क्षेत्रीय
भोपाल नगर निगम परिषद की बैठक में अलग-अलग मुद्दों को जमकर हंगामा हुआ। सदस्य कई बार अध्यक्ष की आसंदी तक पहुंच गए और नारेबाजी की। नेता प्रतिपक्ष मोहम्मद सगीर और कांग्रेस पार्षद शफीक ने भोपाल मेट्रो का नाम भोज मेट्रो रखे जाने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि इसे भोपाल मेट्रो के नाम से ही रहना चाहिए। हालांकि बाद में सभी कांग्रेसी पार्षद मेट्रों के नाम पर सहमति जताई । जबकि भोपाल मेट्रो मामले में महापौर का कहना है कि भोज मेट्रो नाम पर आपत्ति करना सही नही है, कांग्रेस पार्षद इनका विरोध कर रहे है। ये कमल नाथ का भी विरोध है। वहीं खटलापुरा हादसे की जांच 2013 के बेंच के अधिकारी से करने की जगह 1992 बीच की अधिकारी कल्पना श्रीवास्तव से करने की अनुशंसा की गई।