सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (CSE) ने देश में ब्रांडेड शहद की जांच की है। पतंजलि, डाबर, बैद्यनाथ और झंडू जैसे मशहूर ब्रांड्स के शहद टेस्ट में फेल हो गए हैं। CSE की जांच में इन कंपनियों के शहद में 77% मिलावट पाई गई है। कम्पनियो के शहद में चीनी मिलाई गई है। CSE ने कहा- हमारी रिसर्च में पता चला कि बाजार में बिक रहा शहद मिलावट वाला है। शहद के मुकाबले लोग चीनी ज्यादा खा रहे हैं। इससे कोरोना का जोखिम बढ़ गया है, क्योंकि चीनी सीधे मोटापे से जुड़ा मामला है। पिछले साल FSSAI ने आयातकों और राज्यों के खाद्य कमिश्नर को चेतावनी दी थी कि गोल्डन सिरप, इनवर्ट शुगर सिरप और राइस सिरप को इम्पोर्ट कर शहद में मिलाया जा रहा है।जांच में पता चला कि अलीबाबा जैसे चाइनीज पोर्टल पर ऐसे सिरप की बिक्री हो रही है, जो टेस्ट को सरपास कर सकते हैं। चीनी कंपनियां फ्रक्टोज के नाम पर ये सिरप भारत को एक्सपोर्ट करती हैं। शहद में इसी सिरप की मिलावट के प्रमाण मिले हैं। वही डाबर और पतंजलि ने इस जांच पर ही सवाल उठा दिए हैं। कंपनियों का कहना है कि इस जांच का मकसद हमारे ब्रांड्स की छवि खराब करना है और ये प्रायोजित लगती है।