क्षेत्रीय
पीएचई मंत्री सुखदेव पांसे ने एक साल के कार्यकाल का लेखा जोखा जनता के सामने पेश किया। उन्होने कहा कि भारतीय संस्कृति में पानी का सबसे ज्यादा महत्व, कमलनाथ सरकार पानी का महत्व समझते हुए आनेवाले समय मे जल समस्याओं से निपटने के लिए प्रयास कर रही है। सरकार संभलते ही पानी की चिंता की, 15 साल में केवल 12% सप्लाई नल के माध्यम से की जा रही थी, पाइपलाइन, हेण्डपम्प, सब खराब थे और केवल भाषणबाजी होती थी। देश मे पहली बार राइट टू वाटर एमपी में दिया जाएगा, इसके लिए ड्राफ्ट भी तैयार हो रहा है। बजट में इस कानून के लिए 1 हजार करोड़ का प्रारंभिक प्रवधान भी कर दिया गया है।