जबलपुर का शासकीय आयुर्वेदिक कॉलेज प्रबंधन की कार्यशैली को लेकर एक बार फिर विवादों में है। जबलपुर के शासकीय आयुर्वेदिक कॉलेज और चिकित्सालय ग्वारीघाट में नियुक्ति के बाद से ही विवादों में घिरे रहे पूर्व प्रभारी प्राचार्य पद पर रहे डॉ रविकांत श्रीवास्तव पद से हटाए जाने के बाद हाल ही में एक बार फिर सुर्खियों में आए हैं । इस बार छात्र संगठन ने जबलपुर संभागायुक्त महेश चंद्र चौधरी के साथ ही मध्य प्रदेश शासन के आयुष मंत्री रामकिशोर कावरे को लिखित शिकायत सौंपी है । जिसमें डॉक्टर श्रीवास्तव पर कथित तौर पर फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र बनवा कर नौकरी हासिल करने का आरोप लगाया गया है । इस मामले में उच्च स्तरीय जांच के साथ ही शासन से कथित तौर पर की गई धोखाधड़ी के मामले में एफ आई आर दर्ज करने की भी मांग की गई है। हैरानी की बात यह है, कि शिकायत जिसके विषय में की गई उनके जांच की बात स्वीकार करने के बाद भी जांच कर रहे अधिकारी और जिम्मेदार नौकरशाह इस मामले में कुछ भी कहने से बच रहे है ।