राष्ट्रीय
07-Dec-2020

कृषि कानून के खिलाफ किसानों का आंदोलन रफ्तार पकड़ रहा है और अब राजनीतिक दल भी खुलकर इसके समर्थन में आ गए हैं. समाजवादी पार्टी ने किसानों के समर्थन में किसान यात्रा निकालने की बात कही, लेकिन सोमवार सुबह से ही लखनऊ से लेकर कन्नौज तक पुलिस ने चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बढ़ा दी है. ब्रिटिश कंपनी फाइजर के बाद अब सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने भी आपातकालीन उपयोग प्राधिकार (ईयूए) के तहत देश में कोरोना वैक्सीन का उपयोग शुरू करने की अनुमति मांगी है। सीरम इंस्टीट्यूट यह आवेदन करने वाली पहली भारतीय कंपनी बन गई है। अधिकृत सूत्रों के मुताबिक, कंपनी ने भारतीय औषध महानियंत्रक (डीसीजीआई) से ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित की गई कोविड-19 (कोरोना वायरस) वैक्सीन कोविशील्ड के उपयोग की अनुमति मांगी है, जिसका उत्पादन पुणे स्थित दुनिया के सबसे बड़े औषधि निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में ही किया जा रहा है। अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर ने भारतीय लोगों को कोरोना का टीका उपलब्ध कराने के लिए सरकार से मंजूरी मांगी जरूर है, लेकिन उसे कामयाबी मिलना बहुत मुश्किल है। ब्रिटेन और अमेरिका ने टीका के आपात इस्तेमाल को अनुमति दे दी है। इसके पीछे तीन बड़ी वजह हैं जिनके आधार पर सरकार अमेरिकी दवा कंपनी के प्रस्ताव को ठुकरा सकती है। हालांकि अभी इस पर अंतिम फैसला नहीं हुआ है। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) के अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय टास्क फोर्स की सिफारिशों के आधार पर ही आगे का निर्णय होगा, लेकिन प्रारंभिक तौर पर अनुमति मिलना मुश्किल है। अभी तक बच्चों में कोरोना वायरस के किसी टीके के परीक्षण का परिणाम नहीं आया है। मॉडर्ना ने दावा किया है कि वह जल्द ही अपने टीके का परीक्षण बच्चों पर करेगी। अब तक जो भी टीके हैं उनका परीक्षण 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों पर हुआ था। वैज्ञानिकों का मानना है कि बच्चों में टीके का परीक्षण सबसे बड़ी चुनौती है। अमेरिका के वैंडरबिल्ड यूनिवर्सिटी के संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विलियम का कहना है कि हर कोई इसको लेकर चिंतित है कि बच्चों में टीका का परीक्षण कब होगा। कृषि कानूनों को रद्द कराने के लिए 10 दिन पहले पंजाब के किसानों के दिल्ली कूच करने पर आंदोलन शुरू हुआ तब शायद वहां के किसानों ने सोचा भी नहीं होगा कि यह इतना बड़ा आंदोलन बन जाएगा। किसानों के इस आंदोलन की आग केवल 10 दिन में 10 से ज्यादा राज्यों में फैल गई है और इन सभी राज्यों में भी आंदोलन शुरू हो गए हैं। किसान केवल अपने राज्य के अंदर ही आंदोलन नहीं कर रहे हैं, बल्कि इन राज्यों से सिंघु बॉर्डर पर भी किसान पहुंच रहे हैं। इस तरह समय बीतता जा रहा है और इस किसान आंदोलन का दायरा बढ़ता जा रहा है। कृषि कानूनों को रद्द कराने के लिए दिल्ली कूच की हुंकार दस दिन पहले पंजाब के किसानों ने भरी थी और वह दिल्ली के लिए निकल पड़े थे। उस समय आंदोलन में केवल पंजाब का किसान ही दिख रहा था। गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन स्थित परियोजना में फ्लैट देने के नाम पर निवेशकों से 20 करोड़ की ठगी के मामले में आर्थिक अपराध शाखा ने सीआरपीएफ के पूर्व अधिकारी की पत्नी व कंपनी की महिला निदेशक को मुंबई से गिरफ्तार किया है। महिला वैल्यू इन्फ्राकॉन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की निदेशक है और इस कंपनी पर फर्जीवाड़े के दर्जनों मामले दर्ज हैं। महिला का पति पूरे मामले का मास्टरमाइंड है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है। किसानों के समर्थन में विश्व चैंपियनशिप, एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों में देश के लिए पदक जीतने वाले दिग्गज खिलाडिय़ों के अवार्ड आज राष्ट्रपति को लौटाए जाएंगे। इन खिलाडिय़ों ने अपने अर्जुन, द्रोणाचार्य और ध्यानचंद अवॉर्ड सरकार को लौटाने का एलान किया है। बीमारी के कारण कई खिलाड़ी दिल्ली नहीं आ सके तो उन्होंने एशियन गेम्स में दो बार स्वर्ण पदक विजेता पद्मश्री पहलवान करतार सिंह के हाथों अपने अवार्ड सरकार को वापस भिजवाए हैं। करतार सिंह 30 दिग्गज खिलाडिय़ों के अवॉर्ड लेकर रविवार शाम दिल्ली पहुंचे और सोमवार को इन्हें राष्ट्रपति को वापस करने जाने की कोशिश करेेंगे। देश में टीबी रोग की पहचान के लिए अब चीन या अन्य देशों में बनी रैपिड टेस्ट किट पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। जल्द ही स्वदेशी रैपिड किट भारतीय बाजारों में उतरेगी। इससे आम लोग भी घर बैठे टीबी की जांच कर सकेंगे। आईआईटी मंडी के बेसिक साइंस विभाग ने इस किट को तैयार करने में सफलता प्राप्त की है। 2017 में साइंस एंड इंजीनियरिंग रिसर्च बोर्ड ने आईआईटी मंडी को यह जिम्मा सौंपा था, जिसे अब आईसीएमआर ने हरी झंडी दे दी है। यह शोध प्रकाशित भी हो चुका है। कोरोना काल में अब इस शोध से देश भर में टीबी रोगियों की शीघ्र पहचान हो सकेगी। कुछ मिनट में किट के इस्तेमाल से रोगियों में टीबी का पता लग जाएगा। तेलुगू फिल्मों की स्टार अभिनेत्री विजयशांति सोमवार को भाजपा की औपचारिक सदस्यता ग्रहण करेंगी। भाजपा नेता जी. विवेक वेंकटस्वामी ने रविवार को इस बात की पुष्टि की। शनिवार को विजयशांति केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने भी पहुंचीं। तेजस्विनी और ईश्वर जैसी हिंदी फिल्मों से बॉलीवुड में भी पहचान बनाने वाली विजयशांति ने अपना राजनीतिक करियर भाजपा के साथ ही शुरू किया था, लेकिन बाद में उन्होंने तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) का दामन थाम लिया था। साल 2014 में अलग तेलंगाना राज्य के गठन से पहले उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया था।


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