मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शरिवार को प्रदेश भर की मप्र ग्रामीण आजीविका मिशन की समूह की महिलाओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बात की। इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना महामारी संकट के बीच मप्र को आत्मनिर्भर बनाने का आव्हान करते हुए महिला समूहों से भी और अधिक ऊर्जा से काम करने की बात कही और स्थानीय स्तर पर ही अधिक से अधिक बेहतर उत्पाद बनाने का आव्हान किया। इस दौरान शिवपुरी जिले की पिछोर की रूपेपुर गांव की सरस्वती देवी महिला समूह की सीआरपीईपी महिला निराशा राजपूत से भी बात की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान जब समूह की महिला निराशा राजपूत ने अपना परिचय देते हुए खुद का नाम निराशा बताया तो सीएम चौक गए और उन्होंने कहा कि नाम निराशा क्यों रख लिया, तुम तो आशाओं से भरी हो। तुम तो अपने काम से आशा जगा रही है। इस पर महिला निराशा ने बताया कि उनकी दो बहिन और एक भाई है। इन तीनों के जन्म के बाद मां ने नसबंदी करा ली लेकिन नसबंदी फेल हो गई और उनका जन्म हुआ तो मां ने नाम निराशा रख दिया। सीएम से बातचीत में महिला निराशा ने बताया कि उनके समूह द्वारा 54 छोटे-छोटे समूह स्थापित कर कई महिलाओं को काम दिया और उनकी आजीविका बढ़ाई है। महिला की यह बात सुन सीएम शिवराज ने कहा कि आपके समूह ने तो बहुत अच्छा काम किया है और मैं आपके द्वारा किए गए इन कार्यो की बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के सामने रखूंगा कि किस तरह से आत्मनिर्भर भारत बनाने में निराशा राजपूत जैसी महिलाओं के प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि आपके यह प्रयास सराहनीय हैं। इस तरह के प्रयासों से ही भारत आत्मनिर्भर बनेगा।