क्षेत्रीय
07-Jul-2023

भोपाल का मास्टर प्लान लागू होने के पहले खटाई में पड़ता नजर आ रहा है । मास्टर प्लान का जो प्रारूप तैयार किया गया है उसमें कई प्रकार की खामियां हैं । और इसे लेकर प्रशासन ने 30 जून तक दावे आपत्ति के लिए समय निर्धारित किया था । दाढ़ी आपत्ति की समय सीमा निकलने के बाद कांग्रेस ही नहीं बल्कि भाजपा के नेता भी इस मास्टर प्लान पर सवालिया निशान खड़े कर रहे हैं । हुजूर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक और मध्यप्रदेश विधानसभा के पूर्व प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने केचमेंट एरिया की जमीन से लेकर अन्य लोकेशन को लेकर सवाल खड़े करते हुए मास्टर प्लान की दावे आपत्तियों को छह माह बढ़ाने की बात कही है तो वहीं दूसरी ओर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी ने किसानों की जमीनों को ग्रीन बेल्ट में लेने और जमीनों के लैंड यूज़ को चेंज करने जैसी कई खामियां बताईं।


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