क्षेत्रीय
02-Sep-2020

1. जिले में पिछले दिनों हुई अति वर्षा से आई बाढ़ से गोंगलई स्थित कृषि उपज मंडी एवं मध्यप्रदेश स्टेट वेयर हाउस के गोदाम में पानी भरने से मंडी का रिकार्ड एवं गोदाम में रखे गेहूं एवं चने के बोरे भी भीगने के बाद खराब हो गये है। राज्यमंत्री रामकिशोर कावरे ने बुधवार को गोंगलई में कृषि उपज मंडी एवं मध्यप्रदेश स्टेट वेयर हाउस के गोदाम का निरीक्षण कर बाढ से हुए नुकसान एवं वहां की व्यवस्थाओं को देखा। 2. बालाघाट जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अमरनाथ केशरवानी मार्गदर्शन में एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बालाघाट के अपर जिला न्यायाधीश/ रामजीलाल ताम्रकार व सोमनाथ राय जिला विधिक सहायता अधिकारी की उपस्थिति में 1 सितम्बर को जिला जेल बालाघाट मे विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान विचाराधीन बंदियों की समस्या सुनी गई और मौके पर ही उनका निराकरण किया गया। इस दौरान उप जेल अधीक्षक टीआर शेन्डे उपस्थित रहें। 3. बालाघाट उन जिलों में शामिल हो गया है जहां पर कोरोना महामारी के बीच लाकडाउन के दौरान ऐसा चांवल गरीबों को बांटा गया था जिसे जानवर भी नही खा सकते थे। गौरतलब है कि केंद्र की रिपोर्ट में यह बात उजागर हुई है कि बालाघाट में पीडीएस योजना के तहत घटिया स्तर का चांवल बांटा गया था। वही एक बार फिर प्रशासन एक्शन में है जिसके चलते एफसीआई की गोदामों की जांच के दौरान २१ स्टेक के चांवल का निरीक्षण किया गया जिसकी कीमत करोड़ों में है। सेम्पलिंग की जिसकी रिपोर्ट आने के बाद स्थिति उजागर होगी और इसमें १८ मिलर्स पर कार्यवाही हो सकती है। 4. बालाघाट जिला मुख्यालय में अवैध रूप से कब्जा कर ब्लिडिंग पर बिल्डिंग बनाने की डोर और भी मजबूत हो रही है। स्थानीय व्यापारियो के द्वारा अपना स्वार्थ सिद्ध करने के लिये सारे नियम कायदो को ताक पर रख दिया जा रहा है। ताजा मामला देवीतालाब की पार से सटकर हो रहे दो मंजीला भवन का है। उक्त भवन का निर्माण शहर के विकास सावलानी भावनदास एवं रफीक कच्छी नामक तीनो व्यापारियों के द्वारा संयुक्त रूप से मिलकर बनाया जा रहा है। जबकि एनजीटी न्यायालय के आदेश है कि जलस्त्रोत की बाउंड्री से 30 मीटर की दूरी में कोई भी निर्माण कार्य नही किया जायेगा। 5. बालाघाट। भारत में तेजी से फैल रही वैश्विक महामारी कोरोनावायरस जिसे हम कोविड १९ के नाम से जानते हैं । परंतु अब तो मानो ऐसा लग रहा है जैसे कोरोना विस्फोट पूरे भारत में दिखाई पड़ रहा है । प्रशासन के नुमाइंदे कहीं मोटी रकम हथियाने के लिए तो रिपोर्ट को पॉजिटिव तो नहीं बना रहे हैं । वही जो मरीज कोरोना पॉजिटिव है उसमें किसी प्रकार के सेंटम्स भी तो दिखाई दे स्वास्थ्य एवं चलते फिरते मरीज की रिपोर्ट आखिर कैसे पॉजिटिव आ रही है । कोरोना से संक्रमित अगर व्यक्ति के परिजन संक्रमण की रिपोर्ट स्वास्थ्य अमले को मांग करते हैं तो स्वास्थ्य अमले के द्वारा रिपोर्ट को नहीं दिखाया जा रहा है आखिर बालाघाट जिले में चल क्या रहा 6. बालाघाट। शहर के वार्ड न १३ निवासी कल्लु सोनवाने जो करोना लाकड़ाउन मे घर पर ही रहने और बेरोजगार होने के चलते ८ से १० दिन तक भूखा रहने के कारण उसकी मौत हो गई। जबकि उसके परिवार मे एक पत्नि और एक बेटी है लेकिन पत्नि वर्तमान समय में ४ माह की गर्भवती है। कल्लु सोनवाने के परिजनो मे कोई नही होने के कारण उसका अंतिम संस्कार एम आई एम पार्टी के पदाधिकारिया के द्वारा किया गया। 7. लांजी क्षेत्र में अवैध रूप से झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा कितने क्लिनिक संचालित किए जा रहे है इस बारे में शायद चिकित्सा विभाग भी जागरूक नहीं है और इसके लिए संभवत: कोरोना संक्रमण का बहाना ज्यादा कारगर साबित हो सकता है। इस सिलसिले में जब पत्रकार रामनुज तिडक़े द्वारा लांजी में ऐसे ही एक क्लिनिक पर पंहुचकर विडियों रिकॉर्डिंग की गई तो इस दौरान उक्त संचालक के द्वारा बदसलूकी का मामला सामने आया वहीं इस गोरखधंधे में लिप्त मेडिकल संचालक द्वारा कबूल किया गया कि उसके द्वारा उक्त क्लिनिक संचालक को भारी मात्रा में दवाईयॉ बेची जाती है। फिर भी लांजी थाने के प्रधान आरक्षक के द्वारा उल्टा मामला बनाने की धमकी दी गई है। 8. लांजीक्षेत्र में भारी बारिश के कारण अनेक प्रकार की हानि का लोगों को सामना करना पड़ा तो वहीं लांजी मुख्यालय से दूर स्थित सर्रा नदी के पुल पर बना बड़ा का एक छोर डामर रोड़ से नदी के बहाव में ऐसा अलग हुआ कि दूसरी छोर पर बसे गांव के लोगों का लांजी से संपर्क ही टूट गया। बता दें कि विगत ३० अगस्त को अतिवृष्टि के बाद नदी के बहाव से यह हादसा हुआ। 9. बम्हनी के बावान्थड़ी नदी मे नल जल योजना के लिए बना पुलिया बहा तिरोड़ी की नल जल योजना के लिए बनाया गया बोरवेल जो बावान्थड़ी नदी में बना है जिससे नल जल योजना पिछले ४ दिनों से बंद थी। नदी में बाढ़ की स्थिति निर्मित होने के कारण नदी मे लगी बोरवेल के मोटर पंप का केबल टूट गया था 10. कोरोना महामारी की वजह से बढ़ी संख्या में लोगों की जिंदगी बदल गई हजारों लोग बेरोजगार हो गए लेकिन ऐसे समय में हुनरमंद युवा भी है जो समाज के लिए प्रेरणास्रोत बन उभरे हैं हम बात कर रहे हैं बालाघाट जिले के सीमावर्ती गांव रजेगांव के युवा मनीष सेन जो कि लाकडाउन के पहले वर्षों से राजस्थान जोधपुर में अपने रिश्तेदार की दुकान में काम कर रहा था लेकिन लाकडाउन लगा तो दुकान बंद हो गई इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भरता भाषण के बाद उम्मीद जगी और आत्मनिर्भरता के पाठ को आत्मसात कर जमापूंजी से हाईटेक सैलुन खोल काम शुरू कर दिया।


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