क्षेत्रीय
05-Nov-2020

इछावर ब्लॉक की ग्राम पंचायत भाऊखेड़ी कन्हैया गो-शाला का संचालन स्व सहायता समूह की महिलाएं कर रही हैं। महिलाओं ने गाय के गोबर को उपयोग में लेने का नया तरीका अपनाया है। गोबर से महिलाएं आकर्षक गमले, प्रतिमाएं बना रही हैं। इसके अलावा दीवाली के लिए गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति और दीपक भी इसी गोबर से तैयार किए जा रहे हैं। इसकी खास बात यह है कि ये मिट्टी की सामग्री की अपेक्षा बहुत हल्की और टिकाऊ भी साबित हो रही है। भाऊखेड़ी में गो-शाला का नेतृत्व करने वाली स्व सहायता समूह की महिलाओं ने स्वरोजगार का नया तरीका खोज निकाला है। एक और जहां परिवार को पालने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम बढाया हैं तो वहीं गाय के गोबर से कई तरह के घरेलू उपयोग की सामग्री का निर्माण किया जा रहा है। जो बाजार में मिलने वाली सामग्री से बहुत सस्ती है।


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