व्यापार
16-Oct-2020

बाजार में शानदार खरीदारी है। बीएसई सेंसेक्स 372.24 अंक ऊपर 40,100.65 पर और निफ्टी 88.15 अंक ऊपर 11,768.50 पर कारोबार कर रहा है। बाजार में आईटी, बैंकिंग और ऑटो शेयरों में तेजी है। निफ्टी बैंक इंडेक्स में 277 और आईटी इंडेक्स में 262 अंकों की बढ़त है। निफ्टी में इंडसइंड बैंक और इंफोसिस के शेयरों में 2-2 फीसदी की तेजी है। इसके अलावा टाटा मोटर्स और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में 1-1 फीसदी से ज्यादा की बढ़त है। जीएसटी क्षतिपूर्ति के मुद्दे पर 12 अक्टूबर की बैठक में भी सहमति नहीं बन पाई थी. अब वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि केंद्र सरकार राज्यों की ळैज् में कमी को पूरा करने के लिए 1.1 लाख करोड़ रुपये का कर्ज लेगी. वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा कि कर्ज ली गई राशि राज्यों को दिया जाएगा. केंद्र के मुताबिक राज्यों को जीएसटी कम्पनसेशन सेस रिलीज के बदले धीरे-धीरे लोन के तौर पर यह फंड दिया जाएगा. जीएसटी में कमी की भरपाई के लिए केंद्र ने अगस्त में राज्यों को दो प्रस्ताव दिए थे. देश के वस्तु निर्यात में 7 महीने में पहली बार बढ़ोतरी दर्ज की गई है। गुरुवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक सितंबर महीने में एक्सपोर्ट साल-दर-साल आधार पर 5.99 फीसदी बढ़कर 27.58 अरब डॉलर का रहा। इस दौरान आयात 19.6 फीसदी घटकर 30.31 अरब डॉलर का रहा। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक निर्यात बढ़ने और आयात घटने के कारण ट्रेड डिफिसिटी घटकर 2.72 अरब डॉलर पर आ गया, जो एक साल पहले की समान अवधि में 11.67 अरब डॉलर था। इस साल में देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) द्वारा 11.7 अरब डॉलर की रकम जुटाए जाने के बावजूद वेंचर कैपिटल (वीसी) के निवेश में कमी आई है। जनवरी से सितंबर के दौरान वीसी निवेश में 21 प्रतिशत की कमी आई है। इस दौरान 28.9 अरब डॉलर का निवेश वीसी ने किया है। अर्नेस्ट एंड यंग की ओर से एक रिपोर्ट जारी की गई है। इसके मुताबिक, अगर रिलायंस इंडस्ट्रीज की टेलीकॉम कंपनी जियो प्लेटफॉर्म और रिटेल कंपनी रिलायंस रिटेल में निवेश को छोड़ दें तो प्राइवेट इक्विटी (पीई) और वीसी का निवेश जनवरी से सितंबर 2020 के दौरान 53 पर्सेंट कम हुआ है। कोरोना महामारी आने के बाद अब लोगों में हेल्थ इंश्योरेंस को लेकर भी काफी अवेयरनेस आई है। जनरल इंश्योरेंस काउंसिल और इंश्योरेंस कंपनियों से मिली जानकारी के अनुसार अप्रैल से अगस्त के बीच देश में 22,903 करोड़ रुपए की हेल्थ पॉलिसी बेची गईं, जबकि पिछले साल 20,250 करोड़ रुपए की हेल्थ बीमा पॉलिसी बेची गईं थीं। भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) ने सभी लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों को 1 जनवरी से एक स्टैंडर्ड इंडिविजुअल टर्म लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी बेचने का निर्देश दिया है। इस प्रॉडक्ट का नाम होगा सरल जीवन बीमा। इस नाम के पहले इसे उपलब्ध कराने वाली कंपनी का भी नाम जुड़ा होगा। इससे पहले नियामक ने सभी स्वास्थ्य बीमा कंपनियों को इसी तरह का एक स्टैंडर्ड स्वास्थ्य बीमा प्रॉडक्ट बेचने का निर्देश दिया था, जिसका नाम है आरोग्य संजीवनी। भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव का असर भारत में आने वाले निवेश पर भी पड़ रहा है। केंद्र सरकार चीन की कंपनियों द्वारा भारत में निवेश पर सख्ती बरत रही है। इस पर देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यम ने कहा कि कुछ देशों की कंपनियों पर हमारी नजर है। इससे भारत में स्टार्टअप को मिलने वाले निवेश पर भी असर पड़ सकता है। केवी सुब्रमण्यम ने कहा कि, सीमा पर तनाव के चलते सीमा पार से आने वाले निवेशों की छानबीन करना आवश्यक है। इसमें केवल प्रत्यक्ष निवेश ही नहीं बल्कि अप्रत्यक्ष निवेश भी शामिल है। आईटी कंपनी माइंडर्ट्री ने कहा कि इस कारोबारी साल की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में उसका कंसॉलिडेटेड शुद्ध लाभ 87.9 फीसदी बढ़कर 253.7 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 135 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था। कंपनी ने अपने प्रत्येक शेयर पर 7.5 रुपए अंतरिम लाभांश देने की घोषणा की है। बेंगलुरु की कंपनी ने कहा कि इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू मामूली बढ़कर 1,926 करोड़ रुपए रहा, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 1,914.3 करोड़ रुपए था। 1930 के बाद पूरी दुनिया अब फिर से आर्थिक मंदी के सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। साथ ही गरीब और विकास कर रहे देशों के लिए कोरोना सबसे ज्यादा विनाशकारी साबित हो रहा है। यह जानकारी वर्ल्ड बैंक ने दी है। वर्ल्ड बैंक के प्रेसीडेंट डेविड मालपास ने बताया कि देशों के सामने सबसे बड़ी समस्या स्कूलों को फिर से खोलना है। हालांकि वर्ल्ड बैंक देशों को शिक्षा, सामाजिक और स्वास्थ्य कार्यक्रमों पर खर्च करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि आर्थिक मंदी में कई देशों में जोखिम का खतरा बढ़ रहा है। डेविड मालपास ने कहा कि यह मंदी बहुत गहरी है। केंद्र सरकार विदेशी शेयर बाजारों में कंपनियों की लिस्टिंग से जुड़े नियमों को आसान बनाने जा रही है। इसको लेकर एक नई पॉलिसी बनाई जा रही है। सरकारी सूत्रों के हवाले से रॉयटर्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि विदेशी बाजारों में लिस्ट कराने वाली कंपनियों को भारत के शेयर बाजारों में लिस्ट कराना अनिवार्य नहीं होगा। रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनियों की विदेशी शेयर बाजारों में लिस्टिंग के लिए नियम जल्द तैयार हो जाएंगे। नेशनल पेंशन सिस्टम (एनपीएस) और अटल पेंशन योजना (एपीवाई) का कुल असेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) बढ़कर 5 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच चुका है। ये जानकारी गुरुवार को पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (पीएफआरडीए) के चेयरमैन सुप्रतिम बंदोपाध्याय ने दी। 12 सितंबर को दोनों योजनाओं का कुल एयूएम 4.93 लाख करोड़ रुपए था। पीएफआरडीए के अनुसार पिछले कुछ सालों में एनपीएस ग्राहकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। सरकारी क्षेत्र के 70.40 लाख कर्मचारी और गैर-सरकारी क्षेत्र के 24.24 लाख कर्मचारी इस योजना में शामिल हुए हैं। भारत के बिग बुल कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला ने टाटा मोटर्स के 4 करोड़ शेयर खरीदे हैं। ये शेयर टाटा मोटर्स की 1.29 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है। टाटा मोटर्स ने अपने डिस्क्लोजर में राकेश झुनझुनवाला द्वारा कंपनी के शेयर खरीदे जाने की जानकारी दी। इस हिस्सेदारी के साथ झुनझुनवाला टाटा मोटर्स के सबसे बड़े माइनॉरिटी शेयरहोल्डर्स में से एक हो गए हैं। शेयर बाजार में झुनझुनवाला की गतिविधियों पर निवेशकों की निगाह गड़ी होती है। क्योंकि वह आमतौर पर ऐसे शेयर खरीदा करते हैं, जो कई गुना रिटर्न देते हैं। नकदी संकट का सामना कर रहे लक्ष्मी विलास बैंक की गुरुवार को बोर्ड बैठक हुई। इस बैठक में बोर्ड ने राइट्स इश्यू के जरिए 500 करोड़ रुपए की राशि जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इस राशि के जरिए बैंक नकदी संकट को दूर करेगा। बैंक ने रेगुलेटरी फाइलिंग में यह जानकारी दी है। पिछले सप्ताह नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (एनबीएफसी) क्लिक्स ग्रुप ने लक्ष्मी विलास बैंक के साथ विलय का प्रस्ताव पेश किया था। यदि यह विलय होता है तो बैंक की नेटवर्थ 3100 करोड़ रुपए हो जाएगी। अभी बैंक की नेटवर्थ 1200 करोड़ रुपए है। क्लिक्स कैपिटल की इस समय नेटवर्थ 1900 करोड़ रुपए है।


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