क्षेत्र में मंडी निधि और अन्य निधियों से बनाई गई सड़कों में बेहद मुरम का उपयोग अवैध रूप से किया गया है जिसके चलते क्षेत्र के जाम, माेहगांव, निलजी, नगपुरा, कंजई सहित कई ग्रामों में माफियाओं द्वारा बगैर अनुमति के खनन कर उसका व्यवसायिक उपयोग किया गया है लेकिन ताज्जुब की बात यह है कि इन सारे मामलों में स्थानीय नागरिकों या संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा रोकने के लिए कोई पहल नहीं की गई । आलम यह है कि अवैध खनन के बाद बने बड़े-बड़े गड्ढे जानलेवा साबित हो रहे हैं जहां पर बरसाती पानी भरने के बाद मवेशी और इंसानों की जान को खतरा बना हुआ है ऐसा ही मामला क्षेत्र के नगपुरा ग्राम में भी देखने को मिला जहां के एक जागरूक युवा द्वारा प्रेस शिकायत करते हुए बताया गया कि स्थानीय मुरम माफिया राशिद कुरैशी द्वारा गांव के एवं आसपास के किसानों को बहला फुसलाकर उनके खेतों से बगैर अनुमति के मुरम का व्यवसाय के उपयोग के लिए अवैध तरीके से कई दिनों से खनन किया जा रहा है जिसने स्वयं अपने खेत में भी अवैध खनन कर बहुत बड़ा गड्ढा बना दिया है जहां पर बरसाती पानी भरने के बाद मवेशी एवं इंसानों की जान को खतरा हो सकता हैं।