राष्ट्रीय
17-Dec-2020

भारत की तरह पड़ोसी देश नेपाल में भी किसानों ने सरकार के खिलाफ आंदोलन खड़ा कर दिया है। गन्ने की बकाया राशि के भुगतान के लिए वे काठमांडो की सड़कों पर आ डटे हैं। लेकिन सरकार टस से मस नहीं हो रही। बल्कि मंत्रियों ने आंदोलन को बिचैलियों द्वारा भड़काए के आरोप लगा दिए। इसके बाद अब किसान सरकार से बातचीत को भी राजी नहीं हैं। रविवार को शुरू हुआ आंदोलन लगातार बढ़ रहा है। वे सरकार को कदम उठाने के लिए कह रहे हैं, इसके लिए अलावा उन्हें कोई बातचीत नहीं करनी है। इसी मामले में गृह मंत्रालय ने जनवरी में आदेश दिए थे कि बकाया भुगतान न करने वाली चीनी मिलों पर कानूनी कार्रवाई होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना के बीच आज होने वाले ऑनलाइन सम्मेलन के दौरान भारत और बांग्लादेश के बीच 55 वर्ष बाद सीमा-पार रेलवे लाइन बहाल करने को लेकर सहमति बनने की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि साथ ही कई अन्य समझौतों पर भी मुहर लग सकती है। उन्होंने कहा कि असम और पश्चिम बंगाल का बांग्लादेश से बेहतर संपर्क के लिए चिलहाटी-हल्दीबाड़ी रेलवे मार्ग का उद्घाटन होने की उम्मीद है। इसके अलावा, बांग्लादेश के राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में दोनों प्रधानमंत्री एक स्मारक डाक टिकट जारी कर सकते हैं। सूत्रों ने कहा कि सम्मेलन के दौरान करीब पांच समझौते होने की भी उम्मीद है। अमेरिकी संसद (प्रतिनिधि सभा व सीनेट) ने 740 अरब डॉलर का रक्षा नीति विधेयक आधिकारिक रूप से पारित किया है। इसमें एलएसी पर भारत के खिलाफ चीन की आक्रामकता का विरोध भी शामिल किया गया है। राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकार कानून (एनडीएए) में चीनी आक्रामकता के विरोध संबंधी प्रावधान हिंद-प्रशांत व अन्य क्षेत्र में भारत जैसे सहयोगियों के लिए अमेरिका का मजबूत समर्थन दर्शाता है। अमेरिका में पारित इस कानून में भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति के प्रस्ताव की भाषा के अहम अंशों को भी शामिल किया गया है और चीन सरकार से एलएसी के पास भारत के खिलाफ सैन्य आक्रामकता को खत्म करने का आग्रह किया गया है। थ्री-डी प्रिंटर का इस्तेमाल करते हैं तो अब सतर्क होने का वक्त आ गया है। एक अध्ययन में पता चला है कि प्लास्टिक के सूक्ष्म कण जो कैंसर का कारक हैं तो थ्री-डी प्रिंटर से निकलते हैं। ये कण नौ साल से कम उम्र के बच्चों के लिए बहुत अधिक घातक हैं। अमेरिकी वैज्ञानिकों का कहना है कि जब कोई थ्री-डी प्रिंटर से प्रिंट देता है तो कई तरह के सूक्ष्म कण और केमिकल आसपास के वातावरण में निकलते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि स्कूल और लाइब्रेरी में इस प्रिंटर का प्रयोग बड़े पैमाने पर होता है जिससे बच्चों को खतरा बढ़ गया है। शोध के अनुसार हाई-टेक प्रिंटिंग मशीनों के चलने से निकलने वाले सूक्ष्म कण सीधे सांस के जरिए फेफड़ों के भीतर तक पहुंच जाते हैं। विश्व में जहां अब तक 7.39 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हैं। वहीं 16.44 लाख से ज्यादा लोग इस महामारी में अपनी जान गंवा चुके हैं। इस बीच, 30 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के एक अध्ययन ने बताया है कि महामारी के कारण दुनिया में जिस तरह से आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुई हैं उससे भुखमरी बढ़ी है। अनुमान के मुताबिक, महामारी से भुखमरी के कारण 1.68 लाख बच्चों की मौत हो सकती है। इस अध्ययन में कहा गया है कि भुखमरी के खिलाफ दशकों से हुई प्रगति कोरोना महामारी की वजह से प्रभावित हुई है। भुखमरी पर स्टैंडिंग टुगेदर फॉर न्यूट्रीशन कंसोर्टियम ने इस साल का आर्थिक और पोषण डाटा एकत्रित किया और फोन पर भी सर्वे किया।


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