1. शहर में दुर्गाेत्सव की धूम इस बार कोरोना संकट की वजह से थोड़ी फीकी है। जबलपुर की शान कही जाने वाली वृहत महाकाली दरबार में श्री काली माता की विशालकाय प्रतिमा विराजमान है जिनके दर्शन करने संस्कारधानीवासी प्रशासन की गाइड लाइन का पालन करते हुये आगे आ रहे है। समिति के सदस्यों का पूरा ध्यान सोशल डिस्टेंङ्क्षसंग का पालन करवाने पर लगा रहता है। समिति ने एक घेरा तैयार कियौ जिसके अंदर किसी को नहीं जाने दिया जा रहा है बगैर मास्क पहने आने वालों को भी रोका जा रहा है। वैसे आने वाले स्वयं ही गाइड लाइन का पालन कर रहे हैं। 2. शहर की सबसे पुरानी रामलीला समिति श्री गोविंदगंज रामलीला के द्वारा कोरोना प्रोटोकाल के तहत कटरा वाले हनुमान मंदिर मे मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम की मानस लीला का मंचन किा जा रहा है। प्रतिदिन पं.वासुदेव शास्त्री व्यास गद्दी से श्री राम की लीला का बखान करते और कलाकार प्रोटोकाल का पालन करते हुये लीला का मंचन कर रहे। लीला में इस समय राम वन गमन का मंचन किया जा रहा है। 3. कोरोना से स्वस्थ होने पर आज सोमवार 19 अक्टूबर को 58 व्यक्तियों को डिस्चार्ज किया गया है । वहीं बीते चौबीस घण्टे के दौरान मिली 1 हजार 478 सेम्पल की परीक्षण रिपोर्ट्स में कोरोना के 69 नये मरीज सामने आये हैं । डिस्चार्ज हुये 58 व्यक्तियों को मिलाकर जबलपुर में कोरोना के संक्रमण से मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या 11 हजार 216 हो गई है । जबलपुर का रिकवरी रेट अब 91.49 प्रतिशत हो गया है । अर्थात कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से 91.49 प्रतिशत मरीज स्वस्थ हो चुके हैं । 4. कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आज विनर सेनेटरी पैड का शुभारंभ डिप्टी कलेक्टर एवं प्रभारी जिला आपूर्ति नियंत्रक श्रीमती कलावती ब्यौरे,डिप्टी कलेक्टरदीपाश्री गुप्ता एवं डिप्टी कलेक्टर मेघा पवार द्वारा हुआ। पदमा फाउंडेशन जो कि मुख्य रूप से शासकीय अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा संचालित एनजीओ है के द्वारा इस सैनिटरी पैड निर्माण के प्रकल्प के शुभारंभ का मुख्य उद्देश्य गरीब व मलिन बस्तियों में निवास करने वाली महिलाओं को एनीमिया, गंदगी से होने वाले रोग आदि से निजात दिलाने के लिए निशुल्क एवं न्यूनतम मूल्य पर सैनिटरी पेड उपलब्ध कराना है। आज भी विभिन्न बस्तियों में महिलाओं को गंदे कपड़े आदि के उपयोग के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझना पड़ता है इसी के चलते स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए इसकी शुरुआत की गई है। 5. शारदेय नवरात्र की चतुर्थी पर आज शहर के कई वार्ड में जल संकट पैदा हो गया। बड़ी ओमती के पास कलेक्ट्रेट-घंटाघर मार्ग पर डिवाइडर के नजदीक पाइप लाइन फूट गई है। इसे आज सुबह से सुधारा जा रहा था , सूधार कार्य शाम तक पूरा नहीं हो सका था। पाइप लाइन के पास एक बडा सा गड्ढा खोद दिया गया है। उसमें से निकली मिट्टी कलेक्ट्रेट साइड वाली सडक पर डाल दी गई है। इससे यातायात भी प्रभावित हुआ है। अभी हाल ही यह दूसरा मौका है जब नगर निगम की जल आपूर्ति वाली पाइप लाइन खराब हुई है। अभी कुछ दिन पूर्व सिविक सेंटर में मेन राइजिंग पाइप लाइन में लीकेज हो गया था। दो-तीन दिन तक आठ टंकी से जुड़े 20 से 25 वार्ड में पानी का रोना रहा। 6. 10 नवंबर को मध्यप्रदेश विधानसभा के उपचुनावों के नतीजे घोषित होने के बाद संभवतरू नवम्बर माह के मध्य में या आखिरी में राज्य चुनाव आयोग नगर निगम के चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। दिसम्बर या जनवरी माह में चुनाव होने के आसार है। वैसे वार्डों का आरक्षण होने के बाद यह लगभग स्पष्ट हो गया है कि किस वार्ड से कौन वर्ग का प्रत्याशी चुनाव लड़ेगा और यही वजह है कि पार्षद बनने का सपना देख रहे उम्मीदवारों ने वार्ड में लोगों से मिलना-जुलना शुरू कर दिया है इसके अलावा कई वार्डों में तो उम्मीदवारों ने नवरात्र और दशहरा पर्व के शुभकामना और बधाई वाले फ्लेक्स लगाकर एक तरह से अपना प्रचार शुरू कर दिया है। कई ऐसे उम्मीदवार भी है जो वार्ड में घर-घर जाकर लोगों से मिलकर यह जता रहे है कि वे यहां से चुनाव लडऩे की तैयारी में है। 7. जिला अस्पताल विक्टोरिया में कोरोना से लडाई का काम तो अच्छा हो रहा है। इस अस्पताल मे अलग कोविड वार्ड बनाया गया है। इसका असर मगर दूसरे रोग पर पड़ रहा है। इन दिनों नेत्र आपरेशन पूरी तरह बंद हो गये है। सूत्रों का कहना है कि विक्टोरिया का आई वार्ड न केवल कोविड वार्ड बना दिया गया है बल्कि इसे चारो तरफ से घेर दिया गया है। इसीलिए आंख के मरीज मेडिकल रिफर किये जा रहे है। ऐसा पता चला है कि इस अस्पताल के 6 वार्ड कोविड वार्ड बना दिये गये है। इन सभी को एक लाइन से जाली लगा कर बंद कर दिया गया है। नेत्र के अलावा दूसरी बीमारी के मरीज भी इस समय विक्टोरिया से खाली लौट रहे है। जांच वगैरह का काम भी धीमा हो गया है। ज्यादा तर स्टाफ कोरोना वार्ड मे लगा हुआ है इसलिए अन्य मरीज की अनदेखी हो रही है। 8. उपचुनाव की प्रक्रिया के बीच नगरीय निकाय चुनाव की तैयारी भी शुरू हो गई है। इसमें एक बडा तकनीकि पेंच है। नगरीय निकाय चुनाव अगर दिसम्बर में नहीं हुए तो 5-6 माह नहीं हो पायेंगे। क्योंकि नये मतदाता बहुत सारे 1 जनवरी 2021 को जोडऩा पड़ेंगे। सूत्र कहते हैं कि एक और दिक्कत यह है कि एक साल से अधिक का समय हो जाने पर फिर से अध्यादेश लाना पड़ेगा। अभी 6-6 माह करके दो बार कार्यकाल बढाया जा चुका है। तीसरी दफा नगर निगम, नगर पालिका एवं नगर परिषद का कार्यकाल बढाने के लिए नये सिरे से कवायद करनी पडेगी। अध्यादेश या संशोधन के जरिये कार्यकाल बढाया जा सकता है। एक जनवरी 2021 को बहुत सारे युवा 18 वर्ष के हो जायेगे। उनका नाम मतदाता सूची मे जोड़ा जायेगा तो दो से तीन माह लग जायेंगे। इसी लिये प्रदेश सरकार की पूरी कोशिश होगी कि चुनाव दिसम्बर मे हो जायेें। उपचुनाव मे भाजपा का प्रदर्शन अच्छा नहीं हो रहा तो फिर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चाहेंगे कि नगरीय निकाय थोड़ा आगे बढ जाये। भाजपा हावी रहती है तो फिर नगरीय निकाय चुनाव दिसम्बर में होने की संभावना ज्यादा है। 9 जबलपुर में निजी स्कूलों का मनमाना रवैया अभी भी जारी है. जिसके खिलाफ अभिभावक संघ व छात्रों ने आज नर्मदा तट पर जल सत्याग्रह शुरु कर दिया. ग्वारीघाट में पानी में खड़े होकर विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि कोरोना काल के दौरान जब स्कूल बंद रहे तो स्कूल प्रबंधन किस बात की फीस वसूल रहा है. गौरतलब है कि कोरोनाकाल में स्कूल बंद रहे इसके बाद भी निजी स्कूलों द्वारा इस समय की फीस वसूली जा रही है, इसके लिए अभिभावकों को फोन किए जा रहे है, वाट्सएप पर लगातार मैसेज कर फीस की मांग की जा रही है, यहां तक कि निजी स्कूलों द्वारा पुस्तकें व कापी लेने के लिए शहर के कुछ विशेष दुकानों पर जाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है. 10 नगर निगम द्वारा कोविड.19 के संक्रमण से शहर को मुक्त करने तथा आम नागरिकों को राहत पहुंचाने की दिशा में लगातार रासायनिक दवाईयों का छिड़काव कराया जा रहा है, इसके साथ.साथ मच्छरों का विनिष्टीकरण के लिए भी कीटनाशक दवाईयों के साथ.साथ रासायनिक धुएं का छिड़काव कराया जा रहा है। शहर के सभी शासकीय अस्पतालों, मंदिरों, मॉं दुर्गा पंडालों एवं बस्तियों में सघन रूप से सेनेटाइजेशन के कार्याे के साथ.साथ फ ागिंग का कार्य कराया गया। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार यह अभियान लगातार जारी है और नगर निगम के प्रशासक बी चन्द्रशेखर, कलेक्टर कर्मवीर शर्मा एवं निगमायुक्त अनूप कुमार सिंह के निर्देशानुसार आगे भी जब तक पूरा शहर संक्रमण मुक्त न हो जाए तब तक यह अभियान जारी रहेगा 11 नेशनल फेडरेशन ऑफ इडियन रेलवे मेन (एनएफआईआर) के आव्हान पर संघ के अध्यक्ष डॉ. आर.पी. भटनागर के निर्देश पर समूचे भारतीय रेल में अखिल भारतीय विरोध दिवस मंगलवार 20 अक्टूबर को आयोजित हुआ. पमरे के भोपाल - कोटा- जबलपुर मंडलों, भोपाल-कोटा कारखानों समेत सभी प्रमुख स्टेशनों पर सरकार की बोनस न देने की मंशा के खिलाफ जमकर प्रदर्शन हुए. संघ के कार्यकारी महामंत्री व संघ प्रवक्ता सतीश कुमार ने बताया पमरे मजदूर संघ के महामंत्री अशोक शर्मा के मार्गदर्शन में मंडल अध्यक्ष एस.एन. शुक्ला व मंडल सचिव डी.पी. अग्रवाल के नेतृत्व में मंडल रेल प्रब ंधक कार्यालय, जबलपुर में बोनस समेत रेल कर्मियों की अन्य ज्वलंत समस्याओं को लेकर एक दिवसीय व्यापक धरना प्रदर्शन आयोजित हुआ.आन्दोलन के दौरान एस.एन. शुक्ला ने केन्द्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि बोनस रेल कर्मियों का अधिकार है, जिसे लम्बे संघर्ष के बाद एनएफआईआर ने दिलाया था. जिसे दिलाने के लिए संघ किसी भी स्तर तक जाने तैयार है. मंडल सचिव डी.पी. अग्रवाल ने हुॅकार भरते हुए कहा कि कोरोना की आड़ में बोनस हड़पने की केन्द सरकार की साजिश को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा. 12 जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में बढ़ते अपराधों को लेकर कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन शुरु कर दिया है, आज कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता बड़ी संख्या में एसपी आफिस का घेराव करने के लिए पहुंच गए, जिन्हे तैनात पुलिस बल ने मालगोदाम के पास ही रोक लिया, इस बात को लेकर कांग्रेस नेताओं की पुलिस से झड़प हो गई, जिसके चलते कांग्रेसजनों ने धरना देकर प्रदर्शन शुरु कर दिया. बताया जाता है कि निजी अस्पतालों की लूट खसोट से लेकर बढ़ते अपराधों के खिलाफ कांग्रेस द्वारा लगातार प्रदर्शन किए जा रहे है, इसी सिलसिले में आज युवक कांग्रेस के शशांक दुबे के नेतृत्व में कार्यकर्ता बड़ी संख्या में एसपी आफिस का घेराव करने पहुंच गए, जिन्हे तैनात पुलिस बल ने मालगोदाम के पास ही बैरीकेट लगाकर रोक दिया