शुजालपुर में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पत्रकार वार्ता के दौरान शुजालपुर विधायक और मध्य प्रदेश के शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार पर भी निशाना साधते हुए कहा है कि मध्यप्रदेश में 5 साल पहले तक 1 लाख 21 हजार सरकारी स्कूल थे। जिनकी संख्या घटकर अब 92 हजार रह गई है। 29 हजार 281 स्कूल बंद कर दिए गए जिनमें गरीब परिवारों के बच्चे पढ़ते थे और अब वह बच्चे प्राइवेट में जाएंगे। यह गरीब विरोधी शिक्षा विरोधी निर्णय है। शिक्षकों की भर्ती का अधिकार कांग्रेस काल में पंचायतों को होने से स्थानीय बेरोजगारों को लाभ मिलने का दावा करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा ने इस निर्णय को पलट दिया जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं मिल पा रहा। प्रदेश में 1 लाख 25 हजार बैकलॉग के पद खाली होने के बाद भी भर्ती न करने पर भी दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाए। वही शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार सभी आरोपों को निराधार बताया है।