भोपाल गैस कांड की वो काली रात जो आज भी भोपाल वासी अपनो के खोने का दर्द नही भूले हे।2 दिसंबर की वो रात जब लोग अपने परिवार के साथ सो रहे थे। उन लोगो को नही मालूम था की हम सुबह का सूरज नही देख पाएंगे। उस रात यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री में से गैस निकली जो सबसे खतरनाक गैस निकली जो हवा में फैली और लोगों को घुटन हुई सांस लेने में तकलीफ हुई और उनकी जान चली गई। हजारों की तादाद में लोगों की मृत्यु हुई। उस रात मौत का मंजर ही था। आज भी कई लोग वह रात वह दर्द नहीं भुला पाए हैं। संयुक्त संघर्ष मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शमशुल हसन ने बयान जारी करते हुए कहा कि भोपाल गैस कांड में पीड़ित परिवार आज भी परेशान है उनको ना अपना मुआवजा मिला ना उनको इलाज मिल रहा है। सरकार ने ड्रग्स ट्रायल में 200 लोग मारे गए थे ।भोपाल मेमोरियल के डायरेक्टर पर गंभीर आरोप मगर सरकार नहीं हटा पा रही हे डायरेक्टर को।कई गैस पीड़ित संगठन डॉयरेक्टर को हटाने के लिए मांग कर चुकी है सरकार से। सरकार तमाम वादे करती है मगर उन वादों को सिर्फ मंच से ही बोल कर सरकार भूल जाती है। 3 दिसंबर को सरकार श्रद्धांजलि सभा रखती जरूर है मगर उसके बाद गैस पीड़ितों को भूल जाती है। समाजसेवी शमशुल हसन बल्ली हमेशा से गैस पीड़ितों की आवाज उठाते रहे हैं उन्होंने 3 दिसंबर को इतवारा चौराहे पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन रखा है ।