व्यापार
11-Sep-2020

1 शुक्रवार को कारोबार के आखिरी दिन बीएसई सेंसेक्स 14.23 अंक ऊपर 38,854.55 पर और निफ्टी 15 अंकों की बढ़त के साथ 11,464 पर बंद हुआ। हफ्ते के आखिरी दिन घरेलू मार्केट में ग्लोबल बाजारों का असर दिखा और दिनभर बाजार फ्लैट ही रहा। हालांकि अंत में बाजार हल्की बढ़त के साथ बंद हुआ। इसके अलावा आईटी और रियल्टी स्टॉक्स में अन्य के मुकाबले तेजी रही। 2 टाइम्स ग्रुप के डिजिटल बिजनेस टाइम्स इंटरनेट की कमाई 2019-20 में 24 फीसदी बढ़कर 1625 करोड़ रुपये हो गई है। कंपनी की एनुअल रिपोर्ट जारी हुई, जिससे ये जानकारी मिली। कंपनी के कुछ प्रोडक्ट्स ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। टाइम्स इंटरनेट के मंथली यूजर्स 23 फीसदी से बढ़े हैं और 55.7 करोड़ हो गए हैं। वहीं रोजाना के एक्टिव यूजर्स की संख्या भी बढ़कर 11.1 करोड़ हो गई है। मंथली पेज व्यू भी 44 फीसदी बढ़कर 6700 करोड़ हो गया है, जो इससे पिछले साल 4700 करोड़ था। 3 द्योगपति गौतम अडाणी के नेतृत्व वाले अडाणी समूह की कंपनी अडाणी ग्रीन एनर्जी को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 21.75 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ हुआ है। पिछले वित्त वर्ष 2019-20 की अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी 97.44 करोड़ रुपये के घाटे में थी। शेयर बाजार को शुक्रवार को दी जानकारी में कंपनी ने कहा कि समीक्षावधि में उसकी कुल आय 878.14 करोड़ रुपये रही। यह इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 675.23 करोड़ रुपये थी। 4 घरेलू वाहन बाजार में नौ महीने से जारी गिरावट का दौर अगस्त में थम गया। इस दौरान यात्री वाहनों की बिक्री 14.16 प्रतिशत बढ़कर 2,15,916 इकाई रही। जबकि पिछले साल इसी माह में यह आंकड़ा 1,89,129 वाहन था। घरेलू वाहन विनिर्माताओं के संगठन सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्स (सियाम) ने शुक्रवार को इस संबंध में आंकड़े जारी किए। सियाम ने कहा कि पिछले साल अक्टूबर में यात्री वाहनों की बिक्री में उससे पिछले 11 महीनों के गिरावट के रुख के बाद मामूली वृद्धि दर्ज की गयी थी। 5 देश में कोविड-19 महामारी का प्रकोप शुरू होने के बाद से ही संदिग्ध वित्तीय लेनदेन में काफी तेजी आई है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई), बैंक ऑफ बड़ौदा, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक जैसे टॉप बैंकों ने इन बारे में एजेंसियों को आगाह किया है। उनका कहना है कि कोरोना काल में बैंक, कैश और ओवरसीज ट्रांसफर के संदिग्ध मामलों में काफी तेजी आई है। 6 लॉकडाउन के कारण देश की बड़ी रीटेल कंपनियों ने करीब 4 महीने तक नए स्टोर खोलने से परहेज किया। लेकिन अब उन्होंने बड़ी संख्या में नए स्टोर खोलना शुरू कर दिया है। दरअसल ये कंपनियां किराए में कमी और कमजोर कंप्टीशन का फायदा उठाना चाहती हैं। रिलायंस रीटेल, टाटा की क्रोमा, आदित्य बिड़ला फैशन एंड रीटेल, डीमार्ट और आरपी-संजीव गोयनका ग्रुप की स्पेंसर्स रीटेल और नेचर्स बास्केट इस वित्त वर्ष के दौरान कुल 650 नए स्टोर खोलेंगी। 7 कोरोनावायरस संक्रमण के कारण वित्त वर्ष 2021 में भारतीय कंपनियों के औसत एबिटा में 24 फीसदी की कमी हो सकती है। ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज ने शुक्रवार को यह अनुमान जताया है। एजेंसी ने कहा कि महामारी के चलते उपभोक्ता विश्वास और कारोबारी गतिविधियां धीमी पड़ी हैं। इससे भारत के गैर वित्तीय कॉरपोरेट्स की क्रेडिट क्वालिटी भी कमजोर होगी। 8 ऑनलाइन फूड डिलिवरी कंपनी जोमैटो साल 2021 तक आईपीओ लॉन्च कर सकती है। कंपनी के फाउंडर्स ने कर्मचारियों को ईमेल के जरिए यह जानकारी दी है। कंपनी में निवेश के लिए टाइगर ग्लोबल, टिमसेक, बैली गिफोर्ड और आन्ट फाइनेंशियल जैसे बड़े निवेशकों ने मौजूदा फंडिंग में हिस्सा लिया है। सीईओ दीपेंद्र गोयल का अनुमान है कि कंपनी के पास जल्द ही बैंक में जमा राशि बढ़कर 4.40 हजार करोड़ से अधिक हो जाएगी। 9 क्लाउड बेस्ड वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सर्विस जूम ने यूजर्स के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन रोल आउट किया है। जूम ऑथेंटिकेशन ऐप्स टाइम-बेस्ट वन-टाइम पासवर्ड प्रोटोकॉल जैसे गूगल ऑथेंटिकेटर, माइक्रोसॉफ्ट ऑथेंटिकेटर और फ्री ओटीपी को सपोर्ट करेगा। साथ ही, अकाउंट ऑथेंटिकेशन या फोन कॉल-बेस्ड कोड से होगा। कंपनी का कहना है कि इस कदम से वो अपने प्लेटफॉर्म और यूजर्स के अकाउंट भी सिक्योर बना पाएंगे। 10 अर्थव्यवस्था में लंबे समय से बने तनाव के कारण वित्त वर्ष 2020 में जॉब ग्रोथ रेट घटकर 3.5 फीसदी पर आ गया है, जबकि वित्त वर्ष 2019 में यह 3.8 फीसदी था। हालांकि, कुल नौकरियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। 2019 की 48.32 लाख के मुकाबले 2020 में कुल 50.02 लाख नौकरी मिली हैं। केयर रेटिंग्स की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2020 में 1.70 लाख नई नौकरियां पैदा हुई हैं। 2019 में यह आंकड़ा 1.76 लाख था। रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 में 321 कंपनियों ने अपने हेडकाउंट में 1.13 लाख की कमी की। वहीं, 2019 में 272 कंपनियों ने अपने हेडकाउंट में 1.18 लाख की कमी की थी। 11 कोरोना वायरस की वजह पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था की हालत पतली हो गई है। दुनिया के सभी देश इससे जूझ रहे हैं। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने कहा है कि वित्त वर्ष 2020-21 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद में 9 फीसदी की गिरावट आ सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि कोरोना संक्रमण अब भी अपने पीक पर नहीं पहुंचा है और सरकार पर्याप्त रकम नहीं खर्च कर रही। रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर भारतीय अर्थव्यवस्था में 9 फीसदी की गिरावट आती है तो यह 1950 के बाद अब तक की सबसे बडी गिरावट होगी।


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