नए साल में एक जनवरी से आप डेबिट, क्रेडिट कार्ड और यूपीआई से एक बार में 5 हजार रुपये तक का आप भुगतान कर पाएंगे. यह सीमा रेकरिंग ट्रांजेक्शन के लिए बढ़ी है. भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कॉन्टैक्टलेस कार्ड पेमेंट के नियम में बड़ा बदलाव किया है. जिसके तहत अब आप कॉन्टैक्टलेस डेबिट और क्रेडिट कार्ड्स से अधिकतम 5 हजार रुपये तक का भुगतान बिना किसी पिन के आसानी से कर सकेंगे. देश की अर्थव्यवस्था के लिहाज से अच्छी खबर है। नीति आयोग ने वित्त वर्ष 2021-22 के अंत यानी मार्च 2022 तक देश की आर्थिक वृद्धि दर कोविड-19 (कोरोना वायरस) महामारी से पहले के स्तर पर ही पहुंच जाने की संभावना जताई है। नीति आयोग का उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने रविवार को कहा कि आर्थिक वृद्धि को लेकर यह उम्मीद चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की संकुचन दर आठ फीसदी से कम रहने की संभावना के चलते जगी है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने भी चालू वित्त वर्ष (2020-21) के संशोधित पूर्वानुमान में आर्थिक वृद्धि दर के माइनस 7.5 फीसदी रहने की संभावना जाहिर की है, जबकि पहले इसके माइनस 9.5 फीसदी रहने का पूर्वानुमान जताया गया था। सरकारी तेल कंपनियों ने आज यानी 6 दिसंबर को लगातार छठवें दिन पेट्रोल-डीजल की कीमत में इजाफा किया है। आज डीजल की कीमत में 31 पैसे तक की बढ़ोतरी की है, वहीं पेट्रोल की कीमत 33 पैसे तक बढ़ी हैं। इस बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में पेट्रोल का भाव 83.71 रुपए प्रति लीटर और डीजल का भाव 73.87 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया। इससे पहले रविवार को भी डीजल की कीमत 30 पैसे और पेट्रोल की कीमत 28 पैसे तक बढ़ी थीं। 20 नवंबर से आज तक यानी 17 दिनों में 15 बार पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े हैं। हफ्ते के पहले कारोबारी दिन बाजार पर अन्य एशियाई बाजारों में गिरावट का असर है। सेंसेक्स 62.17 अंक ऊपर 45,141.72 पर और निफ्टी 8.75 अंक ऊपर 13,267.30 पर कारोबार कर रहा है। आज बाजार में ज्यादातर इंडेक्स फ्लैट कारोबार कर रहे हैं। आज एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई इंडेक्स 152 अंक नीचे 26,599 पर कारोबार कर रहा है। हॉन्गकॉन्ग का हेंगसेंग इंडेक्स 458 अंकों की गिरावट के साथ 26,377 पर कारोबार कर रहा है। इसके अलावा चीन का शंघाई कंपोजिट इंडेक्स भी 0.66% की गिरावट के साथ 3,421 पर कारोबार कर रहा है। इस साल अक्टूबर महीने में विदेशी बाजारों से भारतीय कंपनियों ने 2.03 अरब डॉलर (14.98 हजार करोड़ रुपए) का कर्ज लिया। यह पिछले साल अक्टूबर महीने में 3.41 अरब डॉलर (25.16 हजार करोड़ रुपए) रहा था। यानी इस साल अक्टूबर में विदेशी कर्ज 41% घटा है। यह जानकारी रिजर्व बैंक द्वारा जारी डेटा के मुताबिक दी गई। डेटा के मुताबिक 2020 और 2019 के अक्टूबर महीने में भारतीय कंपनियों ने रूपी-डिनॉमिनेटेड बॉन्ड या मसाला बॉन्ड के जरिए कोई रकम नहीं जुटाए। अक्टूबर 2020 में एक्सटर्नल कमर्शियल बोरोइंग के तहत कुल रकम जुटाई गई। इसमें 1.73 अरब डॉलर ऑटोमेटिक रूट के जरिए और 30 करोड़ डॉलर अप्रूवल रूट के जरिए जुटाए। नवंबर महीने में शेयर बाजार में आई तेजी का म्यूचुअल फंड निवेशकों ने खूब फायदा उठाया है, और इसी का नतीजा है कि नवंबर में इक्विटी म्यूचुअल फंड से निवेशकों ने 30760 करोड़ रुपयए निकाले हैं। सेबी के अनुसार जून से अबतक इक्विटी फंडों से निवेशकों ने नेट 68,400 करोड़ रुपये की निकासी की है। म्यूचुअल फंड निवेशकों ने अक्टूबर में 14,492 करोड़ रुपए, सितंबर में 4,134 करोड़ रुपए, अगस्त में 9,213 करोड़ रुपए, जुलाई में 9,195 करोड़ रुपए और जून में 612 करोड़ रुपए की निकासी हुई थी।