकों के नाम पर राशि कर्मचारियों को न देते हुए कंपनी संचालक ने यह राशि स्वयं ही हड़प करने के विचार में हैं।